अंकारा/पैरिस/तेहरान – ‘‘तुर्की ने सीरिया में शुरू की हुई लष्करी कार्रवाई से इस देश की अखंडता बरकरार रहेगी| फिर भी यूरोपिय देशों ने तुर्की की यह लष्करी कार्रवाई यानी ‘सीरिया पर किया आक्रमण’ होने की आलोचना की तो, ३६ लाख सीरियन शरणार्थियों के लिए यूरोप के दरवाजे खोल देंगे’, यह धमकी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने दी है| लेकिन, तुर्की ने की हुई इस कार्रवाई के विरोध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कडी आलोचना हो रही है|
सीरिया की सीमा में सेना उतारकर कुर्द और सीरियन बागियों के विरोध में तुर्की ने शुरू की हुई लष्करी कार्रवाई में बडी संख्या में आम सीरियन नागरिक मारे गए है, ऐसी खबरें सामने आ रही है| इसकी गुंड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुनाई देने लगी है| फ्रान्स ने तुर्क के राजदूत को समन्स दिया है और तुर्की को सीरिया में शुरू किए हमलें तुरंत ही रोकने की चेतावनी दी है| वही, सीरिया में हो रही तुर्की की कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकारार्ह है और इस वजह से आतंकियों को बल प्राप्त होगा, यह आलोचना इटली के विदेशमंत्री ने की है|
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भी सीरिया में कुर्दों के विरोध में तुर्की ने की इस कार्रवाई पर चिंता व्यक्त करके इस कार्रवाई से ‘आईएस’ जैसी आतंकी संगठन को बल प्राप्त होगा, यह इशारा भी दिया| सौदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने तुर्की के सीरिया में हुए हमलें यानी इस क्षेत्र के लिए खतरनाक गतिविधि होने की चिंता व्यक्त की है| इन हमलों की वजह से अरब मित्रदेश सीरिया की सार्वभूमता के लिए खतरा बना है, यह आलोचना यूएई ने की है| अरब लीग ने भी इस मुद्दे पर शनिवार के दिन बैठक बुलाई है|
सीरिया में युद्धविराम करने के मुद्दे पर तुर्की के साथ बातचीत कर रहे ईरान ने भी यह लष्करी कार्रवाई तुरंत रोकने का निवेदन किया है| तुर्की ने लष्करी कार्रवाई रोकी नही तो सीरिया में बडा मानवीय संकट निर्माण होगा, यह चेतावनी ईरान के विदेश मंत्रालय ने दी है| लेकिन, सीरिया में की कार्रवाई पर तुर्की कायम है| बल्कि, सीरिया में की कार्रवाई पर तुर्की को उपदेश दे रहे यूरोपिय देशों पर सीरियन शरणार्थियों के झुंड छोडने की धमकी राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने दी है| इससे पहले भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने यूरोपिय देशों में सीरियन शरणार्थियों को छोडने का इशारा दिया था|
इसी बीच, सीरिया में हुई तैनाती से अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए खतरा बना था| इसीलिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सीरिया से अमरिकी सैनिक हटाने का निर्णय किया| लेकिन, यह निर्णय करते समय तुर्की को सीरिया में सेना उतारकर हमलें करने की अनुमति नही दी है, इस बात की याद भी अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने दिलाई है| इस के साथ ही सीरिया के उत्तरी हिस्से में तुर्की ने शुरू की हुई इस कार्रवाई को अमरिका का समर्थन नही है, यह बात भी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने स्पष्ट की है|
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