वॉशिंग्टन/मॉस्को – ‘अंतरीक्ष में केवल अस्तित्व होना अमेरीका की सुरक्षा के लिए काफी नहीं। अंतरीक्ष में प्रभूत्व प्रस्थापित करना अमेरीका की सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण है। इसलिए अमेरीका स्वतंत्र ‘स्पेस फोर्स’ की स्थापना कर रहा है’, ऐसी घोषणा अमेरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने की। रशिया ने इसकी गंभीर दखल ली। अमेरीका के राष्ट्राध्यक्ष की यह घोषणा मतलब चेतावनी है, ऐसा दावा रशियाने किया जिसे करारा जवाब दिया जाएगा, ऐसा धमकाया है।
राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘स्पेस फोर्स’ का महत्त्व अधोरेखित करते हुए ‘अमेरीका ने अंतरीक्ष में अग्रतम ही रहना चाहिऐ। रशिया और चीन अंतरीक्ष में अमेरीका से आगे निकल जाए यह कदापी सहा नहीं जाएगा’, ऐसा कहा। अमेरीका के रक्षा दल की छठी शाखा कहते हुए स्पेस फोर्स की स्थापना की जाएगी। अंतरीक्ष में अमेरीका का प्रभूत्व बनाए रखने के लिए यह जरूरी है, ऐसा कहते हुए अमेरीका का भविष्य सिर्फ पृथ्वी तरक सीमित नहीं हो सकता, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा। साथही स्पेस फोर्स की स्थापना अमेरीका के सुरक्षा से जुड़े हितसंबंधों के लिए आवश्यक है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ध्यान में लाकर दिया है।
राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जानकारी दी कि, अमेरीकी वायुसेना के समान ‘स्पेस फोर्स’ भी अलग होगा और स्वतंत्रता से काम करेगा। बहुत पहले से अमेरीका ने स्पेस फोर्स की स्थापन की जाए, ऐसी मॉंग की थी। अंतरीक्ष में सामुहीक संहार करने वाले हथियार तैनात ना किए जाए, इस बारे में वर्ष १९६७ में समझौता किया गया था और अमेरीका इस समझौते में शामिल हुआ था। इससे अमेरीका के स्पेस फोर्स इस समझौते का उल्लंघन करते हुए अंतरीक्ष में विघातक हथियार तैनात करेगा क्या, ऐसा सवाल पुछा जा रहा है। अमेरीकन कॉंग्रेस के कुछ सदस्य स्पेस फोर्स के बारे में और कुछ अल सवाल उपस्थित कर रहे है।
दौरान, अमेरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने की इस घोषणा पर रशिया से कड़ी प्रतिक्रिया आयी है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प द्वारा स्पेस फोर्स की स्थापना का आदेश मतलब कड़ी चेतावनी है, ऐसा दावा रशियन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारीया झाखारोव्हा ने किया। इस फैसले की गुँज उठने से नहीं रहेगी, ऐसा झाखारोव्हा ने धमकाया। इससे अंतरीक्ष का सैनिकीकरण हो जाएगा, ऐसी चेतावनी दी। साथही इस फैसले से सामरीक असमतोल निर्माण होगा जिससे आंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है, ऐसी चिंता झाखारोव्हा ने जताई।
रशिया के पास भी स्पेस फोर्स है। लेकिन उसका इस्तेमाल सिर्फ सुरक्षा के लिए किया जाता है और रशिया का यह गुट शांतता के लिए कार्य कर रहा है, ऐसा दावा झाखारोव्हा ने किया। साथही रशिया की इस संदर्भ में नीति अमेरीका के बिलकुल खिलाफ है, ऐसा कहते हुए झाखारोव्हा ने अमेरीकी राष्ट्राध्यक्ष द्वारा लिए गए फैसले पर चिंता जताई। रशियन संसद के सदस्य ‘व्हिक्टर बोंदारेव्ह’ ने ही अमेरीका का फैसला गैरजिम्मेदाराना होने का इल्जाम करते हुए इससे वर्ष १९६७ में किए गए अंतरीक्ष समझौते का उल्लंघन है, ऐसा दावा किया।
‘अगर अमेरीका इस समझौते की पर्वा नहीं कर सकता, तो फिर रशिया ही क्या लेकिन अन्य कोई भी देश इस समझौते का पालन ना करते हुए ऐसेही फैसले लेगा। जिससे अंतरीक्ष में हथियारों की रेस भड़क उठेगी’, ऐसा डर बोंदारेव्ह ने व्यक्त किया है।
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