लीबियन बागियों के शरणार्थी शिविरों पर हो रहे हमलें युद्धकालीन अपराध है – संयुक्त राष्ट्रसंघ की आलोचना

लीबियन बागियों के शरणार्थी शिविरों पर हो रहे हमलें युद्धकालीन अपराध है – संयुक्त राष्ट्रसंघ की आलोचना

न्यूयॉर्क/त्रिपोली – ‘जनरल खलिफा हफ्तार’ के आदेश पर लीबियन बागियों ने त्रिपोली के निकट किए हवाई हमले में शरणार्थियों के शिविर को लक्ष्य किया गया और इस हमले में ८० लोगों की मौत हुई है| लीबियन बागियों की इस हरकत पर दुनियाभर से कडी प्रतिक्रिया व्यक्त हो रही है| शरणार्थी शिविर पर हमलें करके बागियों ने युद्धकालीन अपराध किया है, यह आरोप संयुक्त राष्ट्रसंघ ने रखा| इस दौरान शरणार्थी शिविरों पर बागियों द्वारा फिर से हमलें होने का डर व्यक्त किया जा रहा है|

शरणार्थी शिविर, हवाई हमले, खलिफा हफ्तार, संयुक्त राष्ट्रसंघ, आरोप, न्यूयॉर्क, त्रिपोली, अमरिकालीबिया की राजधानी त्रिपोली पर कब्जा करने में नाकाम होने पर बागी नेता जनरल खलिफा हफ्तार गुस्से से तिलमिला रहा है और ऐसे में ही उन्होंने सरकार समर्थकों पर हवाई हमलें करने के आदेश जारी किए| बागियों ने बुधवार तक त्रिपोली के निकट तजोरा में किए हवाई हमले में कम से कम ८० लोक मारे गए है और ७० लोग जख्मी हुए है| तजोरा में शरणार्थी शिविर पर बागियों ने हमलें करने का आरोप लीबियन सरकार एवं मानवाधिकार संगठन कर रहे है| इस शिविर में कम से कम डेढ सौ से अधिक शरणार्थी मौजूद थे|

हमलें में मारे गए लोगों में अधिकतम लोग आफ्रिकन देशों से पहुंचे शरणार्थी थे| लीबियन शरणार्थियों के समेत अन्य अफ्रिकी देशों से लीबिया में पहुंचे शरणार्थी भी इस शिविर में थे| तजोरा शरणार्थी शिविर से यूरोप जाने के लिए यह शरणार्थी यहां पहुंचे थे| हफ्तार के बागियों ने जानबुझकर शरणार्थी शिविर को लक्ष्य किया है, यह आरोप मानवाधिकार संगठन कर रही है| वही, इस हमलें से अपना संबंध नही है और अपने लडाकू विमानों ने सरकारी जगहों पर हमलें करने की बात बागियों से स्पष्ट की गई है| ऐसी स्थिति में बागियों ने इस शरणार्थी शिविर को लक्ष्य करने के बाद दुनिया भर से कडी आलोचना हो रही है|

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने लीबिया के लिए नियुक्त किए हुए विशेष दूत ‘घासम सलामे’ ने इस हमले की कडे शब्दों में आलोचना की है| हफ्तार के बागियों ने शरणार्थी शिविरों पर किए हमलें गंभीर युद्धकालीन अपराध है और इस पर लीबिया की बागी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का निवेदन विशेष दूत सलामे ने किया| संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव गुतेरस ने भी इस हमले पर संज्ञान लेकर सुरक्षा परिषद सहमति के साथ हफ्तार बागियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग मंजूर करें, यह सुझाव रखा है| लेकिन, लीबियन बागियों पर प्रतिबंध लगाने के कोशिशों से अमरिका पीछे हट चुकी है| इस वजह से फिलहाल जनरल खलिफा हफ्तार की संगठन पर कार्रवाई होने की संभावना फिलहाल टल चुकी है|

इस दौरान, शरणार्थी शिविर पर हुए इस हमले के बाद हफ्तार के बागी त्रिपोली पर हमला करेंगे, यह दावा किया जा रहा है| लीबियन बागी सरकारी एवं लष्करी ठिकानों पर हो रहे हमलें नही रोकेंगे, यह चेतावनी भी सूत्रों ने दी है| इस पृष्ठभूमि पर अन्य शरणार्थी शिविरों में रह रहे शरणार्थियों की सुरक्षा का प्रश्‍न नए से उपस्थित हुआ है|

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