चीन के सरकारी मीडिया की मॉंग
बीजिंग – ‘अमरिका ने छेडे हुए कारोबारी जंग का जबरा झटका लगे हुए चीन और यूरोप को एक दुसरे से हाथ मिलाते हुए अमरिका को सबक सिखाना चाहिए तथा ट्रम्प को बडी किमत चुकाने पर मजबूर करना होगा।’ ऐसा आवाहन चीन के सरकारी मुखपत्र ने किया है। पिछले हफ्ते चीन से आयात होनेवाले करीब ५० अरब डॉलर्स के उत्पादों पर अमरिका द्वारा २५ प्रतिशत कर लागू करने का ऐलान ट्रम्प ने किया था। अमरिकी उत्पादों पर कर डालते हुए चीन ने उसको जवाब दिया था। इस से दोनो देशों में आधिकारिक रुप में कारोबारी जंग शुरु हो चुकी है। इस पृष्ठभूमि पर चीन के सरकारी अखबारों ने यूरोपीय देशों को साथ लेकर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष को सबक सिखाने की भाषा शुरू की है।
चीन से होनेवाली अमरिकी तकनीक की चोरी और कारोबार में गलत तरीकों का इस्तेमाल, इसको निशाना बनाने के लिए चिनी आयात पर कर डालने का दावा ट्रम्प ने पिछले हफ्ते किया था। अमरिका और चीन के कारोबार में संतुलन के लिए यह भूमिका स्वीकार की है, ऐसा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट किया था। उसके बाद अमरिका के ६०० से भी अधिक उत्पादों के आयात पर कर लागू करने का ऐलान करके चीन ने अमरिका को जवाब दिया।
चीन के इस फैसले का झटका अमरिका से चीन में आयात होनेवाले ३४ अरब डॉलर्स के कारोबार को बैठ सकता है। चीन द्वारा अमरिका के खिलाफ तीन महीने में दुसरी बार कारोबार पर कर लादने की घोषणा हुई है। इस वजह से अब अमरिका और चीन में कारोबारी जंग शुरु होने का दावा किया जा रहा है। पिछले कई दिनों से चीन के सरकारी मुखपत्रों द्वारा यही सूर लिया जा रहा है। ट्रम्प का प्रशासन गडबडी से भरा, एक तरफा और घमंडी है, ऐसी आलोचना चीन सरकार के मुखपत्र ने की।
ट्रम्प के घमंडी नीतियों की वजह से दुनिया के प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ का कारोबारी सहयोग धोखें में पड सकता है। यह धोखा टालना है तो चीन और यूरोप साथ आकर ट्रम्प को सबक सिखाना चाहिए, ऐसा आवाहन चीन के मुखपत्र ने किया है। वहीं चीन के अन्य मुखपत्र ने ‘बेवकूफ लोग दीवार खडी करते है’ ऐसा दावा करते हुए, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के मेक्सिकन सरहद पर दीवार खडी करने के फैसले पर निशाना साधा। साथ ही अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष मतलबी है, ऐसी आलोचना भी इस मुखपत्र ने की।
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