अंकारा – दुनिया के कुछ देशों के पास ही परमाणु हथियार है और यही देश हमें परमाणु हथियार ना रखने की सलाह दे रहे है| इसके आगे तुर्की यह बात बर्दाश्त नही करेगी, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने अब तुर्की को भी परमाणु हथियार रखने का हक होने का इशारा दिया है| साथ ही इस्रायल का उजागर तौर पर जिक्र करके यह देश अपने परमाणु हथियारों के जोर पर खाडी क्षेत्र के अन्य देशों को डर दिखा रहा है, यह आरोप भी एर्दोगन ने किया| पिछले कुछ वर्ष खाडी क्षेत्र के ईरान और सौदी अरब परमाणु हथियार प्राप्त करने के लिए कोशिश कर रहे है और इनमें अब तुर्की शामिल होने के संकेत प्राप्त हो रहे है|
तुर्की में सत्तापक्ष ‘एके पार्टी’ के कार्यक्रम के दौरान राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने तुर्की को परमाणु हथियारों के साथ सज्जित करने की महत्त्वाकांक्षा व्यक्त की| ‘दुनिया के कुछ देश एक-दो नही बल्कि कई परमाणु हथियारों का भंडार रखते है| लेकिन, यही देश तुर्की परमाणु हथियार प्राप्त नही कर सकता, यह कह रहे है| इसके आगे यह बात बर्दाश्त नही होगी| तुर्की के निकट पडोसी देश की तरह होनेवाले इस्रायल में भी परमाणु हथियार है| इसी के बल पर इस्रायल अन्य देशों को धमका रहा है| खाडी क्षेत्र का अन्य कोई भी देश इस्रायल को हाथ नही लगा सकता’, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने तुर्की को परमाणु हथियारों से सज्जित करने की महत्त्वाकांक्षा व्यक्त की|
तुर्की ने पिछले तीन दशकों में परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लगाने संबंधी कई अंतरराष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए है| इन समझौते में रखे गए प्रावधान ठुकराकर तुर्की परमाणु हथियार प्राप्त करने की कोशिश करेगा, यह संकेत भी एर्दोगन ने दिए| तुर्की की यह कोशिश खाडी क्षेत्र में हथियारों की स्पर्धा और तनाव और बढाने की संभावना है| खास तौर पर फिलहाल अमरिका और इस्रायल ने ईरान के एटमी कार्यक्रम के विरोध में आक्रामक मुहीम शुरू की है और ऐसे में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने व्यक्त की हुई महत्त्वाकांक्षा खाडी क्षेत्र के गणित बदलनेवाली साबित हो सकती है|
चार वर्ष पहलें एक वेबसाईट ने तुर्की परमाणु बम प्राप्त करने की कोशिश में होने का दावा किया था| उसमें जर्मन गुप्तचर यंत्रणा से प्राप्त जानकारी की सहायता लेने का जिक्र था| लेकिन, तुर्की एवं अन्य देशों ने इस पर खास प्रतिक्रिया नह दी?थी| अब राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने किए आक्रामक वक्तव्य की वजह से वेबसाईट ने इससे जुडे किए दावे का समर्थन होता दिख रहा है| तुर्की ने रशिया एवं जापान के साथ परमाणु उर्जा संबंधी समझौते भी किए है| साथ ही अंतरिक्ष क्षेत्र एवं मिसाइल कार्यक्रम को गति दी है|
ऐसी पृष्ठभूमि तुर्की परमाणु बम पाने के लिए हरकतें करने के संकेत देनेवाली समझी जा रही है| तुर्की से पहले सौदी अरब ने भी पमराणु हथियारों से सज्जित होने की कोशिश शुरू करने की बात उजागर की थी| इसके लिए चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की सहायता होने के दावे हो रहे थे| सौदी ने अपनी परमाणु हथियारों की सज्जता के लिए ईरान से हो परमाणु हथियार प्राप्त करने के लिए हो रही कोशिश का कारण आगे किया है|
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