झूठी खबरे देनेवाला मिडिया अमेरीका का दुश्मन

झूठी खबरे देनेवाला मिडिया अमेरीका का दुश्मन

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की कड़ी आलोचना

वॉशिंग्टन – उत्तर कोरीया के तानाशहा किम जॉंग-उन समेत हुई मेरी भेट पर अमेरीका के मिडिया ने किया वार्तांकन विपर्यास करनेवाला था, ऐसी कड़ी आलोचना राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने की। ‘फेक न्यूज’ याने जाली खबरे देनेवाले अमेरीकन जनता के सबसे बड़े दुश्मन है, ऐसा इल्जाम राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने रखा। सोशल मिडिया से ट्रम्प ने अमेरीकी मिडिया पर निशाना लगाया। वर्ष २०१७ के फरवरी में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमेरीकी मिडिया को देश का दुश्मन बताकर खलबली मचानेवाला आरोप किया था।

झूठी खबरेसिंगापूर में ट्रम्प और उत्तर कोरीया के तानाशहा ‘किम जॉंग-उन’ के बीच हुई बातचित पर पूरी दुनिया का ध्यान लगा था। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने यह चर्चा सफल होने का दावा करते हुए अमेरीका को उत्तर कोरीया के एटम बम से कोई खतरा नहीं ऐसा दावा किया था। साथही ट्रम्प ने कहा था कि, अमेरीकी जनता अब निश्‍चिंत होकर सो जाए। लेकिन अमेरीका के मिडिया ने इस बातचित पर संदेह जताते हुए इस बारे में कुछ सवाल किए थे। ट्रम्प ने दक्षिण कोरीया से अमेरीका का युद्धाभ्यास खारीज करने का फैसला लिया। इसके बदले में उत्तर कोरीया के तानाशहा ने समझौते का फैसला किया ऐसा दावा अमेरीकी मिडिया ने किया।

इस पर भड़क उठे राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमेरीकी मिडिया को आडेहाथे लिया। उत्तर कोरीया के तानाशहा समेत अपनी बातचित को मिली सफलता की खबर दबाने के लिए इस प्रकार की शंकाए पैदा की जाती है, ऐसा दावा ट्रम्प ने किया। ट्रम्प ने आरोप किया है कि, लगभग ५०० दिन पहले अमेरीकी मिडिया ने इससे परे नीति अपनाते हुए उत्तर कोरीया समेत अमेरीका का संघर्ष रोकने के लिए अभी की हुई चीजों की मॉंग की होती। अमेरीकन मिडिया अपने सरकार के बारे में पक्षपात कर रही है, ऐसा आरोप इससे पहले भी ट्रम्प ने किया था।

अमेरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्षों ने लिए हुए गलत फैसलों का भी मिडिया ने समर्थन किया था। लेकिन मुझ पर यह मिडिया तूट पडता है, ऐसा ट्रम्प का कहना है। ‘मुर्खों द्वारा जारी की जानेवाली झुठी खबरें अमेरीका का सबसे बड़ा दुश्मन है’, ऐसे कड़े शब्दों में ट्रम्प ने अपने आलोचकों को निशाना बनाया। ‘न्यूयॉर्क टाईम्स’ जैसे अग्रतम अमेरीकी समाचारपत्र में की गई आलोचना के बाद ट्रम्प ने चरम प्रतिक्रिया देने के दावे किए गए। उत्तर कोरीया समेत समझौता करनेवाले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को जरूरी वैज्ञानिक जानकारी नहीं होने का आरोप ‘न्यूयॉर्क टाईम्स’ की खबर में किया गया था। उसे ट्रम्प ने अपनी भाषा में जवाब दिया, दिखाई दे रहा है।

दौरान, अमेरीका का चुनाव जितने के बाद ट्रम्प का मिडिया से संघर्ष होता रहेगा, इसके स्पष्ट संकेत मिले थे। अमेरीका के पत्रकार संगठनों ने ट्रम्प को राष्ट्राध्यक्ष पद पर आने के बाद लिखे पत्र से यह संघर्ष नए सिरे से शुरू हुआ था। हम राष्ट्राध्यक्ष पर आलोचना करते हुए पिछे नहीं हटेंगे, यह हमारा मुलभूत अधिकार होने का दावा पत्रकारों ने किया था। वहीं अमेरीका का मिडिया झूठी खबरे देकर जनता की दिशाभूल कर रहा है, लेकिन अब इस मिडिया ने अपना भरोस खो दिया है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प बारबार बता रहे है।

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