वॉशिंगटन – ‘खाडी क्षेत्र की हर एक गतिविधि पर अमरिका ने नजर बनाई है। ईरान ने हरकतें की तो वह इस देश की भयंकर गलती साबित होगी और इसके महाभयंकर परिणाम ईरान को भुगतने होंगे’, यह इशारा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने दिया है। सौदी अरब के ईंधन टैंकर पर हुए हमलों की पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने दिया यह इशारा प्रसिद्ध हुआ है।
रविवार के दिन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तट के निकट सौदी अरब के दो ईंधन टैंकर्स के साथ चार जहाजों पर रविवार के दिन हमलें हुए। सौदी के यह जहाज ईंधन के साथ अमरिका जाने के लिए निकलने की तैयारी में थे। पत्रकारों के साथ बातचीत करते समय अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने इन हमलों को लेकर ईरान को चेतावनी दी है। पिछले कुछ घंटों में ईरान संबंधी सामने आ रही जानकारी हमें प्राप्त हो रही है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने कहा। ‘खाडी क्षेत्र में अमरिका या अमरिकी हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए खतरा बनाया तो वह ईरान की सबसे भयंकर गलती साबित होगी’, यह इशारा ट्रम्प ने दिया है। इस गलती के लिए ईरान को महाभयंकर परिणामों का सामना करना होगा, यह कहकर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान को इसके आगे के परिणामों का एहसास कराया।
रविवार के दिन सौदी के ईंधन टैंकर पर हुए हमले की अमरिका स्वतंत्र जांच कर रही है और इस हमलें में सौदी के जहाजों का बडा नुकसान हुआ है, ऐसा अमरिकी अधिकारियों ने कहा है। इन हमलों के कारण दोनों टैंकर्स के नीचे ५ से १० फिट का छेद होने की जानकारी सामने आ रही है। इनमें से एक टैकर के फोटो भी प्रसिद्ध हुए है।
प्राथमिक जांच से सौदी के टैंकर्स पर हुए हमलों के तार ईरान तक पहुंच रहे है, ऐसा अमरिकी अधिकारी ने कहा है। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान को कडा इशारा दिया दिख रहा है। अमरिका के साथ ही ‘अरब लीग’ ने भी सौदी के टैंकर्स पर हुए हमलों की कडी शब्दों में निंदा की है।
इस दौरान, पर्शियन खाडी में सौदी के टैंकर्स पर हुए हमले के बाद अमरिका के विदेशमंत्री ‘माईक पोम्पिओ’ तय रशिया यात्रा के पहले यूरोपिय महासंघ के ब्रुसेल्स मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ब्रिटेन के विदेशमंत्री ‘जेरेमी हंट’ से बातचीत की। इस यात्रा के दौरान ब्रिटेन के विदेशमंत्री ने अमरिका और ईरान के बीच युद्ध होने की संभावना में बढोतरी होने का इशारा दिया।
परमाणु समझौते से अमरिका का पीछे हटना और ईरान ने अपनाई भूमिका के कारण पहले से ही तनाव बना है। ऐसे में एक छोटे अपघात से भी अमरिका और ईरान के बीच युद्ध शुरू हो सकता है, यह चेतावनी विदेशमंत्री हंट ने दी है। यह युद्ध शुरू होता है तो इसका असर सिर्फ इस क्षेत्र के देशों को ही नही, बल्कि पूरी दुनिया को भुगतने होंगे, यह चिंता यूरोपिय देश व्यक्त कर रहे है।
सौदी के ईंधन पाईपलाईन पर हौथी बागियों ने किए ड्रोन हमलें
रियाध – सौदी अरेबिया के दो ‘ऑइल प्लैटफॉर्म’ पर येमन की हौथी बागियों ने ड्रोन हमलें किए। बागियों ने विस्फोटकों से भर ड्रोन इन जगहों पर टकराए है, यह जानकारी सौदी के ईंधनमंत्री खालिद अल फलिह इन्होंने दी। हौथी बागियों ने भी इस हमलें की जिम्मेदारी स्वीकारी है।
मंगलवार के दिन हौथी बागियों के नियंत्रण में रहनेवाले समाचार चैनल ने सौदी के अहम ‘ऑइल प्लैटफॉर्म’ पर हमलें करने का ऐलान किा। लेकिन, यह हमलें कब और कहा किए गए, इस संबंधी जानकारी हौथी बागियों ने प्रसिद्ध की नही है। सौदी के ईंधनमंत्री भी इन हमलों के बारे में जानकारी देने से दूर रहे। लेकिन, हौथी बागियों के हमलें के बाद बडी दुर्घटना ना हो इस लिए सौदी की ‘अरमाको’ इस ईंधन उत्पादक कंपनी ने ईंधन की सप्लाई बंद की है।
दो महीनों पहले भी हौथी बागियों ने विस्फोटकों से भर ड्रोन्स की सहायता से सौदी में हमलें किए थए। हौथी बागियों ने यह ड्रोन्स ईरान से प्राप्त करने के सबूत सौदी और अमरिका ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने रखे थे। इस दौरान, रविवार के दिन सौदी के टैंकर्स पर हुए हमलों के लिए भी ईरान और हौथी बागियों की ओर संदिग्धता से देखा जा रहा है। लेकिन, अभी तक इन हमलों की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई भी संगठन आगे नही आयी है।
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