अमरिकी अधिकारियों ने ईरान पर हमलें करने के सभी विकल्प राष्ट्राध्यक्ष के सामने रखें

अमरिकी अधिकारियों ने ईरान पर हमलें करने के सभी विकल्प राष्ट्राध्यक्ष के सामने रखें

तेहरान/दुबई/वॉशिंगटन – तेहरान संबंधी सभी विकल्प खुले है, यह कहकर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान पर हमला करने के लिए अमरिका तैयार है, यह ऐलान किया था| हम सिर्फ सौदी के इशारे का इंतजार कर रहे है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा था| सौदी अरब ने भी अपनी ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के पीछे ईरान ही होने की बात करीबन तय होने का ऐलान किया है| ऐसे में ईरान पर कार्रवाई करने के लिए सभी विकल्प अमरिकी रक्षादलों के अधिकारियों ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सामने रखे है| इसमें सीधे लष्करी हमला करने के साथ सायबर हमलों तक के सभी विकल्प रखे गए है, यह खबर अमरिकी समाचार चैनल ने दी है|

सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों पर जवाब देने के लिए राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिती की बैठक बुलाई थी| इस बैठक में लष्करी अधिकारियों ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सामने ईरान के विरोध में कार्रवाई के कई विकल्प रखे थे| इस बैठक से जुडे अधिकारी ने ही यह जानकारी अमरिकी चैनल को दी है|

अमरिका के रक्षादलप्रमुख जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने भी खाडी क्षेत्र की गतिविधियों पर अमरिका के ‘सेंट्रल कमांड’ की कडी नजर होने की बात स्पष्ट की| इससे पहले अमरिका की सभी यंत्रणा इतनी तादाद में खाडी क्षेत्र में कभी भी व्यस्त नही हुई थी, यह भी जनरल डनफोर्ड ने कहा है|

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दो दिन पहले ही ईरान को लष्करी प्रत्युत्तर देने का ऐलान किया था| इसके लिए अमरिका ने बंदूक भरकर तैयार रखी है, यह इशारा ट्रम्प ने दिया था| महीने पहले ईरान ने पर्शियन खाडी में अमरिका का ड्रोन गिराया था| इसके बाद भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान पर हमला करने का ऐलान किया था| पर उसके बाद हमलें का आदेश भी ट्रम्प ने पीछे लिया था| ऐसे में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर सायबर हमलें किए गए थे| इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प अब ईरान को लेकर कौनसा विकल्प अपनाते है, इस ओर दुनिया का ध्यान लगा है|

ऐसे में सौदी अरब की यंत्रणाओं ने अपनी ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के लिए ईरान ही जिम्मेदार होने की बात लगभग तय हुई है, ऐसा कहा| इस वजह से अमरिका और सौदी अरब एवं मित्रदेश ईरान के विरोध में कार्रवाई करेंगे, यह बात भी लगभग समझी जा रही है|

इस दौरान, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों को लेकर हो रहे आरोप ठुकराए है| लेकिन, ईंधन परियोजनाओं पर हुए यह हमलें सौदी अरब के लिए चेतावनी है, यह दावा रोहानी ने किया| सौदी समेत अमरिका, इस्रायल और यूरोपिय देशों ने येमन में शुरू किए संघर्ष के नतीजे के स्वरूप येमन के लोगों ने सौदी की ईंधन परियोजनाओं पर हमला किया था, ऐसा रोहानी ने कहा है| इन हमलों के बाद सौदी ने सही सबक सीखकर येमन में शुरू कार्रवाई रोकी नही तो इस क्षेत्र में युद्ध शुरू होगा, यह धमकी राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने दी है|

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