वॉशिंगटन: अमरिका चीन के विरोध में व्यापार युद्ध में उतरा नहीं है, क्योंकि अमरिका यह व्यापार युद्ध अनेक वर्ष पहले हारा हुआ है। मूर्ख एवं अकार्यक्षम व्यक्तियों की वजह से अपने देश ने व्यापारी युद्ध गवाया है। फिलहाल अमरिका को चीन के साथ व्यापार युद्ध में लगभग ५०० अरब डॉलर्स का नुकसान होता है। इसकी वजह से इस व्यापार युद्ध में अमरिका के पास गावाने के लिए और कुछ नहीं बचा है। प्रतिवर्ष बुद्धि संपदा की चोरी के माध्यम से चीन अमरिका के ३०० अरब डॉलर्स लूटता है। यह आगे चलकर सहन नहीं किया जाएगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सूचित किया है।
अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष व्यापार युद्ध के बारे में यह प्रतिक्रिया दे रहे है, तभी चीन ने अमरिका के १.१७ लाख करोड़ डॉलर्स के रोखे इस व्यापार युद्ध में न्युक्लियर ऑप्शन होंगे ऐसा संकेत दिए हैं। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पिछले महीने में चीन के लोहा एवं एलुमिनियम के आयात पर कर जारी करने की घोषणा की थी। उसके बाद चीन के विरोध में ५० से ६० अरब डॉलर के नए आयात कर जारी करने के अध्यादेश भी निकाला गया था। उसके प्रतिउत्तर देते हुए चीन ने सोमवार को अमरिका के लगभग १२८ उत्पादनों पर कर जारी करने की घोषणा की है। उस पर व्हाइट हाउस ने तीव्र प्रतिक्रिया देकर अमरिकी निर्यात को लक्ष्य करने के लिए अयोग्य व्यापारी पद्धति को सुधारें ऐसी टिप्पणी की थी।
मंगलवार को अमरिका के ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव से आयात कर जारी होने वाले चीनी उत्पादनों की सूची तैयार की गई है। इस सूची में लगभग १३०० उत्पादनों का समावेश है। उसमें दूरसंचार विभाग के लिए लगने वाले उपकरण, रोबोट, रसायन, एलईडी टिव्ही, गाड़ियां, विमानों के भाग एवं वैद्यकीय उत्पादनों का समावेश है। इसमें चीन के तंत्रज्ञान क्षेत्र में उत्पादनों को प्रमुख तौर पर लक्ष्य किया जा रहा है और इसकी वजह से इस क्षेत्र में चीन से शुरू होने वाले प्रगति को नुकसान हो सकता है, ऐसा माना जा रहा है। अमरिका ने घोषित किए उत्पादों के आयात मूल्य अंदाजे से ५० अरब डॉलर्स से अधिक होने की बात कही जा रही है।
अमरिका की इस घोषणा के बाद २४ घंटों के अंदर चीन ने १०६ अमरिकी उत्पादनों पर २५ फ़ीसदी कर जारी करने की घोषणा करके जबरदस्त धक्का दिया है। चीन ने घोषित किए कार्रवाई में अमरिका के सोयाबीन, ज्वार, वाहन क्षेत्र, रसायन, विमान, कपास, इलेक्ट्रिक गाड़ियां, मांस एवम प्लास्टिक उत्पादनों का समावेश है। चीन के निर्यात की वजह से अमरिका के निर्यात को ५० अरब डॉलर्स का नुकसान होगा, ऐसा दावा चीनी सूत्रों ने किया है।
अमरिका मे नियुक्त चीन के राजदूत कुई तियानकाई ने अमरिका की नई कार्रवाई का सामना करने के लिये चीन भी पूर्ण तैयारी में होने का एहसास दिलाया है। अमरिका ने चीन के विरोध में नए कर जारी करने का निर्णय लेने पर चीन उसे जवाब देने के लिए तीव्र कार्रवाई करेगा, ऐसा इशारा तियानकाई ने हाल ही में दिया था। अमरिका की कार्रवाई के बाद केवल २४ घंटे में चीन ने दिए प्रत्युत्तर में चीनी अधिकारियों से किए जाने वाले इशारों को समर्थन मिल रहा है।
अमरिका के साथ व्यापार युद्ध अधिक से अधिक तीव्र होने आशंका दिखाई दे रही है तभी चीन ने विभिन्न विकल्पों को ढूंढना शुरू किया है। अमरिका के सरकारी बॉन्ड यह एक महत्वपूर्ण एवं निर्णायक विकल्प होगा, ऐसा संकेत चीन के सूत्रों ने दिया है। चीन ने अमरिका के साथ आर्थिक एवं व्यापारी विवाद के दौरान इससे पहले भी अपने पास होनेवाले बॉन्ड बेचने की धमकी दी।
फिलहाल चीन के पास अमरिका के लगभग १.१७ करोड डॉलर्स के बॉन्ड हैं। चीन ने यह बॉन्ड बेचने का निर्णय लेने पर अमरिकी वित्त व्यवस्था के साथ जागतीक स्तर पर भी दूरगामी परिणाम होंगे, ऐसा इशारा विश्लेषकों ने इससे पहले ही दिया था।
(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)