मास्को/ब्रुसेल्स/वॉशिंग्टन – अमरीका का बायडेन प्रशासन नाटो के साथ नए से सहयोग स्थापित करने की तैयारी में है। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन रशिया के खतरे से संबंधित विषय पर नाटोप्रमुख से जल्द ही बातचीत करेंगे। बायडेन प्रशासन और नाटो के बीच स्थापित हो रहे इस सहयोग पर रशिया ने संताप व्यक्त किया है। साथ ही रशिया पर दबाव बढ़ाने की नीति का अमरीका ने समय पर त्याग नही किया तो रशिया भी इस पर प्रत्युत्तर देनेवाले कदम उठाएगी, ऐसा इशारा रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रिब्कोव ने दिया है।
अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने कार्यकाल में ‘नाटो’ संगठन आर्थिक और लष्करी नज़रिये से अमरीका पर भार साबित हो रही है, ऐसी आलोचना की थी। यूरोपिय देशों का योगदान इस संगठन में शामिल अमरीका की तुलना में कम होने का आरोप भी ट्रम्प ने किया था। इस वजह से अमरीका और नाटो के सहयोग में तनाव निर्माण हुआ था। अब अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने नाटो के साथ नए से सहयोग स्थापित करने के लिए गतिविधियां शुरू की हैं।
अमरीका और नाटो के सदस्य देशों की इसी हफ्ते बैठक हो रही है। इस बैठक में रशिया से होनेवाले खतरों पर चर्चा होगी। साथ ही रशिया की पश्चिमी सीमा के करीबी देशों में सेना की तैनाती करने के मुद्दे पर भी नाटो की इस बैठक में निर्णय होने की उम्मीद है। अमरीका और नाटो का यह सहयोग हम पर दबाव बढ़ाने का तरीका है, ऐसी आलोचना रशिया ने की है। रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रिब्दोव ने अमरीका और नाटो को इशारा दिया है।
रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने कुछ दिन पहले ही अमरीका से चर्चा करके दोनों देशों के बीच जारी विवाद का राजनीतिक स्तर पर हल निकालने की तैयारी जताई थी। इस पृष्ठभूमि पर, ‘अमरीका और नाटो के साथ सहयोग सुधारने के लिए रशिया ने पहल की थी। इसके लिए रशिया ने अपने दरवाज़े भी खुले किए थे। लेकिन, हमारे दरवाज़े हमेशा के लिए खुले नहीं रहेंगे, यह बात अमरीका और नाटो सदस्य देश ध्यान में रखें’, यह बयान भी रिब्कोव ने किया था।
साथ ही रशिया संबंधित अपनी नीति में अमरीका बदलाव करे, ऐसा आवाहन भी रिब्कोव ने किया है। ‘अमरीका और नाटो ने रशिया पर दबाव बढ़ाने की नीति बरकरार रखी तो रशिया प्रत्युत्तर देनेवाले कदम उठाएगी। इसके लिए रशिया किसी के भी प्रतिबंधों का लिहाज़ नहीं करेगी’, ऐसा इशारा रिब्कोव ने दिया।
इसके साथ ही, ‘अमरीका की तानाशाही और एकाधिकारी के खिलाफ विश्व के समझदार नेताओं को एक करेंगे और बहुध्रुवीय विश्व की संकल्पना सच्चाई में उतारना संभव होगा, इसका रशिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसार करेगी’, यह इशारा भी रिब्कोव ने दिया।
इसी बीच, अमरीका ने कुछ दिन पहले ही रशिया के करीबी नॉर्वे में अपने ‘बॉम्बर्स’ रवाना किए थे। लेकिन, अमरीका के यह बॉम्बर्स पहुँचने से पहले रशिया के अतिप्रगत लड़ाकू विमानों ने नॉर्वे के करीबी क्षेत्र में गश्त लगाकर अमरीका को चेतावनी दी थी। इस वजह से उपर्युक्त क्षेत्र में तनाव निर्माण हुआ था।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |