रशियन सैटेलाईट ने किया अमरिकी सैटेलाईट का पीछा – अमरिकी ‘स्पेस फोर्स’ प्रमुख की जानकारी

रशियन सैटेलाईट ने किया अमरिकी सैटेलाईट का पीछा – अमरिकी ‘स्पेस फोर्स’ प्रमुख की जानकारी

वॉशिंग्टन  – लष्करी, समुद्री और हवाई क्षेत्र के साथ ही अब अंतरिक्ष में भी अमरिका और रशिया के बीच तनाव बनने की बात सामने आयी है| ‘रशिया के दो सैटेलाईटस् ने हमारे स्पाई सैटेलाईट का पीछा किया| ऐसे खतरनाक तरीके से पीछा होने से अंतरिक्ष क्षेत्र में बने अमरिका के वर्चस्व को रशिया से बनते खतरे में बढोतरी हुई है’, ऐसा आरोप अमरिका की ‘स्पेस फोर्स’ के प्रमुख ‘जनरल जॉन रेमेंड’ ने किया है| रशिया की तरह चीन से भी अंतरिक्ष में हमारे हितसंबंधों के लिए खतरा होने की आलोचना अमरिका ने पहले भी की थी|

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘स्पेस फोर्स कमांड’ के प्रमुख पद पर नियुक्त किए जनरल जॉन रेमंड ने अमरिकी पत्रिका से की बातचीत के दौरान इस घटना की जानकारी बयान की| इशके लिए जनरल रेमंड ने नवंबर महीने की घटना का दाखिला दिया| नवंबर महीने में रशिया ने ‘कॉसमॉस २५४२’ सैटेलाईट प्रक्षेपित किया था| दो हफ्ते बाद इस सैटेलाईट से ‘कॉसमॉस २५४३’ सैटेलाईट छोडा गया| इन दोनों सैटेलाईटस् ने अमरिका के ‘यूएसए २४५’ सैटेलाईट का पीछा शुरू किया|

रशियन सैटेलाईटस् अमरिकी सैटेलाईटस् का सीर्फ पीछा नही कर रहे थे, बल्कि वह अमरिकी सैटेलाईट की दिशा में खतरनाक तरीके से आगे भी बढ रहे थे| इनमें से एक एक सैटेलाईट ने १०० मील दूरी से यात्रा करने का आरोप जनरल रेमंड ने रखा|

‘यूएसए २४५’ अमरिका के निगरानी करेवाले चार अतिप्रगत सैटेलाईटस् में से एक है| इस सैटेलाईट के सेंसर्स और कैमेराज् अमरिका के शत्रु देशों की दिशा में रूख करके है| इस वजह से इस सैटेलाईट का पीछा करके रशिया ने अंतरिक्ष में अमरिका के हितसंबंधों को खतरा होने का एहसास कराया है, यह बात जनरल रेमंड ने कही है|

‘यह एक आम घटना नही होती| रशियन सैटेलाइटस् ने ऐसे पीछा करने से अंतरिक्ष में खतरनाक स्थिति बन सकती है’, यह इशारा भी जनरल रेमंड ने अन्य वृत्तसंस्था से की बातचीत के दौरान दिया| साथ ही अंतरिक्ष में हो रही रशिया की गतिविधियां चिंताजनक है और जिम्मेदार देश से ऐसी हरकतों की उम्मीद नही है, यह आलोचना भी अमरिकी ‘स्पेस फोर्स’ के प्रमुख ने की है|

अंतरिक्ष में अपने सैटेलाईटस् और हितसंबंधों को रशिया और चीन से खतरा होने का आरोप अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले भी किया था| व्हाईट हाउस, पेंटॅगॉन और अमरिकी कॉंग्रेस के ट्रम्प समर्थक सदस्यों ने भी रशिया और चीन से बने खतरे के बारे में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अपनाई भूमिका का समर्थन किया था| इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पिछले दशक से रशिया और चीन ने उपग्रह विरोधी मिसाइलों का परीक्षण करने का दाखिला भी किया था|

इस पृष्ठभूमि पर दो महीनें पहले अमरिका के ‘स्पेस फोर्स’ का गठन किया गया| इसके बाद पहली बार अंतरिक्ष में देखी गए इस खतरनाक हरकत की जानकारी सामने आयी है| अमरिका के ‘स्पेस फोर्स’ ने रशिया के सामने इस मुद्दे पर नाराजगी व्यक्त की है|

अमरिका के इन आरोपों पर रशिया से अभी जवाब नही दिया गया है| ‘कॉसमॉस २५४२’ सैटेलाईट से खुफिया सैटेलाईट छोडे जाने से और इससे कुछ समय के लिए अंतरिक्ष में तनाव बनने की बात रशिया ने स्वीकार की है|

 

सैटेलाईटस् की सुरक्षा के लिए अमरिका की ‘स्पेस फेन्स’ तैयार

अंतरिक्ष में अपने उपग्रहों की सुरक्षा के लिए तैयार की गई ‘स्पेस फेन्स’ जल्द ही कार्यरत होगी, यह ऐलान अमरिकी ‘स्पेस फोर्स’ ने किया है| अंतरिक्ष में यात्रा कर रहे चार इंच की चीज भी ढुंढने की क्षमता यह ‘स्पेस फेन्स’ के राडार रखते है|

अतंरिक्ष में मंडरा रहे और अपने सैटेलाईटस् के लिए खतरा साबित होनेवाली चीजें ढुंढने के लिए अमरिका की राडार यंत्रणा पहले से ही कार्यरत है| पर, ‘स्पेस फोर्स’ के तहेत अंतरिक्ष में अमरिका की नीति अधिक व्यापक हुई है| इसके लिए छोटी से छोटी आकार की चीज पर नजर रकनेवाली और अंतरिक्ष के खतरों की सूचना करनेवाली ‘स्पेस फेन्स’ यंत्रणा कार्यरत करने के लिए तैयार होने का ऐलान ‘स्पेस फोर्स’ ने किया है|

पैसिफिक महासागर में मार्शल द्विपों के ‘आएलिन अटोल’ टापू पर ‘स्पेस फेन्स’ की राडार यंत्रणा तैनात रहेगी| इस स्पेस फेन्स की वजह से अंतरिक्ष में सैटेलाईटस् का टकराना रोकना मुमकिन होगा एवं शत्रु देशों के सैटेलाईटस् पर भी नजर रखना अमरिका के लिए संभव होगा, यह दावा हो रहा है|

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