टोकियो – ‘ईस्ट चायना सी’ के विवाद के बीच चीन को घेरने के लिए जापान ने तेजीसे कदम उठाए है| जापान ने ईस्ट चाइना सी का एक निर्मनुष्य द्विप खरीदा है| जापान ने दुसरे विश्वयुद्ध के दौरान इस द्विप का इस्तेमाल किया था और अब इस द्विप पर लष्करी अड्डा स्थापित करने की दिशा में जापान कदम बढा रहा है| इस पर चीन ने आपत्ति दर्ज की है और जापान इस क्षेत्र में डर का माहौल निर्माण कर रहा है, यह आलोचना भी चीन ने की है|
जापान की सरकार ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार, ‘ईस्ट चाइना सी’ का ‘मागेशिमा’ यह द्विप कानुनी प्रक्रिया पूरी करके जापान ने खरीदा है| नीजि संपत्ति होनेवाले इस द्विप की खरीद करने के लिए जापान ने १४ करोड डॉलर्स चुकाए है| जापान के तट से मात्र २० मिल दूरी पर होनेवाले इस द्विप की वजह से ईस्ट चाइना सी में जापान के हितसंबंधों की सुरक्षा बढेगी, यह भरौसा जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सूगा ने व्यक्त किया है|
‘‘ईस्ट चाइना सी’ के समुद्री सीमा से सफर करनेवाले जापान के विमानों की सुरक्षा के लिए जरूरी लष्करी अड्डा बनाने के लिए मागेशिमा की खरीद अहम साबित होती है| जल्द ही जापान सरकार इस द्विप पर लष्करी अड्डा, रनवे का निर्माण करेगा, यह जानकारी सूगा ने साझा की| जापान के ओकिनावा और क्युशी इन दो द्विपसमुहों के बीच होनेवाला यह द्विप सामरिक नजरिए से अहम होने का दावा सूगा ने किया|
दुसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान ने अमरिका पर हमलें करने के लिए ‘मागेशिमा’ द्विपपर बनाए हवाई अड्डे का इस्तेमाल किया था| पर दुसरे विश्वयुद्ध के बाद यह द्विप निर्मनुष्य हुआ था| वर्ष २०११ में इस द्विप पर लडाकू विमानों का परीक्षण करने संबंधी अमरिका और जापान के बीच समझौता हुआ था| पर, इसके बाद अमरिका ने टोकियो के नजदिक इवो जिमा अड्डे पर अपने विमानों का परीक्षण शुरू किया और इस वजह से इस द्विप का विकास करने की प्रक्रियाय रुकी हुई थी|
ऐसी स्थिति में जापान ने इस द्विप का खरीद करने का निर्णय करना अहम है| इस द्विप का इस्तेमाल लष्करी अड्डे के तौर पर करने का ऐलान करके जापान ने चीन को चुनौती दी है, यही दावा हो रहा है| जापान की समुद्री सीमा में चीन की बढ रही घुसपैठ को जवाब देने के लिए जापान इस द्विप का इस्तेमाल करेगा, यह स्पष्ट संकेत सूगा ने दिए है| ‘पिछले वर्ष से चीन की विध्वंसक एवं गश्तीपोतों ने कुल ९९८ बार जापान की समुद्री सीमा का उल्लंघन किया है|
‘ईस्ट चाइना सी’ में सेंकाकू द्विपों की सीमा में चीन के जहाजों ने ९९८ बार घुसपैठ की है, यह जानकारी जापान की सरकार ने प्रसिद्ध की है| इससे पहले वर्ष २०१३ में चीन के जहाजों ने जापान की समुद्री सीमा का ८१९ बार उल्लंघन किया था| इस वजह से वर्तमान के वर्ष में चीन की घुसपैठ में विक्रमी बढोतरी होेने की आलोचना जापान ने की है| चीन के इस घुसपैठ को जवाब देने के लिए वर्ष २०१२ में जापान ने एक द्विप की खरीद की थी| ‘मागेशिमा’ द्विप की हुई खरीद भी चीन को जवाब देने के लिए ही होने की बात दिख रही है|
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