मास्को – रशिया और यूक्रेन के बीच संघर्ष अधिक छेडकर वे रशिया बनाम यूरोप युद्ध में तब्दील हो जाए, ऐसी इच्छा अमरीका और ब्रिटेन रखते हैं, ऐसा इशारा रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने दिया। अमरीका और ब्रिटेन का साथ जर्मनी, पोलैण्ड एवं बाल्टिक देश दे रहे हैं, यह आरोप भी लैव्हरोव्ह ने लगाया। रशिया के साथ किसी तरह शांति समझौता ना हो, पश्चिमी देश इस कोशिश में लगे हैं, यह दावा भी रशियन विदेशमंत्री ने किया है।
रशियन माध्यमों को दिए गए साक्षात्कार के दौरान विदेशमंत्री लैव्हरोव्ह ने पश्चिमी देशों की जोरदार आलोचना की। ‘अमरीका और ब्रिटेन सिर्फ अपने हित की सुरक्षा की कोशिश कर रहे हैं। रशिया-यूक्रेन संघर्ष में यूरोपिय महासंघ के देशों को बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। रशिया के साथ तनाव बढ़ाने के लिए अमरीका की जारी गतिविधियाँ गैरज़िम्मेदार रवैये की निदर्शक हैं। वे काफी खतरनाक खेल कर रहे हैं’, इन शब्दों में रशियन विदेशमंत्री ने पश्चिमी देशों को लक्ष्य किया।
इस दौरान लैव्हरोव्ह ने रशिया का यूक्रेन अभियान अब सिर्फ डोन्बास तक सीमित ना होने के संकेत दिए। ‘मार्च में हम उस समय की स्थिति के अनुसार यूक्रेन का शांति प्रस्ताव स्वीकारने के लिए तैयार थे। लेकिन, अब भौगोलिक स्थिति बदल चुकी है। अब रशिया का अभियान सिर्फ डोनेत्स्क या लुहान्स्क तक सीमित नहीं। झैपोरिझिआ, खेर्सन समेत यूक्रेन के अन्य इलाकों का भी इसमें समावेश हैं। यह प्रक्रिया आगे जारी रहेगी’, इन शब्दों में लैव्हरोव्ह ने रशिया के जंगी उद्देश्यों में बदलाव होने का अहसास कराया। यूक्रेन के क्षेत्र से रशियन भूमि को किसी भी तरह का खतरा नहीं रहेगा, इसका ध्यान रशिया रखेगी, यह भी उन्होंने इस दौरान स्पष्ट किया।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |