तेहरान/मक्का – ‘अमरिका ने पर्शियन खाडी में ईरान के जहाजों पर यदि एक ‘बुलेट’ भी फायर की तो ईंधन के दाम उछालकर प्रति बैरल १०० डॉलर्स से भी ज्या होंगे। ऐसा होता है तो यह अमरिका, यूरोप और जापान एवं दक्षिण कोरिया जैसे अमरिका के मित्रदेशों के लिए सहना मुमकिन नही होगा’, यह इशारा ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी के वरिष्ठ लष्करी सलाहकार ने दिया है। साथ ही पर्शियन खाडी में अमरिकी युद्धपोत ईरान की रिव्होल्युशनरी गार्डस् के दायरे में होने का इशारा भी इस अधिकारी ने दिया।
ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरू आयातुल्ला खामने के लष्करी सलाहकार मेजर जनरल याह्या रहिम सफायी इन्होंने रिव्होल्युशनरी गार्डस् की वृत्तसंस्था को दी हुई मुलाकात के दौरान अमरिका को धमकाया। ईरान के समुद्री क्षेत्र के निकट पहुंची अमरिकी युद्धपोत सुरक्षित नही है, ऐसा मेजर जनरल सफायी ने कहा है। ‘पर्शियन खाडी में तैनात अमरिका और मित्रदेशों के युद्धपोत ईरानी मिसाइलों के दायरे में है। रिव्होल्युशनरी गार्डस् के मिसाइल अपनी युद्धपोतों की दिशा में तैनात होने की बात अमरिका को पूरी तरह से ज्ञात है’, ऐसा मेजर जनरल सफायी ने कहा है।
‘इसी लिए ईरान के मिसाइलों की क्षमता ज्ञात होनेवाली अमरिका ईरान पर हमला करने की गलती ना करें। क्यों की अमरिका ने यदि ईरान पर हमला किया तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दाम उछालकर १०० डॉलर्स से भी अधिक होंगे’, यह धमकी मेजर जनरल सफायी ने दी। ऐसा हुआ तो इसके आगे के परीणाम अमरिका, युरोप और दक्षिण कोरिया एवं जापान को सहन नही होंगे, यह दावा सफायी इन्होंने किया। अमरिका, यूरोप, दक्षिण कोरिया और जापान यह देश बडी मात्रा में खाडी क्षेत्र के ईंधन पर निर्भर है। इस वजह से पर्शियन खाडी में युद्ध का विस्फोट होता है तो अमरिका और मित्रदेशों के सामने मुश्किलें खडी होंगी, इसका अहसास मेजर जनरल सफायी इन्होंने कराया।
सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी के हाथ में ही ईरान का पूरा नियंत्रण है। इस वजह से खामेनी के लष्करी सलाहकार ने दी हुई इस धमकी की गंभीरता बढ रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में फिलहाल ईंधन के दाम प्रति बैरल ५३ डॉलर्स के इर्द गिर्द है। अमरिका और ईरान के बीच संघर्ष शुरू होने की स्थिति निर्माण होते हुए ईंधन के दामों में उछाल होने की कडी संभावना व्यक्त की जा रही है। लेकिन, ईंधन के दामों में उछाल ना हो, इस लिए कोशिश करने का ऐलान सौदी अरब और यूएई ने ओपेक की बैठक में किया है। लेकिन, पिछले दो हफ्तों से पर्शियन खाडी में ईरान की गतिविधियां ईंधन के दामों में बढोतरी होने के लिए जिम्मेदार साबित हो रही है, यह आलोचना सौदी अरब कर रहा है। मक्का में आयोजित बैठक में बोलते समय सौदी के राजा सलमान इन्होंने यह आरोप रखा था।
पिछले महीने में ‘यूएई’ के तट के निकट चार ईंधन टैंकर्स पर हुए हमलों के लिए ईरान और ईरान से जुडी आतंकी संगठन जिम्मेदार होने का आरोप सौदी के राजा सलमान इन्होंने रखा है। साथ ही ईरान से जुडी आतंकी संगठनों की यह हरकतें सिर्फ सौदी अरब या खाडी देशों के लिए ही खतरा नही है। इस समुद्री क्षेत्र से निर्यात हो रही ईंधन की यातायात भी ईरान के कारण खतरे में पड सकती है, इस ओर सौदी के राजा सलमान इन्होंने ध्यान आकर्षित किया था।
इस दौरान, ईंधन टैंकर्स पर हमला करवाकर ईंधन के दामों में उछाल लाने की कोशिश ईरान और ईरान समर्थक संगठन कर रही है, यह आरोप अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ इन्होंने दो दिन पहले ही किया था। इस वजह से ईरान ने दी धमकी और सौदी के राजा ने व्यक्त की हुई चिंता अलग संकेत दे रही है। इस वजह से ईंधन के दामों में होनेवाला असर और इससे प्रमुख देशों पर बनते दबाव के भीषण परिणाम नजदिकी समय में जागतिक अर्थव्यवस्था के लिए भी खतरनाक साबित होने की आशंका है।
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