वॉशिंग्टन – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प का कार्यकाल कुछ ही दिनों में खत्म हो रहा है और इसी बीच ट्रम्प ने बड़ा निर्णय किया है। खाड़ी क्षेत्र में स्थित अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए अमरीका ने स्थापित की हुई ‘सेंट्रल कमांड – सेंटकॉम’ के सुरक्षा चक्र में इसके आगे इस्रायल का भी समावेश रहेगा। अमरीका के रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ ने इस निर्णय की जानकारी सार्वजनिक की। ‘सेंटकॉम’ में हुआ इस्रायल का समावेश अमरीका की ईरान विरोधी नीति का अहम हिस्सा साबित होगा, यह दावा अमरिकी एवं खाड़ी क्षेत्र के माध्यम कर रहे हैं।
विश्वभर में तैनात अपने रक्षाबलों पर नियंत्रण रखने के लिए अमरीका ने करीबन एक दशक पहले ‘कॉम्बैट कमांड’ का गठन किया था। इसके आगे क्षेत्रीय स्तर पर इस ‘कॉम्बैट कमांड’ का आठ हिस्सों में विभाजन किया गया। इसके तहत अफ्रीकी देशों के लिए ‘अफ्रिकॉम’, खाड़ी क्षेत्र के देशों के लिए ‘सेंटकॉम’, यूरोपिय देशों के लिए ‘यूकॉम’ और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए ‘इंडोपैकॉम’, उत्तर अमरिकी देशों के लिए ‘नॉर्दन’ और दक्षिण अमरिकी देशों के लिए ‘सदर्न’ और बीते वर्ष अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए ‘स्पेस कमांड’ का गठन किया गया।
अब तक यूरोपिय देशों के लिए गठित की गई ‘यूकॉम’ में इस्रायल का समावेश था। भौगोलिक नज़रिये से इस्रायल खाड़ी क्षेत्र का देश होने के बावजूद सिर्फ अरब देशों के साथ उसके ताल्लुकात अच्छे ना होने से इस्रायल का समावेश ‘सेंटकॉम’ में नहीं हुआ था। लेकिन, बीते कुछ महीनों में अमरीका की मध्यस्थता से खाड़ी क्षेत्र के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और बहरिन ने ऐतिहासिक ‘अब्राहम समझौते’ पर हस्ताक्षर करके इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित किया है। इससे पहले इजिप्ट, जॉर्डन के साथ ही इस्रायल का सहयोग स्थापित हुआ था।
इस्रायल और अरब देशों के शुरू हुए इस सहयोग की पृष्ठभूमि पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पेंटॅगॉन को इस्रायल का सेंटकॉम में समावेश करने की सूचना दी। कुछ घंटे पहले अमरीका के अग्रीम अखबार ने यह जानकारी प्रसिद्ध की है। इसके बाद पेंटॅगॉन ने भी सेंटकॉम में इस्रायल के समावेश का ऐलान किया। ‘अब्राहम समझौते की वजह से इस्रायल और पड़ोसी अरब देशों के बीच तनाव कम होने से खाड़ी क्षेत्र से संबंधित अमरीका की सामरिक नीति के लिए सहायता होगी। इस वजह से खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए होनेवाले समान खतरों के विरोध में अमरीका के मित्रदेशों की एकजूट होगी’, यह विश्वास पेंटॅगॉन ने व्यक्त किया है। पेंटॅगॉन ने सीधा ज़िक्र करना भले ही टाल दिया हो, फिर भी उसकी यह प्रतिक्रिया ईरान को लक्ष्य करनेवाली होने की बात कही जा रही है।
इसी बीच, ट्रम्प प्रशासन की तरह ही अमरीका के भावी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और इस्रायल के बीच मित्रता का सहयोग नहीं रहेगा, यह दावा विश्वभर के विश्लेषक कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में इस्रायल का सेंटकॉम में समावेश करके बड़ा खेल खेला होने का दावा किया जा रहा है।
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