‘ताइवान स्ट्रेट’ समेत ‘ईस्ट चाइना सी’ क्षेत्र में चीन द्वारा डेढ़ सौ ‘स्टेल्थ फायटर्स’ की तैनाती

‘ताइवान स्ट्रेट’

बीजिंग/तैपेई – चीन ने ताइवान स्ट्रेट (खाड़ी) समेत ‘ईस्ट चााइना सी’ क्षेत्र में लगभग डेढ़ सौ ‘स्टेल्थ’ लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। ये विमान इनर मंगोलिया, हेबेई, ईस्टर्न थिएटर कमांड और नॉर्दर्न थिएटर कमांड के अड्डों पर तैनात किए बताए जाते हैं। हॉंगकॉंग स्थित ‘साऊथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने इस मामले में खबर जारी की है। दो ही दिन पहले, ताइवान के सामने चीन के साथ विलीनीकरण यह एकमात्र विकल्प होकर, ताइवान की स्वतंत्रता की कोशिशें यह युद्ध को निमंत्रण होगा, ऐसी चेतावनी चीन के रक्षा मंत्रालय ने दी थी। इस पृष्ठभूमि पर, ये नईं गतिविधियाँ गौरतलब साबित होती हैं।

‘ताइवान स्ट्रेट’

इन दिनों अमरीका और चीन के बीच जबरदस्त तनाव होकर, ताइवान यह उसमें प्रमुख मुद्दा है। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने सन २०१९ में एक कार्यक्रम के दौरान खुलेआम चेतावनी दी थी कि ताइवान पर कब्जा करने के लिए सभी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा। उसके बाद चीन के रक्षा बलों ने ताइवान के क्षेत्र में गतिविधियाँ बढ़ाईं होकर युद्धपोत, पनडुब्बियाँ तथा लड़ाकू विमानों द्वारा लगातार घुसपैंठ जारी है। दूसरी ओर अमरीका ने भी मित्र देशों समेत इस भाग में लष्करी आवाजाही बढ़ाते हुए चीन को स्पष्ट चेतावनी दी है।

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने राजनीतिक स्तर पर तथा रक्षा क्षेत्र में ताइवान के साथ बड़े पैमाने पर सहयोग करने की नीति अपनाई थी। अमरीका की इस नीति में, इंडो-पैसिफिक के अन्य प्रमुख देशों ने भी ताइवान के साथ सहयोग बढ़ाने के मुद्दे का समावेश था। उसके अनुसार जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया इन देशों ने ताइवान के साथ विभिन्न स्तरों पर संबंध दृढ़ करने की शुरुआत की है। अगर ताइवान की मुद्दे पर संघर्ष भड़का, तो उसमें ताइवान को समर्थन देने की भूमिका जापान और ऑस्ट्रेलिया ने अपनाई है। महज चौबीस घंटे पहले ही जापान के रक्षा मंत्री ने, ताइवान की सुरक्षा जापान से जुड़ी है, यह जताया था।

‘ताइवान स्ट्रेट’

अमरीका के बाद अब अन्य देश भी ताइवान के मुद्दे पर आक्रामक होने लगे हैं, जिससे चीन बेचैन हुआ है। इस कारण अब चीन ने अमरीका के बाद अन्य देशों को भी ताइवान के मुद्दे पर धमकाने की शुरुआत की है। ताइवान और ईस्ट चाइना सी क्षेत्र से जुड़े अड्डों पर एकसाथ डेढ़ सौ लड़ाकू विमानों की तैनाती, यह उसी का भाग है। यह तैनाती ताइवान के साथ ही, उसका साथ देनेवाले जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को दी चेतावनी है, ऐसा दावा ‘साऊथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर में किया गया है।

चीन द्वारा डेढ़ सौ लड़ाकू विमानों की तैनाती की खबर सामने आ रही है कि तभी शुक्रवार को ताइवान के तटरक्षक बल में नया ‘मिसाईल कॉर्व्हेट’ शामिल होने की जानकारी सामने आई है। इस युद्धपोत पर ‘अँटीशिप मिसाईल्स’ यानी युद्धपोतभेदी क्षेपणास्त्र तैनात किये जायेंगे, ऐसा ताइवान द्वारा बताया जाता है। ताइवान के तटरक्षक बल में शामिल होनेवाला यह दूसरा युद्धपोत होकर, ऐसे बारह युद्धपोत बल में शामिल होनेवाले हैं।

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