बीजिंग: उत्तर कोरिया के तानाशाह ‘किम जॉन्ग-उन’ गुप्त रूपसे चीन के दौरे पर जाने की रविवार से चर्चा शुरू हुई थी। लेकिन इस दौरे की घोषणा करके चीन और उत्तर कोरिया ने अब ‘किम जॉन्ग-उन’ की भेंट का तपशील खोल दिया है। उत्तर कोरिया अपना परमाणु निर्माण रोकने के लिए तैयार होने की घोषणा चीन के राष्ट्राधयक्ष शी जिनपिंग ने की है।
चीन के सरकारी अधिकारियों ने प्रसिद्ध की हुई जानकारी के अनुसार, उत्तर कोरिया के तानाशाह तीन दिनों के चीन दौरे पर थे। देर रविवार को ‘किम जॉन्ग-उन’ अपनी विशेष ‘शस्त्रसज्ज ट्रेन’ से चीन में दाखिल हुए। उत्तर कोरिया के तानाशाह इस्तेमाल करनेवाले यह ट्रेन अचानक चीन में दाखिल होने की वजह से ‘उन’ की चीन दौरे के खबर की चर्चा शुरू हुई थी। लेकिन उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारियों का प्रतिनिधि मंडल इस ट्रेन से चीन में दाखिल होने की खबर उत्तर कोरिया ने प्रसिद्ध की। चीन की कम्युनिस्ट राजवट ने भी मंगलवार तक इस बारे में अधिक जानकारी देना टाला था। लेकिन मंगलवार को यह ट्रेन उत्तर कोरिया के लिए रवाना होने के बाद, चीन की सरकार ने उत्तर कोरिया के तानाशाह के चीन दौरे की जानकारी प्रसिद्ध की। उत्तर कोरिया के सूत्रों को हाथों में लेने के बाद पिछले तीन सालों में ‘किम जॉन्ग-उन’ का यह पहला ही विदेश दौरा है। इस दौरे में ‘उन’ के साथ परमाणु निर्माण और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के साथ मुलाकात के बारे में चर्चा होने की जानकारी चीनी राष्ट्राध्यक्ष ने दी है। उत्तर कोरिया परमाणु निर्माण रोकने के लिए और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के साथ मुलाकात करने के लिए उत्सुक हैं, ऐसा दावा चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने किया है।
‘अतीत की एक घटना की वजह से चीन और उत्तर कोरिया के बीच सामरिक सहकार्य प्रभावित नहीं हो सकता। चीन आज भी अपने उत्तर कोरियन कॉम्रेड के साथ काम करने के लिए तैयार है’, ऐसी घोषणा चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने की है। साथ ही इस ऐतिहासिक मुलाकात के बाद दोनों पडौसी देशों के बीच हितसंबंध पहले की तरह मजबूत हैं, ऐसा आश्वासन राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने दिया है। लेकिन उत्तर कोरिया ने इस दौरे के बारे में बात करना टाला है।
दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने जिनपिंग और ‘उन’ की मुलाकात का स्वागत किया है। चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिकी राष्ट्राधयक्ष ट्रम्प को इस मुलाकात की कल्पना दी थी, ऐसी जानकारी ट्रम्प ने दी है। ‘उत्तर कोरिया के तानाशाह किम मेरे साथ मुलाकात करने के लिए उत्सुक हैं और मै भी उनसे मिलने के ली तैयार हूँ। लेकिन अमरिका अभी कोई भी सहूलियत नहीं दे सकता। इसके आगे भी उत्तर कोरिया पर अमरिकी प्रतिबंधों का दबाव कायम रहेगा’, ऐसी घोषणा ट्रम्प ने की है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और तानाशाह किम की मुलाकात से सकारात्मक निर्णय आने तक उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबन्ध नहीं हटाए जाएंगे, एस व्हाईट हाउस ने कुछ दिनों पहले घोषित किया था।
अमरिका दक्षिण कोरिया में ‘एफ-३५’ तैनात करेगा
वॉशिंग्टन: ‘एफ-३५’ इन प्रगत लड़ाकू विमानों का परीक्षण सफल हुई है और जल्द ही यह विमान दक्षिण कोरिया में तैनात किए जाएंगे, ऐसी जानकारी अमरिकी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। ‘एफ-३५’ की दक्षिण कोरिया में तैनाती मतलब उत्तर कोरिया की ‘किम जॉन्ग-उन’ की राजवट को इशारा होने का दावा अमरिकी और ब्रिटिश विश्लेषक कर रहे हैं।
चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग और उत्तर कोरिया के तानाशाह ‘उन’ के बीच मुलाकात पूरी हुई है और इस पर दुनिया भर में चर्चा शुरू है। इस पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया में ‘एफ-३५’ के तैनाती की घोषणा करने के लिए चुना हुआ मुहूर्त सूचक है, ऐसा दिखाई दे रहा है। ‘एफ-३५’ यह दुनिया के सबसे प्रगत लड़ाकू विमान माने जाते हैं। इस एक विमान की कीमत १२ करोड़ डॉलर्स से ज्यादा है।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)