कोरियन क्षेत्र में तनाव की पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया में ‘एफ-३५’ दाख़िल होंगे

कोरियन क्षेत्र में तनाव की पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया में ‘एफ-३५’ दाख़िल होंगे

सेऊल/प्योनगॅंग – उत्तर कोरिया से दी जानेवालीं धमकियाँ और लष्करी तैनाती की पृष्ठभूमि पर, दक्षिण कोरिया ने भी अपनी रक्षासिद्धता बढ़ाने के लिए तेज़ी से कदम उठाये हैं। आनेवाले कुछ महीनों में दक्षिण कोरिया में ४० नये ‘एफ-३५ स्टेल्थ फायटर’ विमान दाख़िल हो रहे हैं। उत्तर कोरिया अपने पास के परमाणु हथियारों का भंडार बढ़ा रहा होकर, उसने कुछ ‘सिक्रेट सबमरीन बेस’ का निर्माण किया है, ऐसे दावें भी सामने आये हैं। इस पृष्ठभूमि पर नये ‘एफ-३५’ का दाख़िल होना अहम साबित होता है।

दक्षिण कोरिया, एफ-३५, उत्तर कोरिया

पिछले ही हफ़्ते उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बहन किम यो जाँग ने दक्षिण कोरिया को लष्करी कार्रवाई की धमकी दी थी। उससे पहले उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ सभी स्तरों पर के संपर्क तोड़ दिए थे। दक्षिण कोरिया की सीमा पर से उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की आलोचना करनेवाले बलून्स छोड़े जा रहे हैं और दक्षिण कोरियन सरकार इन हरक़तों को रोकने में असफल रही है, ऐसा दोषारोपण उत्तर कोरिया ने यह फ़ैसला किया था।

उसके बाद अधिक आक्रमक बने उत्तर कोरिया ने दो देशों के बीच राजनीतिक संबंध सुधारने के लिए बनाया गया कार्यालय बमविस्फोट में उड़ा दिया। उसी समय, उत्तर कोरिया के लष्कर ने, अपने जवान दक्षिण कोरिया की सीमा से सटे ‘डिमिलिटराईझ्ड झोन’ में घुसने के लिए सिद्ध होने की धमकी भी दी।

एक के बाद घटित इन घटनाओं के कारण, कोरियन क्षेत्र का तनाव अधिक ही बढ़ गया है। इस कारण, दक्षिण कोरिया ने अब अपनी रक्षासिद्धता बढ़ाने के लिए तेज़ी से गतिविधियाँ शुरू कीं हैं। उत्तर कोरिया की आक्रमक हरक़तो की पृष्ठभूमि पर, दक्षिण कोरिया ने इससे पहले ही अमरीका से ‘एफ-३५’ ये प्रगत लड़ाक़ू विमानों की खरीद करने का फ़ैसला किया था। इस संदर्भ में दो देशों में करार भी हुआ होकर, १३ विमान दक्षिण कोरिया की वायुसेना में दाख़िल हुआ था।

नये तनाव की पृष्ठभूमि पर, ‘एफ-३५’ विमानों की नयी टुकड़ी जल्द दाख़िल हों इसके लिए दक्षिण कोरिया ने प्रयास शुरू किये थे। उसे सफलता मिली होकर, अमरिकी कंपनियों ने, अगले साल की शुरुआत तक ४० ‘एफ-३५’ विमान दक्षिण कोरिया को मिलेंगे, ऐसे संकेत दिये हैं। ‘एफ-३५’ ये ‘फिफ्थ जनरेशन’ श्रेणि के स्टेल्थ लड़ाक़ू विमान होकर, उनमें परमाणुबम का वहन करने की तथा ‘इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर’ की क्षमता है।

दक्षिण कोरिया, एफ-३५, उत्तर कोरिया

इसी बीच, उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों के भंडार में ख़ुफ़िया तौर पर नयी बढ़ोतरी की होने की जानकारी सामने आयी है। युरोप के ‘सिप्री’ इस अभ्यासगुट ने यह जानकारी दी होकर, १० नये परमाणु हथियार तैयार किये हैं, ऐसा कहा है। कांगसोन में युरेनियम का संवर्धन करनेवाले प्रोजेक्ट में इन परमाणु हथियारों को छिपाकर रखा होने का दावा ‘सिप्री’ ने किया। उत्तर कोरिया के पास फिलहाल ३० से अधिक परमाणु हथियार हैं, ऐसा कहा जाता है।

नये परमाणु हथियारों के निर्माण के साथ ही उत्तर कोरिया ने कुछ ख़ुफ़िया नौसेना अड्डे बनाये होने का दावा संशोधकों ने किया है। जेकब बॉगल ने उपग्रहों द्वारा प्राप्त हुए फोटोग्राफ्स के आधार पर इस संदर्भ में जानकारी दी है। उत्तर कोरिया के पूर्वीय तटवर्ती क्षेत्र में होनेवाले ‘सिंपो’ में इन अड्डों का निर्माण किया गया है। इन अड्डों पर युद्धपोत तथा सबमरिन्स की तैनाती का प्रबन्ध किया गया है, ऐसा बॉगल ने अपने दावे में कहा है।

दक्षिण कोरिया की सीमा के नज़दीक भेजीं गयीं लष्करी टुकड़ियाँ, नये परमाणु हथियार और ख़ुफ़िया नौसेना अड्डे का निर्माण, इन सब बातों से, उत्तर कोरिया नये संघर्ष की तैयारी कर रहा होने के संकेत मिल रहे हैं। अमरीका और दक्षिण कोरिया पर दबाव डालने के लिए उत्तर कोरिया से यह तैयारी शुरू की गयी हो सकती है, ऐसा दावा भी विश्लेषकों द्वारा किया जा सकता है।

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