बीजिंग – चीन में निवेश न्यूनतम स्तर पर आया है। चीन के औद्योगिक उत्पादन भी घटे हैं। देश की अंतर्गत मांग पहली बार गिरावट की दिशा दिखा रही है। उस समय मूलभूत सुविधाओं पर चीन के खर्च में भी कटौती हुई है। अमरिका ने शुरू किये व्यापार युद्ध में चीन के सक्षम वित्त व्यवस्था की पीछेहाट हो रही है, ऐसा इन सारी बातों से उजागर हो रहा है। आने वाले समय में चीन पर गिरने वाले आर्थिक संकट का एहसास होने की बात विशेषज्ञों ने कही है।
अमरिका ने चीन से होने वाले निर्यात पर लक्ष्य करके १०० अरब डॉलर के निर्यात पर आयात कर २५ प्रतिशत तक बढ़ाया था। चीन ने भी अमेरिकन उत्पादन पर कर बढ़ाकर उन्हें उत्तर दिया था। पर अमरिका ने ५०० अरब डॉलर की चीनी निर्यात पर आयात कर बढ़ाने की घोषणा करके यह व्यापार युद्ध अधिक तीव्र होने का एहसास चीन के साथ सारी दुनिया को दिलाया है। यह दबाव चीनी वित्त व्यवस्था पर वह दिखने लगा है। पर क्षमता होने वाले चीन की सक्षम वित्त व्यवस्था तनाव में आयी है और चीन ने हालही में घोषित किए आंकड़ों से यही दिखाई दे रहा है।
जुलाई में चीन के वित्त व्यवस्था का विकास दर गिरने की जानकारी सामने आई थी। अप्रैल से जून इस ३ महीने में चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट हुई है और आर्थिक विकास दर ६.८ प्रतिशत नीचे आया था। यह विकास दर सन २०१६ वर्ष के बाद का न्यूनतम होकर जनवरी से मार्च के कालखंड में ६.८ प्रतिशत विकास दर दर्ज हुआ था। इनके इस में गिरावट के पीछे औद्योगिक उत्पादन एवं निवेश में गिरावट घटक होने की बात कही जा रही है। चीन के नेशनल स्टैटिस्टिक्स ब्यूरो से जानकारी घोषित की गई है।
उसके बाद चीन की वित्त व्यवस्था में महत्वपूर्ण घटक होने वाले अन्य क्षेत्रों के आंकड़े भी सामने आए हैं और चीन की वित्त व्यवस्था में बड़ी गिरावट शुरू होने की बात सामने आ रही है। चीन की वित्त व्यवस्था में प्रमुख घटक के तौर पर पहचाने जानेवाले औद्योगिक उत्पादन में सिर्फ ६ प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई है और इससे पहले नेशनल स्टैटिस्टिक्स ब्यूरो ने जताए हुए अंदाजा से वह ०.३ प्रतिशत कम हुई है।
चीन में होने वाले निवेश को सबसे बड़ा झटका लगा है। जनवरी से जुलाई इस ७ महीने के कालखंड में निवेश सिर्फ ५.५ प्रतिशत बढ़ा है और यह पिछले दो दशकों के न्यूनतम स्तर माना जा रहा है। चीन के सत्ताधारियों से वित्त व्यवस्था को संभालने के लिए शुरू होने वाले मूलभूत सुविधाओं के प्रकल्प भी निवेश घटे हैं और यह ६ प्रतिशत से नीचे जाने की बात नेशनल स्टैटिस्टिक्स ब्यूरो के आंकड़ों से सामने आई है। चीनी जनता से होनेवाले अंतर्गत मांग भी घटकर ९ प्रतिशत नीचे गई है।
जुलाई महीने के चीन के नागरि इलाकों में बेरोजगारी का दर भी ५ प्रतिशत पर जाने की बात कही जा रही है। वित्त व्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने वाले सभी क्षेत्रों में शुरू यह गिरावट चीन के वित्त व्यवस्था को बहुत बडा संकट साबित होगी, ऐसा माना जा रहा है। कई विश्लेषकों ने अमरिका चीन व्यापार युद्ध तीव्र होने पर चीन के वित्त व्यवस्था को ०.३ प्रतिशत गिरावट का झटका लगेगा ऐसा अंदाजा जता रहे है।
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