उत्तर और दक्षिण कोरिया के संबंध और भी बिगड़े – उत्तर कोरिया का लष्कर ‘डिमिलिटराईझ्ड झोन’ में घुसने की तैयारी में

उत्तर और दक्षिण कोरिया के संबंध और भी बिगड़े – उत्तर कोरिया का लष्कर ‘डिमिलिटराईझ्ड झोन’ में घुसने की तैयारी में

प्योनग्यांग/सेऊल  – पिछले दो हफ़्तों से दक्षिण कोरिया को लगातार धमकानेवाले उत्तर कोरिया ने अब अधिक ही आक्रमक पैंतरा अपनाया है। मंगलवार को उत्तर कोरिया ने दो देशों के बीच के राजनीतिक संबंध सुधारने के लिए बनाया कार्यालय बमविस्फोट में उड़ा दिया। उसी समय, उत्तर कोरिया के लष्कर ने अपने जवान दक्षिण कोरिया की सीमा से सटे ‘डिमिलिटराईझ्ड झोन’ में घुसने के लिए तैयार होने की धमकी भी दी। लष्करी कार्रवाई की यह धमकी और राजनीतिक कार्यालय का उड़ाया जाना, इन घटनाओं के कारण उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच के संबंध अधिक ही बिगड़े हुए दिख रहे हैं।

उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, 'डिमिलिटराईझ्ड झोन'

उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच के संबंध सुधारने के लिए सितम्बर २०१८ में उत्तर कोरिया के ‘काएसोंग’ भाग में राजनीतिक कार्यालय का निर्माण किया गया था। पिछले साल दो देशों के संबंधों में तनाव निर्माण होने के बाद, उत्तर कोरिया ने यह कार्यालय बंद कर दिया था। लेकिन मंगलवार दोपहर को इस कार्यालय को बमविस्फोट में उड़ाकर उत्तर कोरिया की हुक़ूमत ने, वह चरमसीमा का कदम उठाने के लिए तैयार होने के संकेत दिये। पिछले हफ़्ते ही, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बहन किम यो जाँग ने, इस कार्यालय को उड़ा देने की धमकी भी दी थी।

राजनीतिक कार्यालय उड़ाने से पहले उत्तर कोरिया के लष्कर ने दक्षिण कोरिया को नयी धमकी भी दी। उत्तर कोरिया का लष्कर, दो देशों की सीमा पर संरक्षित क्षेत्र होनेवाले ‘डिमिलिटराईझ्ड झोन’ में घुसने के लिए तैयार है, ऐसा ‘कोरियन पीपल्स आर्मी’ के प्रमुख ने जताया। ‘उत्तर कोरिया की सरकार ने किये फ़ैसलों एवं आदेशों का पालन करने के लिए हम सिद्ध हैं। डिमिलिटराईझ्ड झोन का रूपांतरण संरक्षित क़िले में करके दक्षिण कोरिया की लष्करी गतिविधियों पर बारिक़ी से नज़र रखेंगे’, ऐसे शब्दों में उत्तर कोरिया के लष्कर ने धमकाया है।

उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, 'डिमिलिटराईझ्ड झोन'

उत्तर कोरिया द्वारा कार्यालय उड़ाया जाना और उसके बाद लष्कर ने दी धमकी इस पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया में इमर्जन्सी बैठक बुलायी गयी है। इस बैठक से पहले दक्षिण कोरिया के लष्कर ने उत्तर कोरिया को, उक़साऊ हरक़तें रोकें, ऐसी चेतावनी दी है। अमरीका ने भी, कोरियन क्षेत्र के स्थिति पर अपनी नज़र है, ऐसा बताकर, दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सुसज्जित है, ऐसा कहा है।

उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, 'डिमिलिटराईझ्ड झोन'

उत्तर कोरिया की आक्रमक गतिविधियों के पीछे तानाशाह किम जाँग उन की बहन किम यो जाँग का बढ़ता प्रभाव यह प्रमुख कारण माना जा रहा है। अप्रैल महीने में तानाशाह किम जाँग उन कुछ समय के लिए ग़ायब हुए थे। इस दौरान, वे कोरोना से संक्रमित होने की तथा उनपर सर्जरी होने की ख़बरें प्रसारमाध्यमों में जारी हुईं थीं। तानाशाह किम जाँग उन पुन: जनता के सामने आने के बाद उनकी बहन किम यो जाँग लगातार चर्चा में है। इसके पीछे, उत्तर कोरिया में संभाव्य सत्तापरिवर्तन यह भी कारण हो सकता है, ऐसा दावा विश्लेषकों द्वारा किया जा रहा है।

किम यो जाँग फिलहाल उत्तर कोरिया में दूसरे नंबर की सबसे ताकतवर व्यक्ति होने की बात बतायी जा रही है। सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी की पहली उपाध्यक्षा के तौर पर नियुक्त होने के बाद, किम यो जाँग यह तानाशाह किम जाँग उन के बाद का उत्तर कोरिया का चेहरा बनी है। पिछले महीने में किम जाँग उन की अनुपस्थिति में किम यो जाँग ही प्रशासन सँभाल रहीं होने की ख़बरें आयीं थीं। इस कारण, किम यो जाँग द्वारा दी गयी लष्करी कार्रवाई की धमकी के कुछ ही दिन बाद घटीं इन घटनाओं की ओर सारी दुनिया का ध्यान आकर्षित हुआ है।

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