तेहरान/न्यूयॉर्क – ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीज़ादेह की शुक्रवार के दिन हत्या हुई है। अज्ञात हमलावरों ने फखरीज़ादेह की कार नज़दीक आते ही ट्रक का विस्फोट किया और उसके बाद पाँच हमलावरों ने फखरीज़ादेह पर अंधाधुंद गोलीबारी की। फखरीज़ादेह की हत्या के लिए इस्रायल और अमरीका ज़िम्मेदार होने का आरोप करके, इस वारदात से आगबबुला हुए ईरान के नेताओं ने, फखरीज़ादेह की हत्या का प्रतिशोध लिया जाएगा, यह ऐलान भी किया है। इस्रायल के कान्ट्रैक्ट सैनिकों ने उनकी हत्या की है, यह आरोप ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने किया है।
जनवरी महीने में ईरानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी कासेम सुलेमानी के मारे जाने के बाद फखरीज़ादेह की हुई हत्या, यह ईरान को लगा हुआ दूसरा बड़ा झटका साबित हो रहा है। मोहसिन फखरीज़ादेह ईरान के वरिष्ठ एवं काफी अहम परमाणु वैज्ञानिक थे। ईरान की हुकूमत ने उन्हें विशेष सुरक्षा प्रदान की थी। शुक्रवार के दिन राजधानी तेहरान के करीबी ‘अब्सार्द’ गाँव के नज़दीक उनकी कार पर हमला हुआ। उस समय फखरीज़ादेह के साथ उनके तीन अंगरक्षक थे। ये तीनों अंगरक्षक हमले में ज़गह पर ही मारे गए। वहीं, फखरीज़ादेह ने अस्पताल पहुँचने से पहले दम तोड़ा।
फखरीज़ादेह की हत्या करनेवालों का एवं उनकी हत्या करने के आदेश देनेवालों का यक़ीनन ही प्रतिशोध लिया जाएगा, ऐसी धमकी सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने दी है। वहीं, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने फखरीज़ादेह की हत्या के लिए ठेंठ इस्रायल को ज़िम्मेदार बताया है। ‘इस्रायल के कान्ट्रैक्ट सैनिकों ने हमारे वैज्ञानिक की हत्या करवाई है’ ऐसा कड़ा आरोप राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने रखा है। लेकिन, फखरीज़ादेह की हत्या की वजह से ईरान का परमाणु कार्यक्रम बिल्कुल रुकेगा नहीं, यह बात राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने ड़टकर कही है। ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रिफ के साथ रक्षाबलप्रमुख ने भी, फखरीज़ादेह की हत्या का प्रतिशोध जल्द ही लिया जाएगा, यह चेतावनी दी है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरान के राजदूत माजिद तख्त रवांची ने राष्ट्रसंघ के महासचिव गुतेरस को लिखे खत में, फखरीज़ादेह की हत्या के लिए इस्रायल और अमरीका को ज़िम्मेदार बताया है। साथ ही, फखरीज़ादेह की हत्या करनेवाले अमरीका और इस्रायल इसके आगे ईरान के खिलाफ कुछ भी करने का साहस ना करें, नहीं तो अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए ईरान आवश्यक कदम उठाएगा, ऐसा रवांची ने धमकाया है।
इस्रायल ने अभी ईरान ने रखें आरोपों पर बयान जारी नहीं किया है। इससे पहले सन २०१० से २०१२ के बीच, ईरान में चार परमाणु वैज्ञानिकों की हत्या हुई थी। इनकी हत्या के लिए भी ईरान ने इस्रायल पर ही आरोप किए थे।
इसी बीच, ईरान ने दी हुई धमकी के बाद इस्रायल ने विश्वभर में अपने दूतावासों के लिए अलर्ट जारी किया है। ईरान के हमलों की संभावना जताकर इस्रायल के रक्षा मंत्रालय ने, अपने रक्षाबलों को पहले से ही तैयार रखने की खबरें दो दिनों से प्राप्त हो रही हैं।
इस समाचार के प्रति अपने विचार एवं अभिप्राय व्यक्त करने के लिए नीचे क्लिक करें:
https://twitter.com/WW3Info | |
https://www.facebook.com/WW3Info |