वॉशिंग्टन – हुवेई, बाईटडान्स और टेंसेन्ट जैसी बड़ी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद अमरीका ने अब अलिबाबा के साथ अन्य चीनी कंपनियों को लक्ष्य करने के संकेत दिए हैं। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में इससे संबंधित बयान किया है और चीन के खिलाफ़ जारी कार्रवाई और भी तीव्र करने का इशारा दिया है। ट्रम्प के इस इशारे की पृष्ठभूमि पर सोमवार के दिन विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने हुवेई से संबंधित ३८ कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने का ऐलान किया। ट्रम्प की चेतावनी और इसके पीछे पोम्पिओ ने किए ऐलान की वजह से अमरीका और चीन के बीच शुरू व्यापार युद्ध और भी तेज़ होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।
कुछ दिन पहले राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटॉक और वुईचैट इन प्रमुख चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। टिकटॉक और वुईचैट इन चीनी ऐप्स के मालिकाना हक वाली चीन की ‘बाईटडान्स’ और ‘टेंसेन्ट’ कंपनियां चीन की शासक कम्युनिस्ट हुकूमत को अमरीकी जनता की निजी जानकारी प्रदान कर रही थीं, यह दावा ट्रम्प ने किया था। इस जानकारी का इस्तेमाल ब्लैकमेल एवं जासूसी के लिए हो सकता है, यह कहकर यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा होने का बयान राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया था। इस कारवाई के दौरान ही अमरिकी प्रशासन के सूत्रों ने अन्य चीनी कंपनियों पर भी कार्रवाई करने के संकेत दिए थे।
राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किए बयान की वजह से इसकी पुष्टी हुई है। ट्रम्प को पत्रकारों ने अलिबाबा जैसी बड़ी चीनी कंपनियों पर कार्रवाई हो सकती है क्या, यह सवाल किया था। इस पर जवाब देते समय अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने यह जवाब दिया था कि, इस पर विचार हो रहा है और अन्य कार्रवाई करने के प्रस्ताव भी हैं। अलिबाब पर पाबंदी लगाने का ऐलान होने पर चीन की हुकूमत को यह नया झटका साबित हो सकता है।
अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने वर्ष २०१८ में चीन के खिलाफ व्यापार युद्ध का ऐलान किया था। व्यापार युद्ध के तहत ट्रम्प ने अमरीका के सूचना एवं प्रोद्योगिकी, दूरसंचार और इंटरनेट क्षेत्र में मौजूद चीनी कंपनियों के वर्चस्व के विरोध में कार्रवाई करना शुरू किया था। राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उपस्थित करके ट्रम्प ने इसी मुद्दे पर ‘इमर्जन्सी’ का ऐलान किया था। कोरोना की पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने चीन के खिलाफ़ जारी कार्रवाई की तीव्रता और बढ़ाई होने की बात दिखाई दे रही है।
इसी बीच अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने सोमवार के दिन चीन की हुवई कंपनी से कारोबार कर रही अन्य ३८ कंपनियों को ब्लैकलिस्ट करने का ऐलान किया। अमरीका ने पहले लगाए प्रतिबंधों के बाद ही इन चीनी कंपनियों ने इस कार्रवाई से बचकर अपनी गतिविधियां जारी रखी हैं, यह आरोप करके पोम्पिओ ने इस नई कार्रवाई का समर्थन किया। कुछ दिन पहले अमरिकी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने सूचना और प्रौद्योगिकी एवं इंटरनेट क्षेत्र में चीन ने बनाए प्रभाव को झटका देने के लिए ‘क्लीन नेटवर्क प्रोग्राम’ का ऐलान किया था।
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