सीरिया की अस्साद हुकूमत और विद्रोहियों में बातचित बिघडने के बाद रशिया द्वारा इस्रायल के गोलान सटीक ६०० हमले – इस्रायल से भीषण नतीजों की चेतावनी

सीरिया की अस्साद हुकूमत और विद्रोहियों में बातचित बिघडने के बाद रशिया द्वारा इस्रायल के गोलान सटीक ६०० हमले – इस्रायल से भीषण नतीजों की चेतावनी

दमास्कस/जेरूसलेम – इस्रायल के गोलान सीमा के करीब सीरियन विद्रोहियों के साथ शुरू बातचित बिघडने की घोषणा करते हुए सीरिया और रशिया ने यहॉं विद्रोहियों के ठिकानों पर ६०० से अधिक हमले किए। इस्रायल के गोलान सीमा से लगभग दस किलोमीटर इतनी दूर पर किए गए इन हमलों पर इस्रायल ने कडी प्रतिक्रिया दी। वर्ष १९७४ को इस्रायल और सीरिया के बीच गोलान पहाडियों के सीमा के बारे में समझौता हुआ था। सीरिया ने इस समझौते को लॉंघा तो फिर इसके भीषण नतीजे होंगे, ऐसा इस्रायल के अंतर्गत सुरक्षा मंत्री गिलाड एर्दान ने धमकाया है। इस्रायल की यह चेतावनी सीरिया समेत रशिया के लिए होने के संकेत मिल रहे है।

अस्साद हुकूमत, बातचित, गिलाड एर्दा, इस्रायल, गोलान पहाडि, हमले, सीरिया, अमेरीकासीरिया की सुरक्षा के लिए दक्षिणी छोर ‘दारा’ में तल ठोक कर बैठे विद्रोही खतरनाक साबित हो रहे है, ऐसा दावा करते हुए १९ जून से अस्साद हुकूमत ने इस इलाके में सैनिकी मुहीम छेडी थी। लेकिन अमेरीका ने सीरियन सेना की इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई थी। सीरिया ने साल भर पहले किए गए संघर्ष विराम की मर्यादा लॉंघ दी, ऐसा आरोप अमेरीका ने किया था। साथही सीरियन सेना की इस कार्रवाई के लिए रशिया जिम्मेदार होने का इल्जाम रखा था।

इसके बाद रशिया ने अस्साद हुकूमत और सीरियन विद्रोहियों से फिर बातचित शुरू की। गुरुवार को रशिया और सीरिया ने यह बातचित विफल होने की घोषणा की। साथही रात भर ‘दारा’ में विद्रोहियों के ठिकानों पर रशिया और सीरियन सेना ने छहसौ से अधिक रॉकेट्स, प्रक्षेपास्त्र और मॉर्टर्स दागे। इस कार्रवाई में रशियन लड़ाकू विमान और सीरियन टैंक शामील हुए थे। इस हमले में कितनों को जान गवानी पड़ी, इसकी जानकारी सामने नहीं आयी है। लेकिन सेना के हमलों के डर से तीन लाख से अधिक सीरियन जनता इससे पहले ही ‘दारा’ छोड भाग चुकी है।

दौरान इस्रायली एजन्सीयों ने आरोप किया है कि, रशिया और सीरियाई सेना के ‘दारा’ में हो रहे हमले धीमे धीमे इस्रायल के गोलान सीमा के करीब पहुँच रहे है। गोलान सीमा से लगभग १० किलोमीटर दूरी पर रशिया और सीरिया के ये हमले शुरू है जिनसे गोलान पहाडियों के बारे में हो चुका ऐतिहासिक समझौता आपत्ति में घिर सकता है, ऐसा दावा इस्रायली विशेषज्ञ कर रहे है।

इस्रायल और सीरिया के बीच वर्ष १९७४ में हुए समझौते के अनुसार इस्रायल के कब्जे वाले गोलान पहाडियों की सीमारेखा से १० किलोमीटर दुरी पर सीरिया अपनी सेना तैनाती कर सकता है। इस जगह सीरियन सेना की तादात ६००० से अधिक नहीं हो सकती। साथही गोलान सीमा के करीब सीरियन सेना के ७५ से अधिक टैंक अथवा सैनिकी मोटार तैनात नहीं होगी, ऐसी शर्थ इस समझौते में थी। लेकिन सीरियन सेना ने गोलान के करीब हमले तथा इस क्षेत्र में सीरियाई सेना के साथ ईरान के जवान और हिजबुल्लाह के समर्थकों की बढ़ती संख्या इस समझौते का उल्लंघन मानी जा सकती है।

इस्रायल के अंतर्गत रक्षा मंत्री एर्दान ने चेतावनी देते हुए कहा कि, इस समझौते का उल्लंघन हुआ अथवा गोलान सीमा के करीब अस्थिरता निर्माण हुई तो इस्रायल सीरिया पर कार्रवाई करेगा। गोलान सीमा के करीब तैनात सीरियन जवानों को भी निशाना बनाया जाएगा, ऐसा इस्रायली सेना के वरीष्ठ अधिकारी ने धमकाया है।

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