अंकारा – ‘यूरोपिय देशों के हाथ में पैसे है, यूरोप की अर्थव्यवस्था मजबूत है| फिर भी सौ-दो सौ शरणार्थी ग्रीस पहुंचते ही यूरोपिय देशों की भागंभाग होती है और वह हाथ उठाकर जिम्मेदारी से भागते है| यूरोपिय देश इस जिम्मेदारी से भाग रहे हो, फिर भी जब समय होगा तब शरणार्थियों के लिए यूरोप के द्वार खोल देंगे’, यह इशारा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने दिया है| शरणार्थियों के लिए सीरिया में ‘सेफ झोन’ का निर्माण करने के लिए तुर्की ने सीरिया में किए हमलों पर यूरोपिय देशों ने कडी आलोचना की है| इस पृष्ठभूमि पर तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने इन शरणार्थियों को यूरोप में छोडने की नई धमकी दी है|
तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने एक समाचार चैनल को दिए मुलाकात में यूरोपिय देशों को कडी फटकार लगाई| सीरिया में हुए हमलों पर यूरोपिय देशों ने नाराजगी व्यक्त करके तुर्की को नाराज किया तो जल्द ही यूरोप पर शरणार्थियों के झुंड छोडेंगे, यह इशारा एर्दोगन ने फिर से दिया है| ‘शरणार्थियों के लिए यूरोप के द्वार खोलेंगे, यह इशारा तुर्की ने दिया था तभी यूरोपिय देशों ने इन शरणार्थियों का जिम्मा उठाने से इन्कार किया था| ऐसे जिम्मेदारी से दूर ना भागे| समय आने पर हम लाखों शरणार्थियों के लिए यूरोप के द्वार खोल देंगे’, यह धमकी एर्दोगन ने दी|
‘यूरोपिय देशों की आर्थिक स्थिति मजबूत है| फिर भी सौ-दो सौ शरणार्थी समुद्री मार्ग से ग्रीस पहुंचते है, तब यूरोपिय नेताओं की भागदौड होती है| फिर भी तुर्की ३६ लाख से भी अधिक शरणार्थियों को पनाह दे रहा है| अब इन लाखों शरणार्थियों का जिम्मा आप कैसे उठाते है, यह जल्द ही देखेंगे’, यह कहकर एर्दोगन ने तुर्की पर आलोचना कर रहे यूरोपिय देशों को धमकाया है|
वर्ष २०१६ में यूरोपिय महासंघ के साथ हुए समझौते के अनुसार यूरोप पहुंच रहे शरणार्थियों को रोकने का जिम्मा तुर्की को दिया गया था| इन शरणार्थियों को रोकने के लिए यूरोपिय देशों ने तुर्की को आर्थिक एवं व्यापारी सहुलियत प्रदान की है| ऐसी स्थिति में तुर्की की लष्करी कार्रवाई सीरिया को अधिक से अधिक अस्थिर करेगी| इस वजह से सीरियन शरणार्थियों के झुंड अन्य रास्ते से यूरोपिय देशों पर और भी बडी संख्या में जा टकराएंगे, यह चिंता यूरोप को सता रही है| इस पृष्ठभूमि पर यूरोपिय महासंघ सीरिया में तुर्की से हो रही कार्रवाई का कडा विरोध कर रहा है|
इसी बीच, हाल ही में हुई यूरोपिय महासंघ की बैठक में भी तुर्की ने उत्तरी सीरिया में किए हमलों पर आलोचना की गई| तुर्की ने सीरिया में किए हमलें अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है और इस वजह से क्षेत्रीय स्थिरता औड़ सुरक्षा को खतरा बना है, यह आरोप महासंघ ने रखा है| वही, महासंघ के कुछ सदस्यों ने मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रहे तुर्की पर प्रतिबंध लगाने की एवं तुर्की से हो रहे व्यापारी सहयोग से पीछे हटने की मांग की है|
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