वॉशिंग्टन/बीजिंग/मास्को – चीन और रशिया के विरोध में परमाणु युद्ध छिड़ने की संभावना बढ़ी हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका के ‘स्ट्रेटेजिक कमांड’ के प्रमुख एडमिरल चार्ल्स ए. रिचर्ड ने दी। पिछले तीन दशकों में अमरीका को ऐसें प्रतिद्वंद्वी एवं चुनौतियों का सामना करना नहीं पड़ा था, इसपर भी एडमिरल रिचर्ड ने ध्यान आकर्षित किया। दो दिन पहले ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियार इस्तेमाल करने के मुद्दे पर रशिया दे रही धमकी खोखली ना होने की कड़ी चेतावनी दी थी। इसके बाद अमरिकी अधिकारियों का सामने आया बयान ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।
‘पश्चिमी देश रशिया को न्युक्लिअर ब्लैकमेल’ की धमकी दे रहे हैं। लेकिन, यह चाल उन्हीीं को नुकसान पहुँचा सकती है, इसे उन्होंने ध्यान में रखना अच्छा होगा। यदिन रशिया की संप्रभुता को चुनौती प्राप्त होती हैं तो देश और जनता की रक्षा के लिए उपलब्ध सभी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा, इसका अहसास पश्चिमी देश रखें’, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को वास्तव का अहसास कराया।
झैपोरिझिआ परमाणु प्रकल्प पर हुए हमलें और नाटो सदस्य देशों के अधिकारियों के सामने आ रहें बयानों के माध्यम से रशिया को न्युक्लिअर ब्लैकमेल करने की कोशिश हुई। रशिया के विरोध मे परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की चेतावनी दी गई। इन देशों ने रशिया ने प्राप्त किए परमाणु हथियार नाटो देशों के पास मौजूद परमाणु हथियारों से भी प्रगत हैं, इसे ध्यान में रखे, यह इशारा भी पुतिन ने दिया था।
इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के मेरिलैण्ड प्रांत में आयोजित एक समारोह में वरिष्ठ अधिकारी ने परमाणु युद्ध की बढ़ती संभावना पर उपस्थितों का ध्यान आकर्षित किया। ‘अमरीका अंडर अटैक-डिफेंडिंग द होमलैण्ड’ विषय पर आयोजित चर्चा के दौरान एडमिरल रिचर्ड ने यह अहसास कराया कि, रशिया और चीन किसी युद्ध से जुड़े भी क्षेत्र में जारी संघर्ष चरम स्तर तक पहुँचाने की क्षमता रखनेवाले देश हैं। इस तरह के प्रतिद्वंद्वी का अमरीका ने पीछे कुछ समय में अनुभव नहीं किया है, ऐसा रिचर्ड ने कहा।
चीन और रशिया इन दोनों देशोंने परमाणु संघर्ष के मुद्दे को लेकर बना खतरा और इसके विरोध में होनेवाले संघर्ष की संभावना बढ़ी हैं, यह चेतावनी भी उन्होंने दी। इस वजह से आनेवाले समय में युद्ध का स्वरूप बदल सकता हैं, यह भी अमरिकी अधिकारी ने कहा।
इस दौरान एडमिरल रिचर्ड ने अमरीका में हाल ही में हुए ‘न्युक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ का भी ज़िक्र किया। इसमें अमरीका ने ‘न्युक्लिअर ट्रायड’ का आधुनिकीकरण एवं कमांड और कंट्रोल सिस्टिम में सुधार करने से संबंधित किए निर्णय बड़े अहम साबित होते हैं, ऐसा दावा भी उन्होंने किया।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |