भारत का हमला होने के डर से पाकिस्तानी वायुसेना की गतिविधियों में बढोतरी

भारत का हमला होने के डर से पाकिस्तानी वायुसेना की गतिविधियों में बढोतरी

इस्लामाबाद – अपने लडाकू विमानों का महामार्ग से उडान कराके पाकिस्तान ने रक्षा तैयारी का परीक्षण किया है। पाकिस्तान की वायुसेना ने यह ऐलान करके इस परीक्षण के व्हिडीओ भी प्रसिद्ध किए है। इसी बीच पाकिस्तान में चीन के लडाकू विमान दाखिल हुए है, ऐसा वृत्त है। जल्द ही ‘पाकिस्तान डे’ मनाया जा रहा है और इसके लिए चीन के लडाकू विमान पाकिस्तान में दाखिल हुए है, यह कहा जा रहा है। साथ ही पाकिस्तान ने भारत के हवाई हमले के डर से अपनी हवाई सीमा अभी भी पूरी तरह कार्यान्वित नही की है। राष्ट्रीय सुरक्षा का विचार करके यह निर्णय किया गया है, ऐसा पाकिस्तान की यंत्रणा ने कहा है।

पिछले २० दिनों से भारत से जुडी अपनी हवाई सीमा पाकिस्तान ने बंद रखी है। इस वजह से पाकिस्तान को करोडो रुपयों का नुकसान उठाना पड रहा है। इस वजह से पहले ही कंगाल हुए पाकिस्तान को नया आर्तिक भार उठाना पड रहा है। फिर भी राष्ट्रीय सुरक्षा का विचार करके यह निर्णय किया गया है, ऐसी जानकारी पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा यंत्रणाओं ने दी। अभी भी भारत ने पाकिस्तान के विरोध में आक्रामकता कायम रखी है, इस वजह से हवाई सीमा खुली करने का निर्णय करना मुमकिन नही है, यह पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना होने का दावा माध्यमों द्वारा किया जा रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर पकिस्तान अलग अलग मार्ग से अपनी युद्ध की तैयारी का प्रदर्शन कर रहा है। सोमवार के दिन पाकिस्तानी वायुसेना ने एक व्हिडीओ प्रसिद्ध किया। इसमें एक अज्ञात जगह की हायवे से पाकिस्तानी विमान उतरती एवं उडान भरते दिखाए गए है। यह अभ्यास शुरू था तभी पाकिस्तानी वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी जायजा ले रहे थे। इस तरह महामार्ग का इस्तेमाल लडाकू विमानों के लिए करने की नौबत युद्ध परिस्थिति में ही बन सकती है। इस वजह से पाकिस्तान अब इसके द्वारा अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहा है, यह दावा भी हो रहा है। पाकिस्तान के माध्यमों ने भी इस घटना को ज्यादा अहमियत दी है।

इस दौरान पाकिस्तान के लडाकू विमान इस तरह का अभ्यास कर रहे थे तभी चीन के लडाकू विमान भी पाकिस्तान में दाखिल हुए है। २३ मार्च के रोज पाकिस्तान में ‘नैशनल डे’ मनाया जाएगा। इसके लिए चीन के यह विमान पाकिस्तान में पहुंचे होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही तुर्कीने अपने बेडे के लडाकू विमान भी पाकिस्तान रवाना किए है। इससे भारत पर दबाव बढाने की कोशिस पाकिस्तान कर रहा है, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे है। लेकिन, पाकिस्तान यह कोशिश भारत के हवाई हमलें से बचने के लिए ही शुरू है और इसके पिछे असुरक्षितता का डर होने की बात स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है।

पाकिस्तान बडी तादाद में सेना पर खर्च कर रहा है और इसके बजाय पाकिस्तान अपने मानव संसाधन के विकास के लिए निवेश करे, यह सलाह जागतिक बैंक ने दी है। सोमवार के दिन ही यह वृत्त प्रकाशित हुआ। पाकिस्तान करीबन ७० प्रतिशत आय रक्षा क्षेत्र पर खर्च हो रही है। इस वजह से पाकिस्तान का विकास रूका है, यह अहवाल जागतिक बैंक ने रखा है। ऐसा होते हुए भी युद्ध के दिखाई जा रही उत्सुकता पाकिस्तान दिवालियापन की स्थिति में पहुंचने के बावजूद भी पाकिस्तान भारत को सबक सिखाने की भाषा छोडने के लिए तैयार नही है। खास तौर पर मसूद अजहर जैसे आतंकी का बचाव करके पाकिस्तान अपने पैर पर कुल्हाडी गिरा रहा है, यह आलोचना इस देश के विश्‍लेषक करने लगे है। इसीलिए इसके आगे पाकिस्तान और चीन अजहर पर हो रही सुरक्षा परीषद की कार्रवाई रोगे नही, यह मांग पाकिस्तान में जिम्मेदार माध्यम गुट कर रहे है। वही, चरमपंथियों का गुट भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बात सुनकर पाकिस्तान आतंकियों के विरोध में कारवाई ना करे, यह इशारा दे रहे है। ऐसे में आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करने के मुद्दे पर पाकिस्तान में गंभीर मतभेद बने है और पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी नेता भी सरकार के सामने आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करने की मांग रख रहे है।

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