कामयाब ‘ब्रेक्जिट’ यही एक लक्ष्य – ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन

कामयाब ‘ब्रेक्जिट’ यही एक लक्ष्य – ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन

लंदन – ‘ब्रिटेन इतिहास के काफी अहम स्तर पर पहुंचा है और हमारे सामने चुनौतियों के पहाड खडे है| लेकिन, ३१ अक्टुबर या उससे पहले ब्रिटेन यूरोपिय महासंघ से बाहर निकलेगा| हम सभी इसके लिए प्रतिबद्ध है| इसमें किसी भी प्रकार से या-यदि, पर-लेकिन का अडंगा नही बनेगा’, इन शब्दों में ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने अपनी प्राथमिकता स्पष्ट की| ब्रिटेन की एकता और ब्रिटेन को सर्वोत्तम देश बनाने के लिए यह बात जरूरी है, यह दावा प्रधानमंत्री जॉन्सन ने किया|

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्दे पर हल निकालने में नाकाम होने का कारण आगे कर ७ जून के रोज अपने पद का इस्तिफा दिया था| उसके बाद सत्तापक्ष ‘कन्झर्व्हेटिव्ह’ दल की अंतर्गत प्रक्रिया के नुसार वोटिंग होनेपर बोरिस जॉन्सन का पार्टी के नए नेता एवं प्रधानमंत्री के तौर पर चयन हुआ| ‘नोडिल’ का कडा समर्थन करनेवाले जॉन्सन ने ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्दे पर ही प्रधानमंत्री मे के साथ मतभेद होने पर इस्तिफा पेश किया था| लेकिन, मे के नेतृत्व पर चुनौती देकर जॉन्सन ने उनपर दबाव बनाकर रखा था|

दक्षिणी विचारधारा की ओर होनेवाला झुकाव, लगातार अपनाई आक्रामक भूमिका, स्पष्ट रूप से और विवादित बयान और चरमपंथियों के बढते प्रभाव को विरोध करना यह जॉन्सन की पहचान है| बुधवार के दिन ब्रिटेन के राज परिवार की प्रमुख ‘क्विन एलिझाबेथ’ से भेंट करने के बाद बोरिस जॉन्सन ने ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शपथग्रहण की| इसके बाद नए मंत्रिमंडल का ऐलान करते समय उन्होंने ‘ब्रेक्जिट’ के कडे समर्थक एवं विश्‍वसनीय नजदिकी व्यक्ती इन दो मुद्दों का इस्तेमाल किया| साथ ही भूतपूर्व प्रधानमंत्री मे के मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे १७ मंत्रियों को बाहर निकाल के पक्षांतर्गत विरोधकों को उन्होंने कडा संदेश भी दिया|

भूतपूर्व प्रधानमंत्री मे ने निकाल बाहर किए भारतीय मूल की सांसद प्रीति पटेल का उन्होंने ब्रिटेन के गृहमंत्री के तौर पर चयन किया है| वही, भूतपूर्व गृहमंत्री और पाकिस्तान वंश के सांसद साजिद जाविद को वित्तीय मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है| इससे पहले ‘ब्रेक्जिट सेक्रेटरी’ के तौर पर काम करते रहे डॉमनिक राब ब्रिटेन के नए विदेशमंत्री बनाए गए है| राब यह जॉन्सन के ‘डेप्युटी’ के तौर पर जिम्मेदारी संभालेंगे, यह संकेत सूत्रों से प्राप्त हो रहे है| जॉन्सन के विरोधक रहे ‘मायकल गोव’ को ‘नो डील मिनिस्टर’ किया गया है और ब्रेक्जिट के मुद्दे पर आपात्काल की स्थिति संभालने की जिम्मेदारी उन्हें संभालनी होगी|

मंत्रिमंडल का ऐलान करने के बाद हुई पहली बैठक में एवं संसद में प्रधानमंत्री जॉन्सन ने ‘ब्रेक्जिट’ के मुद्देपर अपनाई आक्रामक भूमिका का जोरदार समर्थन किया| अक्टुबर महीने के आखिरी दिनों तक किसी भी स्थिति में ब्रिटेन यूरोपिय महासंघ से बाहर निकलेगा ही, यह वादा करते समय इस विषय पर अब किसी भी प्रकार का नया समझौता नही होगा, ऐसा जॉन्सन ने कहा| महासंघ से बाहर होते समय ‘ईयू’ ने अकड दिखाई तो समझौते में तय ३९ अरब पौंड की रकम ब्रिटेन नही देगा, यह इशारा भी प्रधानमंत्री ने दिया|

लंदन के भूतपूर्व महापौर के तौर पर प्रसिद्ध हुए जॉन्सन का प्रधानमंत्री बनने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलीजुली प्रतिक्रिया उमड रही है| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने जॉन्सन के चयन पर प्रशंसा की है| वही, महासंघ और यूरोप के नेताओं ने प्रतिक्रिया दर्ज करते समय सावधानी बरती है| ब्रिटेन के प्रसार माध्यमों ने प्रधानमंत्री जॉन्सन की तुलना अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के साथ की है| मंत्रिमंडल की बैठक में उनकी भूमिका और संसद का भाषण ट्रम्प की नीति के साथ समानता होने की बात स्पष्ट कर रहा है, यह दावा ब्रिटीश माध्यम कर रहे है|

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