अमरिका ने ईरान पर डाले प्रतिबंधो के मसले पर चिनी कंपनी ‘हुवेई’ के कार्यकारी संचालिका गिरफ्तार – चीन द्वारा कडी नाराजगी

अमरिका ने ईरान पर डाले प्रतिबंधो के मसले पर चिनी कंपनी ‘हुवेई’ के कार्यकारी संचालिका गिरफ्तार – चीन द्वारा कडी नाराजगी

व्हँकोव्हर/वॉशिंग्टन/बीजिंग – चीन के सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुकूमत से जुडे हुए ‘हुवेई’ इस दूरसंचार क्षेत्र के कंपनी की कार्यकारी संचालिका वँगझाऊ मेंग को कनाडा में गिरफ्तार कर लिया गया है। अमरिकी निर्देशों पर मेंग को कब्जे में लिया गया है और जल्द ही उनको अमरिका को सौंपा जायेगा, ऐसे संकेत दिए गये है। अमरिका ने ईरान पर डाले प्रतिबंधो के मसले पर ‘हुवेई’ कंपनी की वरिष्ठ अधिकारी को निशाना बनाया गया, ऐसा कहा जाता है। इस कार्रवाई पर चीन ने कडी आपत्ती जतायी है तथा इस वजह से अमरिका और चीन के बीच का कारोबारी तनाव और भी बढने का डर है।

कार्यकारी संचालिका, गिरफ्तार, वँगझाऊ मेंग, Telecommunications company, कारोबारी जंग, US, China, ब्रिटनपिछले ही हफ्ते अर्जेंटिना में महुए‘जी-२०’ बैठक के पृष्ठभूमी पर अमरिका और चीन में महत्त्वपूर्ण बैठक हुइ थी। इस बैठक में दोनो देशों ने कारोबारी जंग में ९० दिन की संघर्षबंदी करने पर सहमत होने का ऐलान किया था। इस बैठक के वक्त ही कनाडा में व्हँकोव्हर शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘हुवेई’ की कार्यकारी संचालिका और प्रमुख वित्त अधिकारी (सीएफओ) वँगझाऊ मेंग को कब्जे में लिया। मेंग यह, ‘हुवेई’ कंपनी के संस्थापक ‘रेन झेंगफेई’ की कन्या है और २५ साल से कंपनी में काम कर रही है।

मरिका और चीन में शुरु हो गये कारोबारी जंग के पृष्ठभूमी पर यह गिरफ्ताती खलबली मचानेवाली साबित हो रही है। ‘हुवेई’ चीन के दूरसंचार क्षेत्र में सबसे बडी कंपनी है। चीन की सेना और सत्ताधारी हुकूमत से सीधे जुडा हुआ उपक्रम मानते हुए उसकी आलोचना की जाती है। दुनिया के करीब १७० देशों में सक्रिय रहे इस कंपनी ने दूरसंचार क्षेत्र में ‘५जी’ इस नये तकनीक में काफी उन्नती की है। दुनिया के प्रमुख देशों में ‘५जी’ के लिए शुरु गतिविधियों में यह कंपनी शामिल है।

अमरिका में इस कंपनी ने किया निवेश विवाद का मुद्दा बना हुआ है। राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस पर बंदी की धमकी भी दी थी। पर कंपनी से दंड वसुलते हुए और प्रतिबंध डालने के बाद बंदी की कार्रवाई पिछे ली गयी थी। उसी वक्त अमरिका के कोषागार और वाणिज्य विभाग ने ‘हुवेई’ के जॉंच की मॉंग की थी। अमरिका ने प्रतिबंद डाले हुए ईरान, क्युबा, सुदान और सीरिया जैसे देशों को यह कंपनी सहयोग कर रही है, ऐसा इल्जाम इस मॉंग में लगाया गया था।

पिछले हफ्ते वँगझाऊ मेंग को हुई गिरफ्तारी ईरान प्रतिबंधो से जुडी कार्रवाई ऐसा कहा जाता है। कनाडा के सूत्रों ने दिए जानकारी के अनुसार, अमरिकी यंत्रणाओं ने मेंग को गिरफ्तार करे, ऐसी सूचना दी थी। में अबतक कनाडा में है और जल्द उनको अमरिका को सौंपा जायेगा, ऐसी संभावना जतायी जाती है। चीन के साथ कारोबारी समझौते पर बातचीत चलते हुए हुई यह कार्रवाई ट्रम्प प्रशासन द्वारा चीन के खिलाफ की आक्रामकता दिखाती है, ऐसा दावा विश्‍लेषकों द्वारा किया जा रहा है।

इसी बीच, मेंग पर हुई कार्रवाई के मसले पर चीन ने कडी नाराजगी जतायी है। इस में मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है, ऐसा इल्जाम लागाया है। इस मामले में कनाडा और अमरिका दोनों देशों द्वारा सफाई मांगी गयी है, ऐसी जानकारी चीन के अधिकारियों ने दी।

ब्रिटन के दूरसंचार कंपनी की ‘हुवेई’ पर पाबंदी

लंडन – ब्रिटन की प्रमुख दूरसंचार कंपनी ‘बीटी ग्रुप’ ने ‘५जी’ तकनीक के लिए चीन के ‘हुवेई’ कंपनी का सहयोग नही लिया जायेगा, ऐसा ऐलान किया है। साथ ही इस से पहले ‘३जी’ और ‘४जी ’ तकनीक के लिए इस्तेमाल किए गये चिनी कंपनी के उत्पादन भी निकाले जायेंगे, ऐसा साफ किया है। कुछ दिन पहले ही ब्रिटीश जासूसी यंत्रणा ‘एमआय६’ के प्रमुख ऍलेक्स यंगर ने ब्रिटन की कंपनियां चिनी तकनीक पर ज्यादा निर्भर ना रहे, ऐसा बताया था।

चीन के ‘हुवेई’ कंपनी के तकनीक को ना कहनेवाला ब्रिटन यह चौथा देश है। इस से पहले अमरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूझीलंड जैसे देशों ने भी ‘हुवेई’ की तकनीक को ना कहा था। इसी पृष्ठभूमी पर ब्रिटन के विश्‍लेषकों ने, ब्रिटन को यूरोपीय संघ से ज्यादा चीन का लालच ज्यादा घातक साबित होगा, ऐसी चेतावनी दी है।

 

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