मास्को – ‘इदलिब में तुर्की और तुर्की से जुडे सैनिकों के खून के हर एक कतरें की किमत रशिया को चुकानी होगी| हम रशियन सैनिकों के सिरों के मीनार खडे करेंगे’, यह धमकी हमें प्राप्त हुई है ऐसा सनसनीखेज दावा तुर्की में नियुक्त रशियन राजदूत एलेक्सी येरखोव्ह ने किया है| रशिया को दी गई यह धमकी काफी गंभीरता से देखी जा रही है, यह भी येरखोव्ह ने स्पष्ट किया| वर्ष २०१५ में तुर्की में रशिया के उस समय के राजदूत आंद्रेई कार्लोव्ह की हत्या की गई थी| पांच वर्ष पहले दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर काफी तनाव बना था| इसका दाखिला भी येरखोव्ह ने दिया है|
रशिया के ‘रिया नोवोस्ती’ इस समाचार चैनल से की बातचीत के दौरान राजदूत येरखोव्ह ने पांच वर्ष पहले की और वर्तमान की स्तिति की तुलना की| ‘वर्ष २०१५ के नवंबर महीने में तुर्की ने सीरिया में रशिया का लडाकू विमान गिराया था और इसके बाद तुर्की की राजधानी अंकारा में रशिया के राजदूत आंद्रेई कार्लोव्ह की हत्या की गई थी| ‘कार्लोव्ह की हत्या करनेवाले हम जल्द ही अलेप्पो पर कब्जा करेंगे’, ऐसे नारे दे रहे थे’, यह कहकर येरखोव्ह ने वर्तमान की स्थिति इससे ज्यादा अलग ना होने का दावा किया|
‘आज हमें जान से मारने की धमकियां दी जा रही है| दिन-रात धमकियों के फोन, संदेश हमें और तुर्की में नियुक्त रशियन दूतावास के कर्मचारियों को प्राप्त हो रहे है| इनमें से कुछ लोगों ने तो सीरिया में मौजुद रशियन सैनिकों के सिरों के मीनार खडे करने की धमकियां दी है| ऐसे में धमकाने वाले कुछ लोगों ने हमें जिंदा जलाने की चेतावनी भी दी है| ऐसी धमकियां बतौर व्यक्ति हमें नही, बल्कि रशिया को दी जा रही है| इसी कारण हम इसे बर्दाश्त नही कर सकतें’, यह बयान येरखोव्ह ने रशियन समाचार चैनल पर किया| साथ ही इन धमकियों से तुर्की में रशिया के विरोध में होनेवाली भावना प्रकट हुई है, इस पर भी रशियन राजदूत येरखोव्ह ने ध्यान आकर्षित किया|
‘जनमत भडकानेवाली ऐसी धमकियों की वजह से रशिया के विरोध में घृणा, गुस्सा और द्वेष की एक चैन तैयारी की जा रही है| पांच वर्ष पहले भी इसी तरह से रशिया के विरोध में तुर्की का जनमत भडकाया गया था| इसका अंत कैसे हुआ, यह सभी लोगों को ज्ञात है’, यह कहकर येरखोव्ह ने कार्लोव्ह की हुई हत्या की ओर ध्यान आकर्षित किया| तुर्की ने हमें सुरक्षा प्रदान करने में पुरी तरह से व्यावसायिकता दिखाई है, यह भी रशियन राजदूत ने बयान किया| पर, दोनों देशों के बीच बना तनाव कम करने के लिए एर्दोगन सरकार और अधिक कोशिश करें, यह उम्मीद रशियन राजदूत ने व्यक्त की|
इसी बीच, इदलिब और अलेप्पो में जारी संघर्ष के मुद्दे पर रशिया और तुर्की के दरमियान तनाव बना है| म्युनिक की बैठक में रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लाव्हारोव्ह और तुर्की के विदेशमंत्री मेवलूत कावुसोग्लू ने दोनों देशों में सीरिया के मुद्दे पर तनाव ना होने का ऐलान किया| पर, अगले कुछ ही घंटों में सीरिया में जारी हिंसा को समर्थन देना रशिया बंद करें, ऐसा बयान तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने किया था|
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