काबुल – अफ़गानिस्तान सरकार के माध्यम विभाग के मंत्री और पाकिस्तान के कड़े विरोधी ‘दावा खान मिनापाल’ की तालिबान ने काबुल में हत्या कर दी। तालिबान ने इनकी हत्या की ज़िम्मेदारी स्वीकारी है। ‘दावा खान’ पाकिस्तान के आलोचक थे। इसी वजह से उनकी हत्या करके तालिबान ने पाकिस्तान के हितों की रक्षा की है, यह आरोप अफ़गानिस्तान में लगाया जा रहा है। तभी, पत्रकार, माध्यम प्रमुख और मानव अधिकार कार्यकर्ताओं को लक्ष्य करके तालिबान युद्ध अपराध कर रहा है, स्थानीय माध्यम ऐसी तीखी आलोचना कर रहे हैं।
तालिबान ने दो वर्ष पहले ही राजधानी काबुल में स्थित रक्षामंत्री के निवास पर आत्मघाती हमला किया था। इस हमले में रक्षामंत्री बिस्मिल्ला खान मोहम्मदी बच गए थे। लेकिन, अफ़गानिस्तान की सेना ने शुरू किए हवाई हमलों का प्रतिशोध लेने के लिए अफ़गान नेता और अफसरों को आगे भी लक्ष्य करना जारी रखने की धमकी तालिबान ने दी थी। शुक्रवार के दिन तालिबान ने राजधानी काबुल में माध्यम विभाग के मंत्री ‘दावा खान’ की हत्या करके अपनी धमकी सच कर दिखाई है।
साथ ही तालिबान ने शुक्रवार के दिन निमरोज़ प्रांत की राजधानी झारांज पर कब्ज़ा करने की खबरें सामने आ रही हैं। लेकिन, झारांज शहर में सेना और तालिबान का संघर्ष अभी भी जारी होने का दावा अफ़गान सरकार कर रही है। ईरान की सीमा से करीबी क्षेत्र के झारांज शहर व्यापारी केंद्र के तौर पर पहचान है। इस वजह से ईरान की सीमा पर हो रहे व्यापार पर कुछ हद तक असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।
अफ़गान सेना ने भी तालिबान पर हमले जारी रखे हैं। बीते चौबीस घंटों के दौरान अफ़गान सेना की कार्रवाई में तालिबान के ४०६ आतंकी मारे गए हैं, यह ऐलान अफ़गान रक्षा मंत्रालय ने किया। हेल्मंड़ की राजधानी लश्करगह में तालिबान पर जोरदार हमले जारी हैं। वहां की कार्रवाई के दौरान तालिबान के ‘रेड आर्मी युनिट’ के वरिष्ठ कमांडर मावलावी मुबारक समेत ४० आतंकियों के मारे जाने का बयान अफ़गान सेना ने किया है।
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