जेरुसलेम/वॉशिंग्टन — इस्रायल द्वारा सिरियास्थित ईरान के अड्डों पर जारी तूफ़ानी हमलों के जवाब में ईरान ने सायबरहमलें शुरू किये हैं। इस्रायल के जल और सीवेज प्रकल्पों सायबरहमले की कोशिश की गयी, ऐसा एक अमरिकी न्यूज़चॅनल ने कहा है। इस सायबरहमले के लिए ईरान ने अमरिकी सर्व्हर्स का इस्तेमाल किया, यह सामने आया है।
अप्रैल महीने की २४ और २५ तारीख़ को ईरान ने सायबरहमले की कोशिश की होने की ख़बर ‘फॉक्स न्यूज‘ इस न्यूज़चॅनल ने दी। इस्रायल की जलआपूर्ति की यंत्रणा की ‘कमांड व कंट्रोल सिस्टिम्स‘ पर सायबरहमले की कोशिश की गयी। इस्रायल की ‘वॉटर अथॉरिटी‘ तथा ‘नॅशनल सायबर डिरेक्टरेट‘ इन दोनों यंत्रणाओं को इसका एहसास उन्हों ने तेज़ी से कदम उठाये। प्रकल्पों पर काम करनेवाले कर्मचारियों तथा अधिकारियों को फ़ौरन अलर्ट भेजा गया।
इस्रायली यंत्रणाओं ने हालाँकि सायबरहमला रोकने में क़ामयाबी हासिल की है, फिर भी ईरान की यह कोशिश ग़ौरतलब मानी जा रही है। इस्रायल पर के इस सायबरहमले के लिए ईरानी हॅकर्स ने अमरीका के सर्व्हर्स का इस्तेमाल किया है। ईरान द्वारा किया गया अमरिकी सर्व्हर्स का इस्तेमाल अमरिकी यंत्रणाओं के लिए भी ख़तरे की घंटी मानी जा रही है।
अमरीका तथा इस्रायल की यंत्रणाओं ने ईरानी सायबरहमले की इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन सहयोगी देशों को सायबरहमलों से सुरक्षित रखने के लिए अमरीका वचनबद्ध है, ऐसा वक्तव्य एक वरिष्ठ अधिकारी ने किया है।
इस्रायल और ईरान में पिछले कई सालों से सायबरयुद्ध शुरू होकर, ईरानी हॅकर्स ने कई बार इस्रायली लष्कर तथा अन्य यंत्रणाओं पर हमले किये होने के दावे किये हैं। इस्रायल ने ‘स्टक्सनेट‘ इस मालवेअर की सहायता से ईरान के परमाणुकार्यक्रम को ही लक्ष्य किया था। इस सायबरहमले के कारण ईरान का परमाणुकार्यक्रम कई वर्षों से पिछड़ गया, ऐसा माना जाता है। ईरान पर के इस सायबरहमले के लिए अमरीका ने इस्रायल की सहायता की होने की बात सामने आयी थी।