वॉशिंग्टन – पाकिस्तान ने तालिबान को सहायता करना बंद किया तो अफगानिस्तान का युद्ध कुछ हफ्तों में ही खतम होगा| इसी लिए तालिबान के साथ बातचीत करने के बजाए अमरिका सीधे पाकिस्तान से ही बातचीत करें, यह मांग अमरिका के सिनेटर लिंडसे ग्राहम ने रखी है| कतार की राजधानी दोहा में अमरिका और तालिबान की बातचीत जारी है| इस पृष्ठभूमि पर सिनेटर ग्राहम ने रखी यह मांग ध्यान आकर्षित कर रही है|
अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प अफगानिस्तान से सेना पीछे हटाने के लिए उत्सुकता दिखा रहे है| इसके लिए उन्होंने तालिबान के साथ बातचीत करने का प्रस्ताव पेश किया था| यह बातचीत शुरू भी हुई थी| पर, बातचीत जारी थी, तभी तालिबान ने अफगानिस्तान में बडे आतंकी हमलें करने का सत्र शुरू रखा था| इसके जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करके बातचीत पर प्रभाव बनाने की कोशिश तालिबान ने की थी| पर, इशके बाद अमरिका ने यह बातचीत ही बंद कर दी थी|
इसे तीन महीने बितने के बाद शनिवार से दोहा में नए से अमरिका और तालिबान की बातचीत शुरू हुई है| पर, तालिबान के साथ बातचीत करने का ट्रम्प प्रशासन का निर्णय गलत होने का दावा सिनेटर लिंडसे ग्राहम ने किया| तालिबान के साथ बातचीत करने के बजाए अमरिका ने सीधे पाकिस्तान से बातचीत करनी होगी, इसी से अधिक लाभ होगा, यह सिनेटर लिंडसे ग्राहम का कहना है|
‘पाकिस्तान ने अपने जमीन पर तालिबान के लिए ‘सुरक्षित स्वर्ग’ प्रदान किया है| पाकिस्तान ने यह सुरक्षा प्रदान करने से इन्कार किया तो तालिबान की कुछ ही हफ्तों में हार हो सकती है| इस वजह से हमें पाकिस्तान के बरताव में सुधार होने की भी उम्मीद है| अमरिका ने इसी के लिए कोशिश करनी होगी’, यह सुझाव सिनेटर लिंडसे ग्राहम ने रखा है|
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