तेल अवीव – गाजापट्टी में ‘हमास’ के १०० से अधिक जगहों पर जोरदार हवाई हमले करके इस्रायल ने अपने ‘तेल अवीव’ शहर पर हुए राकेट के हमलों का बदला लिया। गुरूवार रात इस्रायल की आर्थिक राजधानी समझी जा रही ‘तेल अवीव’ शहर पर गाजापट्टी से राकेट हमले किए गए?थे। उसके बाद क्रोधित हुए इस्रायल ने गाजा में ‘हमास’ के ठिकानों पर हमले किए और इस हमले के लिए ‘हमास’ की जिम्मेदार होने का आरोप किया। इस्रायल के प्रमुख शहरों पर राकेट हमलें करने की धमकी ‘हमास’ और ‘इस्लामिक जिहाद’ इस गाजा की संगठनों ने दी थी। ऐसा हुआ तो इन हमलों के भीषण परिणाम होंगे, ऐसी चेतावनी इस्रायल ने पहले ही दी थी।
इस्रायल के ‘तेल अवीव’ से दक्षिणी हिस्से के शहरों को लक्ष्य करने में सक्षम राकेटस्, मिसाइल हम रखते है, यह दावा हमास और इस्लामिक जिहाद इन आतंकी संगठनों ने कुछ दिन पहले ही किया था। इस्रायल का लष्कर रोक नही सकेगा, इतने हमलें इस्रायल के शहरों पर करने की धमकी इन संगठनों ने दी थी। गुरूवार रात उत्तरी दिशा के ‘तेल अवीव’ पर राकेट हमलें करके गाजा के आतंकियों ने अपनी धमकी सच करके दिखाई। गाजा से ‘तेल अवीव’ पर नौ राकेटस् छोडे गए थे। लेकिन, इस्रायल ने अपने हर शहर एवं सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात किए ‘आयर्न डोम’ इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा ने इनमें से सात राकेट हवा में ही नष्ट किए। लेकिन, इनमें से दो राकेटस् तेल अवीव शहर में गिरे।
गाजा से हुए इन हमलों में जीवित हानी नही हुई। लेकिन, इससे क्रोधित हो उठे इस्रायल ने कुछ ही मिनिटों में गाजापट्टी की दिशा में लडाकू विमान रवाना करके हमास के सौ से अधिक ठिकानों को लक्ष्य किया। तेल अवीव पर हुए हमलों से हमारा संबंध ना होने का हमास ने इस दौरान कहा है। लेकिन, हमास की हथियारबंद ‘अल कासम ब्रिगेड’ संगठन ने यह हमला किया है, यह आरोप इस्रायल ने किया। साथ ही हमनें जवाब में किए हवाई हमलें में हमास के आतंकी अड्डे, हथियार निर्माण का कारखाना, हथियारों के भंडार और साथ ही समारिया एवं रिमाल में बने हमास का मुख्यालय और भूमिगत राकेट का कारखाने को लक्ष्य किया गया है, ऐसा इस्रायल ने कहा। इस्रायल की सुरक्षा को चुनौती देने की कोशिश की तो उसे प्रत्युत्तर मिलेगा, ऐसे एक वाक्य में इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू इन्होंने प्रतिक्रिया दर्ज की है।
इस दौरान अगले महीने में इस्रायल में चुनाव होने है। इस दौरान इस्रायल के प्रमुख शहरों पर हमलें करने की धमकी हमास और हिजबुल्लाह का प्रमुख नसरल्लाह ने दी थी। इस्रायल में प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू इन्हें रोकना है तो, इसी समय के दौरान इस्रायल पर हमला करना जरूरी है, ऐसा नसरल्लाह ने कहा था। लेकिन, चुनाव का लाभ उठाकर हम इस्रायल पर हमला कर सकते है, इस समझ में आतंकी ना रहे, उन्हें इन हमलों का भयंकर तरीके से जवाब मिलेगा, ऐसा कडा इशारा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू इन्होंने कुछ दिन पहले ही दिया था। उसके बाद इस्रायल ने गाजापट्टी और लेबनान एवं सीरिया की सीमा पर तैयारी बढाई थी।
गाजा के हमास और इस्लामिक जिहाद इन संगठनों की तरह लेबनान के हिजबुल्लाह और सीरिया की सीमा रेखा पर ईरान एवं हिजबुल्लाह के आतंकी एक होकर इस्रायल की सुरक्षा को चुनौती देने की तैयारी में होने का आरोप इस्रायल कर रहा है। तेल अवीव पर राकेट हमले होने के बाद इस्रायल में सभी सियासी दल क्रोधित होकर प्रतिक्रिया दर्ज कर रहे है। हमास पर कडी कार्रवाई करने की मांग भी यह सभी दल सरकार के समक्ष कर रहे है। इस वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर इस्रायल में राष्ट्रीय स्तर पर एक राय होने की बात स्पष्ट हो रही है।
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