बीजिंग – हायपरसोनिक मिसाइळ, इलेक्ट्रोमॅग्नेटिक गन, लेजर यंत्रणा सेना के बेडे में शामिल करने के बाद अब चीन ने ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ (एआई) क्षेत्र में भी बडी दौड लगाई दिख रही है। आर्टिफिशल इंटेलिजन्स की सहायता से तैयार किए गए स्वार्म हेलिकॉप्टर्स दुश्मनों पर हमला करने के लिए तैयार है, यह दावा चीन के ‘ग्लोबल टाईम्स’ इस मुखपत्र ने किया है। यह स्वार्म हेलिकॉप्टर्स दुश्मन पर मॉर्टर्स, ग्रेनेड हमलें कर सकते है, साथ ही गोलीबारी भी कर सकते है, ऐसा चीन के मुखपत्र ने कहा है।
तुर्की में हाल ही में ‘डिफेन्स ट्रेड शो’ का आयोजन किया गया?था। दुनिया की प्रमुख देशों की रक्षा कंपनियों ने विकसित किए हथियार और उपकरण इस प्रदर्शन में पेश किए गए थे। इनमें चीन की ‘झूहै झियान’ इस कंपनी के ड्रोन्स भी रखे गए थे। इस कंपनी ने अगल अगल प्रकार के ड्रोन हेलिकॉप्टर्स विकसित करके उनका परीक्षण किया है। इनमें मिनी ड्रोन के साथ छह फिट लंबे ड्रोन हेलिकॉप्टर्स का समावेश है। इनमें से कुछ ड्रोन्स प्रति घंटा १३० किलोमीटर गति प्राप्त कर सकते है, यह दावा वर्णित कंपनी ने किया है।
तुर्की में आयोजित इस प्रदर्शन का संदर्भ देकर ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने चीन के दुश्मनों को धमकाया है। ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ पर?आधारित यह ड्रोन हेलिकॉप्टर्स मॉर्टर्स, ग्रेनेड और मशिनगन के जरिए बडा हमला कर सकते है। एक बडे से पोलादी वाहन से एक ही समय पर दस हेलिकॉप्टर ड्रोन प्रक्षेपित हो सकते है। ‘एआई’ के कारण इन ड्रोन हेलिकॉप्टर्स को अगली कार्रवाई के लिए नियंत्रित करने की जरूरत नही रहती। यह दस ड्रोन्स ‘एआई’ की सहायता तालमेल के साथ उनके लिए तय किया गया लक्ष्य तबाह करके अपने बेस कैम्प पर लौटते है, ऐसा ग्लोबल टाईम्स ने अपने समाचार में कहा है।
इस वजह से चीन के ड्रोन हेलिकॉप्टर्स सबसे घातक साबित होते है, ऐसा चीन के मुखपत्र का कहना है। इस तरह के दस ड्रोन हेलिकॉप्टर्स का पथक तैयार करके बडे हमलें करना मुमकिन है, यह संकेत इस मुखपत्र ने दिए है। साथ ही ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ और ‘स्वार्म तकनीक’ के क्षेत्र में अमरिका और रशिया तुलना में चीन से काफी पीछे होने का दावा भी इस मुखपत्र ने किया है। इसके पहले चीन में आयोजित रक्षा सामान के एक प्रदर्शन में चीन ने ‘स्वार्म ड्रोन्स’ की पूरी जानकारी रखी थी। साथ ही एक ही समय पर हजार स्वार्म ड्रोन्स प्रक्षेपित करने की क्षमता प्राप्त करने का दावा भी चीन ने किया था।
पिछले वर्ष जनवरी महीने में चीन ने १,१८० स्वार्म हेलिकॉप्टर्स प्रक्षेपित किए थे। उसके बाद चीन ने ‘एआई’ और ‘स्वार्म इंटेलिजन्स’ का इस्तेमाल सेना के लिए करने का ऐलान किया था। पिछले वर्ष जून महीने में चीन ने ‘स्वार्म शार्क शिप्स’ भी लॉंच किए थे। एक अज्ञात समुद्री क्षेत्र में चीन ने ऐसे ५० से अधिक स्वार्म शिप्स का परीक्षण किया था। इन स्वार्म शिप्स ने शार्क, अमरिका की विशाल निमित्ज वर्ग के विमानवाहक युद्धपोत की आकृति बनाई थी। साथ ही इन स्वार्म शिप्स में विध्वसंकों पर बडा हमला करने की क्षमता होने का दावा किया गया था।
इस दौरान चीन के यह स्वार्म हेलिकॉप्टर्स और शिप्स अमरिका के साथ चीन के सभी विरोधी देशों के लिए चेतावनी होने की बात दिख रही है।
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