जेरुसलेम/तेहरान: अमरिका और पश्चिमी देशों के साथ ईरान ने किया हुआ परमाणु अनुबंध खतरे में आ गया है और अमरिका ने इस अनुबंध से बाहर निकलने की धमकी दी है| इस पृष्ठभूमि पर सदर अनुबंध पर फ्रांस और ईरान के बीच चर्चा शुरू है| इस चर्चा का तपशील सामने नहीं आया है, लेकिन यह चर्चा असफल हुई तो अमरिका और इस्राइल एक होकर ईरान के अड्डों पर हमले करेंगे, ऐसा दावा कुवैत के दैनिक ने किया था| साथ ही अमरिका और इस्राइल ने पहले से ही इस हमले की तैयारी करने की खबरें सामने आईं थी| लेकिन अमरिका और इस्राइल ने ईरान पर हमले किए तो यह इन देशों को ही महंगा पडेगा, ऐसी धमकी ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी ने दी है|
बराक ओबामा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष पद पर थे, तब सन २०१५ में अमरिका के साथ सुरक्षा परिषद के अन्य स्थायी सदस्य देश और यूरोपीय महासंघ ने ईरान के साथ परमाणु अनुबंध किया था| इस अनुबंध के अनुसार ईरान युरेनियम का संवर्धन मर्यादित करने के लिए राजी हुआ था और इसके बदले में ईरान पर लगाए गए प्रतिबन्ध शिथिल करने की तैयारी पश्चिमी देशों ने दर्शाई थी| इस परमाणु अनुबंध पर इस्राइल ने तीखे शब्दों में टीका की थी| डोनाल्ड ट्रम्प अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने खुलकर इस अनुबंध के खिलाफ भूमिका ली है| ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को नियंत्रित नहीं किया है| साथ ही मिसाइलों का निर्माण और परीक्षण करके ईरान ने परमाणु अनुबंध का भंग किया है, ऐसा आरोप ट्रम्प प्रशासन कर रहा है|
इस वजह से सदर अनुबंध में शामिल हुए अन्य देश इसके लिए आग्रही होते हुए भी अमरिका इस अनुबंध से पीछे हटेगा, ऐसी धमकी अमरिका ने दी थी| यूरोपीय देश इस परमाणु अनुबंध को बचाने के लिए अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं| कुछ दिनों पहले फ्रांसने सदर अनुबंध पर ईरान के साथ चर्चा शुरू की थी| यह चर्चा पूरी हुई लेकिन, इसमें सफलता मिली है या नहीं इसकी जानकारी किसी ने खोली नहीं है| लेकिन अगर यह चर्चा असफल हुई है, तो अमरिका और इस्राइल मिलकर ईरान के खाड़ी देशों में स्थित अड्डों पर घ्घोर हमले करेंगे, ऐसा दावा कुवैत के एक दैनिक ने किया है|
‘अल जरिदा’ नाम के इस दैनिक ने अमरिकी अधिकारी का हवाला देकर फ्रांस-ईरान चर्चा असफल साबित हुई तो वह खाड़ी देशों के लिए भयंकर आपत्ति साबित होगी, ऐसा इशारा दिया है| विशेषतः जिन देशों में वर्तमान में ईरान सक्रिय है, ऐसे इराक, सीरिया और लेबेनॉन इन देशों में अमरिका और इस्राइल हमले करेंगे, ऐसा अल जरिदा ने अपनी खबर में कहा है| खाड़ी में इस खबर की चर्चा शुरू है, ऐसे में ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी ने इस पर उग्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है|
इस्राइल और अमरिका ने ईरान के खिलाफ संघर्ष छेड़ा तो वह उनके लिए महंगा साबित होगा, ऐसी धमकी ईरान के वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल घोलम अली रशिद ने दी है| मेजर रशिद ईरान के अत्यंत महत्वपूर्ण ‘मिलिट्री ऑपरेशन कमांड’ के तौर पर पहचाने जाने वाले ‘खताम अल अन्बिआ’ के प्रमुख हैं|
‘वर्तमान में ईरान का प्रादेशिक सामर्थ्य बड़े पैमाने पर बढ़ गया है, जिससे ईरान के खिलाफ संघर्ष के बारे में सोचना बहुत ही कठिन हो गया है| अगर किसी ने संघर्ष छेड़ ही दिया तो उनको अपरिमित हानि सहन करनी पड़ेगी| इस्राइल को इसकी पूरी कल्पना होने की वजह से अद्याप इस्राइल ने ईरान के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है’, ऐसा दावा मेजर रशिद ने किया है|
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