तेहरान – ‘अमरीका के हथियार पुराने हो चुके हैं। साथ ही अमरीका की टूट रही अर्थव्यवस्था लंबे समय के संघर्ष के लिए सहायक साबित नहीं हो सकती। इसी कारण अमरीका ईरान के खिलाफ युद्ध की ताकत नहीं रखती’, ऐसा दावा ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख मेजर जनरल हुसेन सलामी ने किया। होर्मु़ज की खाड़ी से यात्रा कर रहे अमरीका के विशाल ‘यूएसएस निमित्ज़’ विमान वाहक युद्धपोत पर ईरान के ड्रोन ने हाल ही में गश्त लगाई थी। इसके बाद रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख ने यह बयान करके अमरीका को उकसाया है। इसी बीच पर्शियन खाड़ी में गश्त लगाने के लिए ईरान ने अपने गश्तीपोतों पर लगभग १८८ ड्रोन्स तैनात किए हैं।
बीते कुछ दिनों से पर्शियन खाड़ी के मुख पर तैनात अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस निमित्ज़’ ने १८ सितंबर के दिन अपने विध्वंसकों के काफिले के साथ होर्मुज़ की खाड़ी में यात्रा की। इस दौरान अपने ड्रोन ने अमरिकी युद्धपोतों पर गश्त की, यह दावा ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स ने किया। इस गश्त में अमरीकी युद्धपोत पर तैनात लड़ाकू विमानों की जानकारी अपने ड्रोन्स ने प्राप्त की है, यह बात भी रिवोल्युशनरी गार्ड्स ने घोषित की। ईरान के समाचार चैनल ने इससे संबंधित फोटो भी प्रसिद्ध किए हैं। लेकिन, अमरिकी नौसेना ने ईरान का यह वृत्त ठुकराया। होर्मुज़ की खाड़ी में अमरीकी युद्धपोतों की यात्रा सुरक्षित पूरी होने की बात अमरीकी नौसेना ने कही है। बीते वर्ष भी ईरान ने अमरिकी ‘यूएसएस ड्विट आयसेनहावर’ युद्धपोत पर गश्त करने के फोटो जारी किए थे।
होर्मुज़ की खाड़ी में की हुई इस गश्त के कुछ घंटे बाद ही रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख ने अमरीका को उकसाया है। अमरीका को कोरोना वायरस की महामारी पर नियंत्रण रखना भी संभव नहीं हुआ है, ऐसा बयान करके रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख ने अमरीका का मज़ाक उड़ाया। साथ ही पुराने हथियारों के साथ ईरान से युद्ध शुरू करने की ताकत अमरीका नहीं रखती, यह दावा मेजर जनरल सलामी ने किया। बल्कि, ८० के दशक में हुए इराक युद्ध के बाद ईरान ने अपनी रक्षा तैयारी बढ़ाई है, यह बयान सलामी ने किया। तभी अमरीका और मित्रदेशों का मुकाबला करने के लिए कई हज़ार रेजिमेंट्स (हज़ार से दो हज़ार सैनिकों की एक रेजिमेंट) खाड़ी क्षेत्र में तैनात थे, ऐसा ध्यान आकर्षित करनेवाला बयान मेजर जनरल सलानी ने किया। इराक, सीरिया के साथ लेबनान, येमन में ईरान से संबंधित गुटों की तैनाती की ओर रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया।
रिवोल्युशनरी गार्ड्स के प्रमुख की इस चेतावनी के साथ ही ईरान ने १८८ ड्रोन्स होर्मुज़ की खाड़ी में गश्त लगाने के लिए तैनात होने का ऐलान किया। पर्शियन खाड़ी, होर्मुज़ की खाड़ी में गश्त कर रहे गश्तीपोतों पर यह ड्रोन्स तैनात होने की जानकारी ईरान के रिवोल्युशनरी गार्ड्स ने साझा की। साथ ही ईरान ने होर्मुज़ की खाड़ी में ‘सिरिक’ में नौसेना का नया अड्डा कार्यरत करने की जानकारी ईरानी माध्यमों ने साझा की है। इस समुद्री क्षेत्र से विश्वभर में ३५ प्रतिशत से अधिक र्इंधन की यातायात होती है। ऐसी स्थिति में होर्मुज़ की खाड़ी में ईरान की जारी लष्करी गतिविधियां इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने का कारण साबित हो रही हैं। कुछ दिन पहले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को हज़ार गुना तीव्र प्रत्युत्तर देने का इशारा दिया था।
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