‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ में अग्रणी रहनेवाले दुनियापर राज करेंगेन

- रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुति

‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ में अग्रणी रहनेवाले दुनियापर राज करेंगेन

मॉस्को: कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ यह केवल रशिया का ही नहीं तो समूचे मानवी समाज के भविष्य का होगा। इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवसर प्राप्त होंगे। इसी के साथ इस में अनेक खतरे भी है, जिस का अंदाजा अभी लगाया नहीं जा सकता। जो कोई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में नेतृत्व करेगा वह संपूर्ण दुनिया पर राज्य करेगा यह दावा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने किया है।

अग्रणी

रशिया के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने यह भाष्य किया है।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मुद्दे पर खुली भूमिका लेने से यह मुद्दा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी में आने के संकेत मिल रहे हैं। पुतिन ने रशिया इस क्षेत्र में जल्द ही कदम उठाने की शुरुआत करेगा ऐसा दावा किया है। उसी के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्षेत्र किसी का एकाधिकार नहीं हो सकता ऐसा भी कहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ‘कॉग्निटिव साइंस’, ‘ड्रोंस’ एवं ‘अंतराल क्षेत्र’ विकसित होने वाले तकनीक पर भी अपना मत स्पष्ट किया है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस क्षेत्र के विकास में किसी का एकाधिकार तैयार होने की आशंका नहीं है। विशिष्ट व्यक्ति के हाथ में इस क्षेत्र के एकाधिकार नहीं रह सकते। अगर रशिया के पास इस क्षेत्र का नेतृत्व आया तो हम इस तकनीक का दुनिया के दूसरे देशों से लेनदेन करने पर ध्यान देंगे। इसके पूर्व परमाणु तकनीक की जैसी लेनदेन हुई उसी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जानकारी भी दे सकेंगे ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने कहा है। भविष्य में रशिया इस क्षेत्र में पीछे ना रहे इसलिए जल्दी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में गतिशील कदम उठाए जाएंगे ऐसी गवाही भी राष्ट्राध्यक्ष ने दी है।

पिछले कई वर्षों में दुनिया भर में ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ इस मुद्दे पर जोरदार चर्चा शुरु रहते संशोधक, शास्त्रज्ञ, उद्योजक एवं विविध क्षेत्रों के तत्वज्ञ इस मुद्दे पर खुले इशारे दे रहे हैं। पर दुनिया के आघाडी के नेतृत्व से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस मुद्दे पर खुली भूमिका लेना यह पहली बार हुआ है।

कुछ दिनों पहले ऑस्ट्रेलिया में ‘इंटरनेशनल जॉइंट कोंफेरेंस ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ की बैठक में इस मुद्दे पर आक्रामक चर्चा होने की बात सामने आई थी। इस बैठक की पृष्ठभूमि पर संयुक्त राष्ट्र संघटना को संबोधित कर लिखा एक पत्र भी प्रसिद्ध किया गया था। जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं रोबोटिक्स की सहायता से विकसित किए ‘किलर रोबोट्स’ यह युद्ध क्षेत्र में तीसरे क्रांति के संकेत होकर, अगर वह युद्ध करते हैं तो उसे मानवीय समाज झेल नहीं सकेगा, ऐसा गंभीर इशारा दिया था।

एक अमरीकी वृत्त माध्यम को दी मुलाकात में कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से तीसरा महायुद्ध शुरू होगा ऐसा खौफनाक इशारा, अग्रणी के चीनी उद्योजक जैक माने दिया था।

 

(Courtesy: www.newscast-pratyaksha.com)

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