कैलिफोर्निया – दुश्मनों के रड़ार सेंसर बेकार करके लड़ाकू विमान नष्ट करने की क्षमता रखनेवाली अतिप्रगत लेज़र यंत्रणा का अमरिकी नौसेना ने परीक्षण किया। ‘युएसएस पोर्टलैंड’ इस युद्धपोत पर तैनात लेज़र ने ड्रोन विमान सफलतापूर्वक नष्ट किया। पर्ल हार्बर द्वीप पर तैनात अमरिकी युद्धपोत ने यह परीक्षण किया। इंडो–पैसिफिक क्षेत्र में माहौल काफ़ी गरमा हुआ है और ऐसे में, अमरिकी युद्धपोत ने किया यह परीक्षण ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हो रहा है।
अमरिकी नौसेना ने कुछ घंटे पहले ही एक वीडियो जारी किया। इसमें ‘लेज़र वेपन सिस्टिम डेमोंस्ट्रेटर’ (एलडब्ल्यूएसडी) इस लेज़र यंत्रणा ने, इंडो–पैसिफिक के समुद्री क्षेत्र में मँड़राता ड्रोन सफलता के साथ नष्ट किया हुआ दिखाया गया है। सिर्फ ड्रोन ही नहीं, बल्कि ध्वंसक पोत को भी तहसनहस करने के लिए उपयुक्त साबित होनेवाली यह लेज़र यंत्रणा, अमरिकी नौसेना के सामर्थ्य में काफ़ी बड़ी बढ़ोतरी करनेवाली साबित होगी, यह दावा ‘युएसएस पोर्टलैंड’ के कप्तान केरी सैंडर्स ने किया। अमरीका की ‘नॉर्थरॉप ग्रमुन’ कंपनी ने तैयार की हुई यह लेज़र यंत्रणा, पिछले वर्ष में ही इस युद्धपोत पर तैनात की गई थी।
अमरिकी नौसेना में इससे पहले ३० किलोवैट क्षमता की लेज़र यंत्रणा तैनात की गई है। इस लेज़र से ड्रोन नष्ट करना संभव है। लेकिन, ‘यूएसएस पोर्टलैंड’ युद्धपोत पर तैनात लेज़र यंत्रणा अतिप्रगत है और इसके १५० किलोवैट क्षमता के लेज़र्स, विमानों भी लक्ष्य कर सकते हैं। इसके अलावा अमरिकी नौसेना ‘हेलिओस’ लेज़र यंत्रणा का भी निर्माण कर रही है। यह लेज़र यंत्रणा अमरिकी नौसेना के विध्वंसक पोतों पर भी तैनात करना संभव होगा। इससे नज़दिकी दिनों में अमरिकी नौसेना के विध्वसंक पोत एवं युद्धपोत लेज़र यंत्रणा से लैस होंगे।
इसी बीच, कुछ दिनों से अमरीका ने इंडो–पैसिफिक क्षेत्र में अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ाई है। इस क्षेत्र में चीन का प्रभाव रोकने के लिए यह तैनाती होने की बात अमरिकी नौसेना अफसर खुलेआम कह रहें हैं। ऐसी स्थिति में, इस अतिप्रगत लेज़र यंत्रणा का परीक्षण करने के लिए, पर्ल हार्बर द्वीप पर तैनात अपने युद्धपोत का इस्तेमाल करके, अमरीका ने चीन को संदेश दिया हुआ दिख रहा है।
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