इस्रायल की कार्रवाई यानी युद्ध का ऐलान है – लेबनान और इराक के नेताओं का इशारा

इस्रायल की कार्रवाई यानी युद्ध का ऐलान है – लेबनान और इराक के नेताओं का इशारा

बैरूत/बगदाद – इराक और लेबनान में ईरान से जुडे आतंकी ठिकानों पर इस्रायल ने तेज हवाई हमलें किए थे| इस पर अब इन दोनों देशों ने कडी प्रतिक्रिया दर्ज की है| इस्रायल की यह कार्रवाई यानी युद्ध का ऐलान है, ऐसा लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष ‘मिशेल एऑन’ और इराक के नेता ‘अबु माहदी अल मोहनदीस’ ने कहा है| इस वजह से इराक और लेबनान के ईरान समर्थक चरमपंथी गुटों ने इस्रायल को प्रत्युत्तर देने की तैयारी जोरों से शुरू करने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे है|

पिछले दो दिनों में इस्रायल ने चार देशों में हमलें किए है, यह आरोप ईरान, सीरिया, लेबनान और इराक कर रहे है| इनमें इराक के ईरान से जुडे ‘पीएमएफ’ का हथियारों का भंडार, सीरिया में ईरान के ‘कुदस् फोर्सेस’ का लष्करी अड्डा तबाह हुआ है| इसके बाद कुछ ही घंटों में इस्रायल ने गाजापट्टी में हमास की नौसेना का अड्डा और लेबनान में ‘पीएफएलपी’ इस ईरान से जुडी पैलेस्टिनी आतंकी संगठन का मुख्यालय तबाह किया| इनमें से सीरिया और लेबनान में हुए हमलों की जिम्मेदारी इस्रायल ने स्वीकारी है| लेकिन, इराक में हुए हमलों के लिए भी इस्रायल ही जिम्मेदार होने का आरोप इराक से ‘पीएमएफ’ के वरिष्ठ नेता अल मोहनदीस कर रहे है|

इस्रायल की इस कार्रवाई पर लेबनान और इराक ने कडी प्रतिक्रिया दर्ज की है| इस्रायल के ड्रोन्स ने लेबनान की हवाई सीमा में घुसपैठ करके किए इन हमलों की वजह से लेबनान की सार्वभूमता का भंग हुआ है, यह आलोचान राष्ट्राध्यक्ष एऑन ने की| इस्रायल के यह हमलें यानी युद्ध का ऐलान है और लेबनान को अपनी सार्वभूमता की सुरक्षा के लिए प्रत्युत्तर देने का पूरा अधिकार है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष एऑन ने कहा है| ‘लेबनीज जनता को युद्ध नही, बल्कि शांति चाहिए| लेकिन, कोई भी हमें युद्ध के लिए उकसा रहा है तो वह बर्दाश्त नही करेंगे’, यह इशारा लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष ने दिया है|

इस्रायल ने इराक में किए हमलें यानी इराक की जनता के विरोध में युद्ध का ऐला होने का आरोप इराक में मौजूद ईरान से जुडी ‘पॉप्युलर मोबिलायझेशन फोर्सेस’ (पीएमएफ) के वरिष्ठ नेता ‘अल मोहनदीस’ ने किया है| इस्रायल ने इराक में किए हमलों के लिए अमरिका भी उतनी ही जिम्मेदार होने का आरोप इस गुट ने रखा है| साथ ही इराक से अमरिका अब पीछे हटें| इराक की सुरक्षा के लिए अमरिकी सेना की तैनाती की जरूरत नही है, यह दावा ‘पीएमएफ’ के मोहनदीस ने किया|

इस दौरान पिछले दो दिनों में लेबनान की गतिविधियों पर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने चिंता व्यक्त की है| साथ ही सभी गुट शांति बनाए रखे, यह निवेदन भी राष्ट्रसंघ ने किया है| लेबनान की सरकार में ईरान समर्थक हिजबुल्लाह इस संगठना का सियासी दल अंग बना है| इस वजह से अगले दिनों में हिजबुल्लाह लेबनीज सेना की सहायता से इस्रायल को प्रत्युत्तर देने के लिए कार्रवाई करेगा, यह संकेत प्राप्त हो रहे है| हिजबुल्लाह के नेताओं ने ऐसी धमकियां भी इस्रायल को दी है|

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