सौदी अरब और यूएई के येमन पर हवाई हमलें – प्रत्युत्तर के तौर पर ड्रोन हमलें में बढोतरी करने का हौथी बागियों का दावा

सौदी अरब और यूएई के येमन पर हवाई हमलें – प्रत्युत्तर के तौर पर ड्रोन हमलें में बढोतरी करने का हौथी बागियों का दावा

सना/रियाध/दुबई – संयुक्त अरब अमीराती (यूएई) ने येमन के संघर्ष से वापसी करने पर भी शनिवार के दिन सौदी और यूएई ने येमन पर जोरदार हवाई हमलें करने की बात सामने आयी है| राजधानी सना पर किए यह हमलें येमन में नई मुहीम की शुरूआत होने के संकेत सूत्रों ने दिए है| वही, सौदी-यूएई की इस कार्रवाई पर प्रत्युत्तर के तौर पर सौदी पर ड्रोन हमलें करने का दावा हौथी बागियों ने किया है|

सौदी अरब ने वर्ष २०१५ में खाडी और अफ्रीका के १० से अधिक मित्रदेशों का गठबंधन करके हौथी बागियों के विरोध में आक्रामक लष्करी मुहीम शुरू की थी| इसमें लगभग दो लाख सैनिकों के साथ २०० से अधिक लडाकू विमान और युद्धपोत शामिल थे| सौदी के साथ ही ‘यूएई’ की भी इस मुहीम में अहम भूमिका और सहभाग होने की बात समझी जा रही थी| अमरिका ने भी इस दौरान सौदी अरब को समर्थन, हथियार और आर्थिक सहायता प्रदान की थी|

लेकिन, इस लष्करी मुहीम में उम्मीद के नुसार सफलता प्राप्त नही हो रही है, ऐसे अहवाल लगातार सामने आ रहे थे| हौथी बागियों ने सौदी में एक के पीछे एक किए हमलों से इस मुहीम की नाकामयाबी का समर्थन किया था| इस असफलता के कारण मोरोक्को और कतार जैसे देश इस मुहीम से बाहर निकले थे| इसके बाद सौदी के परंपरागत सहयोगी यूएई ने भी कुछ दिन पहले इस मुहीम से वापसी शुरू करने से मुहीम को जोरदार झटका लगने की बात समझी जा रही है|

लेकिन, अपनी वापसी सीमित है और येमन की मुहीम के लिए सौदी को जरूरी सहयोग इसके आगे भी बरकरार रहेगा, यह खुलासा यूएई ने किया था| शनिवार के दिन येमन की राजधानी सना में हुए हवाई हमलों से इस खुलासे पर समर्थन प्राप्त हुआ है| इस हमले में यूएई के कितने विमान शामिल थे, यह जानकारी नही प्राप्त हुई है, लेकिन इस कार्रवाई में यूएई के समावेश की पुख्ता जानकारी दी गई है| इस कार्रवाई में हौथी बागियों के अड्डे लक्ष्य किए गए है, यह कहा गया है|

सौदी और यूएई की यह कार्रवाई हौथी बागियों के विरोध में शुरू कार्रवाई का अहम स्तर होने का दावा हो रहा है| इस स्तर पर सिर्फ बागियों के अड्डों को लक्ष्य किया जाएगा| इससे पहले किए गए हमलों में येमन की पाठशाला, अस्पताल और रियासी इलाकों पर कार्रवाई की गई थी| इन हमलों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी आलोचना हुई थी| सौदी का समर्थन कर रहे पश्‍चिमी देशों ने हथियार और अन्य सहायता रोकने का इशारा भी दिया था|

इस वजह से सौदी ने अपनी नीति में बदलाव करने के संकेत देकर नए से हौथी बागियों के विरोध में हमलें शुरू किए है, यही शनिवार की कार्रवाई से दिखाई दे रहा है|

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