बैरूत/जेरूसलम – ‘आज का दिन इस्रायल के इतिहास का सबसे खराब दिन साबित होने का बयान कुछ इस्रायली कर रहे हैं। क्यों कि, सोमवार को हुए निर्णय के बाद इस्रायल टूट जाएगा। उसके टुकड़े हो जाएंगे और आगे इस्रायल नष्ट भी हो जाएगा’, ऐसा दावा करके लेबनान की हिजबुल्लाह का प्रमुख हसन नसरल्ला ने जल्लोष किया है। इस्रायल की संसद में न्यायिक सुधार का प्रस्ताव पारित होने के बाद इस्रायल में विरोधियों ने तीव्र प्रदर्शन शुरू किए हैं। इस्रायली सुरक्षा यंत्रणा में दो गुट बने होने की खबरें भी सामने आ रही हैं। इसी बीच अमरीका के बायडेन प्रशासन ने भी इस मुद्दे पर इस्रायल की सरकार का साथ छोड़ने का दावा किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर हिजबुल्लाह प्रमुख ने इस्रायल को लेकर ऐसे दावे किए हैं।
इस्रायली सरकार के कारोबार में अदालत का हो रहा हस्तक्षेप कम करने के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने न्याकि सुधार की आवश्यकता बयान करके उसी दिशा में कदम बढ़ाएं थे। पिछले छह महीनों से इस मुद्दे को लेकर इस्रायल में बड़ा विवाद हो रहा था। नेत्यान्याहू सरकार और उनके सियासी विरोधी आमने-सामने खड़े हुए थे। इस्रायल के वामपंथी विचारधारा के नेताओं ने शुरू किए इस विरोध को बायडेन प्रशासन का समर्थन प्राप्त था। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू यह सुधार करने से पीछे हटे, ऐसी मांग बायडेन प्रशासन ने की थी। यह वजह आगे करके व्हाईट हाऊस ने प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू को आमंत्रित करना भी टाल दिया था।
लेकिन, अपने निर्णय पर कायम प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने सोमवार को इस्रायली संसद में यह प्रस्ताव पेश किया और इसे पारित भी करवाया। इसके बाद इस्रायल के प्रमुख शहरों में नेत्यान्याहू सरकार के विरोध में जोरदार प्रदर्शन शुरू हुए। विरोधियों ने इस्रायल के प्रधानमंत्री के विरोध में तीखी आलोचना करना शुरू किया। अमरीका के व्हाईट हाऊस ने भी यह निर्णय दुर्भाग्यवश होने का बयान किया है। साथ ही जनतांत्रिक व्यवस्था में जनमत का सम्मान करना आवश्यक होने की चेतावनी व्हाईट हाऊस ने इस्रायल की सरकार को दी है।
इस्रायल की इन गतिविधियों पर लेबनान की ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया सामने आयी है। ‘किसी समय इस्रायल को क्षेत्रिय महाशक्ति समझा जा रहा था। इस्रायल कभी भी पराजित नहीं हो सकता, यही विचार था। इस्रायल यह एक खतरा है और उससे बचा नहीं जा सकता, यही इस क्षेत्र के देशों ने स्वीकार किया था। लेकिन, आज हुए निर्णय के बाद इस्रायल को लेकर बना विचार दूर हुआ है’, यह कहकर नसरल्ला ने इसपर संतोष व्यक्त किया।
इस्रायल इस झटके से संभलेगा नहीं, ऐसा हिजबुल्लाह प्रमुख का कहना है। इन अंदरुनि मतभेदों का असर इस्रायल पर होगा और इस्रायल ढ़ह जाएगा, इस्रायल के टूकड़े होंगे और फिर इस्रायल नष्ट होगा, ऐसा नसरल्ला ने कहा। इस महीने के शुरू में लेबनान की सीमा पर हुई घटना की ओर ध्यान आकर्षित करके नसरल्ला ने इस्रायल का सामर्थ्य क्षीण होने का दावा किया। हिजबुल्लाह ने माऊंट डोव के क्षेत्र में तंबू लगाए होने का आरोप इस्रायल ने हाल ही के दिनों में लगाया था। इसके लिए इस्रायल ने फोटो भी जारी किए। लेकिन, इस्रायल इससे आगे कुछ भी नहीं कर सका, यह कहकर इस्रायल के नेतृत्व और सुरक्षाबलों के बीच एकजूट नहीं रहीं, यह अनुमान नसरल्ला ने व्यक्त किया है।
इसी बीच, न्यायिक सुधार से संबंधित कानून की वजह से इस्रायल के रक्षाबलों में दो गूट बने हैं। इस्रायली सेना और वायु सेना के सैकड़ों सैनिकों ने इस कानून के विरोध में अपनी सैन्य सेवा के लिए उपस्थित होने से इन्कार किया था। रक्षाबलप्रमुख ने इसपर चिंता जताकर इन सभीयों पर इस्रायल की सुरक्षा का ज़िम्मा होने का अहसास कराया था।
Englishइस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |