इस्लाम धर्मियों के कारण बदलने वाला नेदरलँड देख नहीं सकते तो चलते बने – स्थानिकों को इस्लाम धर्मियों के नेता की चेतावनी

इस्लाम धर्मियों के कारण बदलने वाला नेदरलँड देख नहीं सकते तो चलते बने – स्थानिकों को इस्लाम धर्मियों के नेता की चेतावनी

ऍमस्टरडॅम – नेदरलँड में इस्लाम धर्मियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘डेंक’ पार्टी के नेता ‘तुनाहान कुझू’ ने अत्यंत उग्र विधान कर खलबली मचाई है। ‘जो कोई अन्य संस्कृती से आने वाले के से बदलता नेदरलँड नहीं देख सकते वह यहॉं से चलते बने’, ऐसा कुझू ने खबरदार किया है। नेदरलँड में इस्लाम धर्मियों की बढ़ती संख्या के बारे में कुछ दक्षिणपंथी गुट के नेता चेतावनी दे रहे है। उन्हें उद्देशते हुए कुझू ने यह बयान दिया है। इस पर नेदरलँड से तीव्र प्रतिक्रिया आनी की उम्मीद है।

इस्लामधर्मिय नेतानेदरलँड में अन्य यूरोपीय देशों की तरह इस्लाम धर्मियों की संख्या और प्रभाव बढ़ रहा है। नेदरलँड के नेता गीर्ट विल्डर्स ने अगाह किया था कि, यहीं स्थिती बनी रही तो आने वाले समय में अपने देश पर इस्लाम धर्मियों का वर्चस्व प्रस्थापित होता। उन्होंने दिए इस आवाहन को प्रतिक्रिया मिल रही, ऐसा दिखाई दे रहा है। अभी यूरोपीय देशों में शरणार्थीयों के खिलाफ माहौल गरम हुआ है जिसकी गुँज नेदरलँड में भी उठ रही है। इस पृष्ठभूमी पर ‘डेंक’ पार्टी के नेता ‘तुनाहान कुझू’ ने ये उग्र और प्रक्षोभित करने वाली बात की है।

कुझू ने एक मुलाकात में कहा कि, ‘जिन्हे अन्य संस्कृती से आए लोगों से वास्तव्य से बदल रही झानडॅम जैसी शहरे देखी नहीं जाती, वे इस देश से चलते बने।’ कुछ यूरोपीय समाचार एजन्सी ने उनके विधानों को प्रकाशित किया है। नेदरलँड में इस्लाम धर्मियों का प्रतिनिधित्व करने वाली ‘डेंक’ पार्टी के संस्थापकों में से तुनाहान कुझू एक है। वर्ष २०१५ में स्थापित हुए इस पार्टी को इस्लाम धर्मियों की बस्ती से अच्छा समर्थन मिल रहा है। वर्ष २०१७ के मार्च महीने में हुए चूनाव में ‘डेंक’ पार्टी के दो प्रत्याशी जीते थे और इस पार्टी को करीब दो लाख वोट मिले थे।

‘डेंक’ पार्टी ने इसके बाद नगर पालिका के चुनाव में भी छलांग लगाते हुए यहा यहा प्रभाव रह चुके वामपंथी पार्टी को पिछाडा था। ‘डेंक’ पार्टी खुलेआम इस्लाम धर्मियों का पुरस्कार करते हुए नेदरलँड पर अपना भी उतनाही अधिकार होने का दावा कर रही है। वर्ष २०१६ को एक अंतर्रराष्ट्रीय बैठक में इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू से इस्तांदोलन करने से मना करने के बाद तुनाहान कुझू चर्चा में आए थे। पॅलेस्टाईन में इस्रायल कर रहे मानवाधिकारों के हनन के कारण मैनें प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू से हस्तांदोलन करने से मना किया, ऐसा कुझू ने कहा था। तुनाहन कुझू यह तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के समर्थन होने का दावा किया जाता है। नेदरलँड की संसद ने तुर्की के खिलाफ नीति अपनाई थी तभी कुझू की डेंक पार्टी तुर्की के समर्थन में खड़ी हुई थी, इसकी याद नेदरलँड की मिडिया करा रही है।

डेंक पार्टी और तुनाहान कुझू जैसे आक्रामक नेताओं ने स्वीकारे उग्र नीति पर नेदरलँड से कडी प्रतिक्रिया आ सकती है। दक्षिणपंथी गुटों के आक्रामक नेता गीर्ट विल्डर्स और उनकी पार्टी ‘पार्टी फॉर फ्रीडम’ ‘तुनाहान कुझू’ और उनके डेंक पार्टी को करारा विरोध किया था। उससे आनेवाले समय में नेदरलँड में इस सवाल पर बवाल होने की बडी संभावना है।

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