फिलिपाईन्स के विदेश मंत्री की चेतावनी
मनिला, – ‘‘फिलिपाईन्स ने ‘साऊथ चायना सी’ के बारे में कुछ ‘रेड लाईन’ निर्धारीत की है। यदी चीन इन ‘रेड लाईन’ का उल्लंघन कर फिलिपाईन्स के तेल खदानों को छीनने की कोशिश की तो फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष चीन के साथ जंग पुकारेंगे’’, ऐसी चेतावनी फिलिपाईन्स के विदेश मंत्री ने दी। साथही ‘साऊथ चायना सी’ में चीन की सभी गतिविधियॉं सहीं नहीं जाऐंगी, ऐसा भी फिलिपाईन्स के विदेश मंत्री ने फटकारा। पिछले कई महिनों से चीन के साथ मित्रता पूर्ण सहयोग प्रस्थापित करनेवाले फिलिपाईन्स ने दी चेतावनी चीन के लिए झटका साबित हो रही है।
‘साऊथ चायना सी’ के संबंध में फिलिपाईन्स की सरकार ने पिछले कई सालों तक चीन के खिलाफ नीति अपनाई थी। ‘साऊथ चायना सी’ के कुछ समुद्री क्षेत्र पर अपना अधिकार है, ऐसा कहते हुए फिलिपाईन्स ने चीन के दावेदारी को चुनौती दी थी। इस मामले पर फिलिपाईन्स अंतरराष्ट्रीय न्यायालय तक पहुँचा था। लेकिन देढ साल पहले फिलिपाईन्स में रॉड्रिगो दुअर्ते की सत्ता आने के उपरांत फिलिपाईन्स के विदेश नीति में महत्त्वपूर्ण बदलाव हुए थे।
अमेरीका के परंपरागत सहयोग तोडते हुए राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने चीन से नजदिकियॉं बढाई थी। फिलिपाईन्स के चीन समेत ‘साऊथ चायना सी’ के बारे में मतभेद ना होने की घोषणा दुअर्ते ने की थी। उसके बाद दुअर्ते ने चीन से सुरक्षा सहयोग लेना शुरू किया था। फिलिपाईन्स में विरोधकों ने दुअर्ते की इस नीतिक के खिलाफ आलोचना हो रही थी। फिलिपाईन्स की सीमा में घुसपैठी करनेवाले चीन के खिलाफ राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते आवाज नहीं उठा रहें, ऐसी आलोचना शुरू हुई थी।
लेकिन दो दिन पहले ‘साऊथ चायना सी’ में चीन द्वारा शुरू उत्खनन पर सवाल उठाते हुए फिलिपाईन्स के विदेश मंत्री ‘ऍलन पीटर केतानो’ ने गंभीर चेतावनी दी। ‘इस समुद्री क्षेत्र के देशों का ‘साऊथ चायना सी’ के तेल खदानों पर समान अधिकार है। कोई भी देश एकतरफा फैसला लेते हुए इस क्षेत्र के तेल नहीं निकाल सकते। इस समुद्री क्षेत्र में फिलिपाईन्स की सीमा से अगर कोई तेल का उत्खनन शुरू किया तो फिलिपाईन्स सीधा युद्ध शुरू करेगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने फटकारा’, ऐसी घोषणा विदेश मंत्री केतानो ने की।
राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने ‘साऊथ चायना सी’ के ‘रेड लाईन’ के बारे में इससे पहले ही चीन को फटकारा था। फिलिपाईन्स के समुद्री सीमा में उत्खनन, समुद्री गश्ती या अन्य गतिविधियॉं फिलिपाईन्स को स्वीकार नहीं, इस बारे में चीन को अवगत किया गया था, ऐसी जानकारी विदेश मंत्री केतानो ने दी। समय आने पर इस बारे में राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते अपनी नीति जारी करेंगे, ऐसा दावा केतानो ने किया।
‘साऊथ चायना सी’ में ‘स्कारबोरो शोल’ इस क्षेत्र पर फिलिपाईन्स ने अपना अधिकार जताया है। यहॉं के द्विपों पर फिलिपाईन्स की नौसेना ने बेस बसाया है। लेकिन चीन को फिलिपाईन्स का यह अधिकार स्वीकार नहीं जो पूर्ण ‘साऊथ चायना सी’ पर अपना अधिकार होने का दावा कर रहा है। फिलिपाईन्स समेत वियतनाम, तैवान, ब्रुनेई, मलेशिया इन देशों के समुद्री अधिकार भी चीन ने ठुकरा दिए है।
दौरान, पिछले देढ साल में ‘साऊथ चायना सी’ में चीन की नीति के बारे में साधारण नीति अपनाने वाले फिलिपाईन्स ने आक्रामक नीति स्वीकारते हुए चीन को चेतावनी दी है।
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