स्वतंत्रता, संस्कृति और विरासत की रक्षा के लिए रशिया संघर्ष करेगी

- रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

मास्को – रशियन जनता अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता, संस्कृति और विरासत को बचाने के लिए संघर्ष करेगी, ऐसा विश्वास रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने व्यक्त किया। ‘रशियन स्टेटहुड’ के वर्धापनदिन के अवसर पर आयोजित समारोह में पुतिन ने आनेवाले पीढ़ियों में संस्कृति और विरासत बरकरार रहे एवं पीढ़ियों का भविष्य उज्वल हो, इसके लिए जंग जारी रहेगी, यह इशारा भी दिया। कुछ ही घंटे पहले रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने पश्चिमी देशों को परमाणु हमले की धमकी देकर सनसनी मचाई थी। इसी बीच रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू ने रशियन सेना ने दक्षिण यूक्रेन में यूक्रेनी सेना के जवाबी हमलों को नाकाम करने का दावा किया।

संस्कृति और विरासत

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होकर छह महीनों से अधिक समय बीत चुका है और हर दिन यह संघर्ष अधिकाधिक तीव्र होता जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर जुबानी स्तर पर भी आक्रामक बयानों का आदान-प्रदान होने की बात पिछले कुछ दिनों से सामने आ रही है। यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की ने जवाबी हमले के अभियान की सफलता पर बोलते हुए यूक्रेनी सेना पूरे यूक्रेन पर फिर से कब्ज़ा करेगी, ऐसी चेतावनी दी थी। इसी बीच रशियन सेना के सामने अब भागने के अलावा अन्य विकल्प नहीं बचा है, ऐसी फटकार भी उन्होंने लगाई थी।

संस्कृति और विरासत

इस पृष्ठभूमि पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने परमाणु हमले और अतिरिक्त तैनाती का ऐलान करके सनसनी निर्माण की थी। इसके बाद रशिया की स्वतंत्रता, संप्रभुता और संस्कृति की सुरक्षा का ज़िक्र करके पुतिन ने अपने समर्थक एवं रशियन जनता से निवेदन किया हुआ दिख रहा है। तथा यूक्रेन समेत पश्चिमी देशों को यह संकेत भी दिए हैं कि, रशिया पीछे नहीं हटेगी। रशियन राष्ट्राध्यक्ष संघर्ष को लेकर आवाहन कर रहे हैं और तभी रक्षामंत्री शोईगू ने दक्षिण यूक्रेन में रशिया को प्राप्त सफलता की जानकारी साझा की।

संस्कृति और विरासत

दक्षिण यूक्रेन में यूक्रेन द्वारा जवाबी हमलों के अभियान को रशिया ने नाकाम किया, ऐसा रक्षामंत्री शोईगू ने वार्ता परिषद के दौरान कहा। पिछले तीन हफ्तों के दौरान यूक्रेन ने सात हज़ार सैनिकों खोए हैं। साथ ही यूक्रेन के २०० से अधिक टैंक और १५ लड़ाकू विमान नष्ट करने का दावा भी रशियन रक्षामंत्री ने किया। इस दौरान रशिया ने खार्किव में तैनात सैन्य दल को डोन्बास क्षेत्र में तैनात करने की बात दोहराई। पिछले कुछ दिनों में रशिया ने डोन्बास में जारी हमले बढ़ाए हैं और बाखमत शहर पर कब्ज़ा करने के लिए अपने कदम बढ़ाए हैं।

इसी बीच रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्रि मेदवेदेव ने यूक्रेन में नियंत्रण पाए हुए हिस्से से रशिया पीछे नहीं हटेगी, यह इशारा दिया। डोन्बास क्षेत्र एवं अन्य प्रांतों की सुरक्षा के लिए रशिया इस क्षेत्र में परमाणु हथियार तैनात कर सकती है, ऐसी चेतावनी भी मेदवेदेव ने दी।

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