बीजिंग – अमरिकी ऊर्जा और बुनियादी क्षेत्र की कंपनियों पर जुलाई महीने में सायबर हमलें हुए| इन हमलों के पीछे चीन का हाथ होने का दावा किया गया है| चीन की हुकूमत के लिए का कर रहे ‘एपीटी१०’ इस हैकर्स के गुटने अमरिकी कंपनियों पर हमलें करने की जानकारी ‘प्रूफपॉईंट’ इस सायबर सुरक्षा कंपनीने दी है|
फरवरी एवं मार्च महीने में अमरिका में अहम कंपनियों समेत नौसेना अधिकारियों की यंत्रणाओं पर सायबर हमलें होने की जानकारी सामने आ चुकी थी| इन हमलों में कंपनियों की अहम जानकारी चुराई गई और रक्षा संबंधी खुफिया जानकारी प्राप्त करने की कोशिश शुरू थी|
इस मामले में सीधे किसी भी देश का नाम लिया गया नही है, फिर भी इन हमलों में चीन का ही हाथ होने के संकेत प्राप्त हुए थे| इन हमलों के बाद अमरिका में नीजि सायबर सुरक्षा कंपनियां एवं देश की ‘सायबर कमांड’ ने अगले दौर में होनेवाले हमलों के लिए सही तैयारी रखने की चेतावनी दी थी|
पिछले कुछ महीनों में व्यापारयुद्ध, साउथ चाइना सी, तैवान, हुवेई, ईरान का परमाणु कार्यक्रम ऐसे कई मुद्दों पर अमरिका और चीन में बने तनाव में लगातार बढोतरी हो रही है| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प लगातार चीन पर आलोचना कर रहे है औड़ व्यापार एवं चलन संबंधी निती को लक्ष्य कर रहे है|
चीन के साथ व्यापार चर्चा शुरू होने के बावजूद ट्रम्प ने चीन के विरोध में आक्रामक वक्तव्य करके दबाव लाने की कोशिश की थी| ट्रम्प के इस बरताव पर चीन में बडी नाराजगी है| ऐसी स्थिति में चीन से होनेवाले सायबर हमलें और भी ध्यान आकर्षित कर रहे है|
‘प्रूफपॉईंट’ इस सायबर सुरक्षा कंपनी ने गुरूवार के दिन प्रसिद्ध किए रपट में चीन के ‘एपीटी१०’ इस हैकर्स गुट का जिक्र किया है| यह गुट चीन की गुप्तचर यंत्रणा ‘मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्युरिटी’ के लिए काम कर रहा है, यह दावा वर्णित कंपीने ने किया है| इससे पहले जून महीने में भी चीन के इस हैकर्स गुट ने दुनिया में १० अलग अगल दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों को लक्ष्य करके चीन के ग्राहकों की जानकारी चुराने की कोशिश की थी|
जुलाई महीने में हुए सायबर हमलों में अमरिकी ऊर्जा कंपनियों के कंप्युटर यंत्रणा में मालवेअर छोडने की बात स्पष्ट हुई| इस मालवेअर का इस्तेमाल करके इन कंपनियों की जानकारी की चोरी करने के लिए एवं उनके कार्यपद्धती की जानकारी प्राप्त करने की कोशिश होने की बात ‘प्रूफपॉईंट’ ने अपने रपट में दर्ज की है| इन हमलों के लिए इस्तेमाल किए गए कुछ घटक पिछले वर्ष जापान में माध्यम कंपनियों पर हुए सायबर हमलों के साथ मेल रखते है, यह दावा भी अमरिकी कंपनी ने किया है|
मई महीने में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन और चीन की कंपनियों से होनेवाले सायबर हमलें रोकने के लिए ‘नैशनल इमर्जन्सी’ का ऐलान किया था| इसके बाद भी यह सायबर हमलें होने की बात स्पष्ट होने से अमरिकी अर्थव्यवस्था को और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बना खतरा फिर से स्पष्ट हुआ है|
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