ब्रासिलिया/कारकस – नए चलन की घोषणा कर अर्थव्यवस्था संभालने का दावा करने वाले व्हेनेझुएला राष्ट्राध्यक्ष के सामने का संकट और भी बढने के संकेत मिल रहे है। लॅटीन अमेरीकी पडोसी देशों ने व्हेनेझुएला के खिलाफ आक्रामक नीति अपनाई जिसमें ब्राझिल ने व्हेनेझुएला से आने वाले नागरीकों पर रोक लगाने के लिए सेना तैनात की है। वहीं इक्वेडोर और पेरू ने व्हेनेझुएला से अपने देश में आने वाले नागरीकों पर प्रतिबंध लगाए है। इससे महंगाई, जीवनपयोगी पदार्थां की किल्लत, मुद्रास्फीति और जुलूम से त्रस्त व्हेनेझुएला की जनता को अराजक समान स्थिती को मुँह देना पड रहा है, ऐसा दिखाई दे रहा है।
व्हेनेझुएला जो लॅटीन अमेरीका का तेल संपन्न देश है, उसे भीषण आर्थिक संकट से झूंजना पड रहा है। वर्ष २०१४ से व्हेनेझुएला में आर्थिक मंदी छायी हुई है, जिससे तेल की दामों में गिरावट और अमेरीका ने लगाए हुए प्रतिबंधों के बाद इस मंदी की ठोकरे और भी तेज हो चुके है। दोन वर्ष पहले एक लाख जनता ने जीवनावश्यक चीजे, धान और औषधों के लिए कोलंबिया में स्थित्यंतर करने से खलबली मची थी। लेकिन उसके बाद व्हेनेझुएला छोड जाने वालों की तादात लगातार बढ गई जो अब लगभग २३ लाख पर पहुँच गया, ऐसा कहा जाता है।
आंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक संगठन ने डर जताया है कि, व्हेनेझुएला का चलन ‘बोलिव्हर’ में काफी गिरावट हो चुकी है फिर भी मुद्रास्फीती करीब १० लाख प्रतिशत तक जाने की संभावना है। व्हेनेझुएला के आर्थिक क्षती ‘जीडीपी’ के २० प्रतिशत पर जा चुकी है जिससे कर्जे की गिनती करीब १५० अरब डॉलर्स तक पहुँच चुकी है। देश की आर्थिक कमाई का साधन रहने वाले तेल की उत्पादकता में भी काफी गिरावट हो चुकी है, जो तीन दशकों की सबसे अल्पतम स्तर पर गिरी है।
राष्ट्राध्यक्ष निकोलस मदूरो ने इस आर्थिक संकट से बाहर निकाल ने के लिए शुरू में तेल पर आधारीत ‘पेट्रो’ नामक ‘क्रिप्टोकरन्सी’ की घोषणा की थी। लेकिन आंतर्राष्ट्रीय गुटों ने, ये चलन मतलब एक ‘घोटाला’ होने का आरोप का आरोप करने से इसे ज्यादातर प्रतिसाद नहीं मिला। राष्ट्राध्यक्ष मदूरो ने ‘पेट्रो’ की असफलता की बाद नए ‘बोलिव्हर’ चलन की घोषणा करते हुए सोमवार से ये चलन कार्यरत होने का दावा किया। ये चलन इससे पहले असफल साबित हुए ‘पेट्रो’ चलन से जोडा गया है।
लेकिन व्हेनेझुएला की जनता के लिए मदुरो की योजनाओं से कोई फर्क नहीं हुआ है। इससे परे अब तक कम तेजी पर चल रहे तेल के दाम बढ़ने से जनता और भी नाराज हुई है। साथही धान और अन्य जीवनावश्यक चीजों की किल्लत रहने के कारन वो प्राप्त करने के लिए लंबी कतारों में खडा रहना पर रहा है, जहॉं चोरी एवं अपराधों का प्रमाण काफी बढ चुका है।
इससे देश छोड के जाने वाले जनता की तादात दिन प्रति दिन बढ़ रही है। लेकिन व्हेनेझुएला के नागरीकों को आश्रय देने वाले ब्राझिल, कोलंबिया, इक्वेडोर और पेरू जैसे देशों ने व्हेनेझुएला के शरणार्थीयों के जत्थे रोकने के लिए आक्रामक फैसले लेना शुरू किया है।
व्हेनेझुएला से आने वाले नागरीकों पर प्रतिबंध लगाते हुए कोलंबिया ने उनकी कडी जॉंच शुरू की है। पिछले सप्ताह ब्राझिल में व्हेनेझुएला के विस्थापितों के खिलाफ हिंसाचार करने के बाद ब्राझिल ने सीमापर सैनिकी कॉलम तैनात किए है। व्हेनेझुएला से आने वाले हर एक शरणार्थी को पासपोर्ट एवं अन्य जरूरी दस्तावेज संभालने का नया नियम इक्वेडोर ने जारी किया है। पेरू ने भी इस सप्ताह की आखिर से इक्वेडोर के समान दस्तावेज बंधनकारक करने का फैसला लिया है।
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