ताइवान के साथ बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग को अतिरिक्त ‘वॉर पॉवर्स’

बीजिंग – ताइवान मुद्दे पर तनाव बढ़ते समय ही, चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग को युद्धविषयक गतिविधियों के लिए अतिरिक्त अधिकार प्रदान किए जाने की खबर सामने आई है। जापानी अखबार ने यह खबर दी होकर, उसमें युद्ध के लिए संसाधनों को इकट्ठा करने के लिए जिनपिंग को संसद की अनुमति लेनी नहीं पड़ेगी, ऐसा बताया जाता है। इसी बीच, चीन की हुकूमत ने ताइवान पर आक्रमण करने की गतिविधियाँ तेज़ की है। चीन की कुछ शहरों से टैंक्स तथा सशस्त्र वाहन ताइवान के क्षेत्र के पास रवाना किए जाने की जानकारी सामने आई है।

‘वॉर पॉवर्स’, चीनचे राष्ट्राध्यक्ष, चीन के राष्ट्राध्यक्ष

पिछले कुछ महीनों में चीन की ताइवान विरोधी नीति अधिक से अधिक आक्रामक होती दिख रही है। हाल ही में कम्युनिस्ट पार्टी के एक कार्यक्रम में राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने ताइवान के विलीनीकरण का मुद्दा उपस्थित किया था। उसमें ताइवान का विलीनीकरण चीन में होकर ही रहेगा, ऐसी आग्रही भूमिका उन्होंने प्रस्तुत की थी। उसके बाद चीन में लष्करी तथा अन्य स्तरों पर भी गतिविधियाँ तेज़ हुईं दिखाई दे रहीं हैं। जिनपिंग को दिए गए अतिरिक्त अधिकार भी उसी का भाग दिख रहा है।

चीन के राष्ट्राध्यक्ष को मिले नए अधिकारों के अनुसार, युद्ध के दौर में लश्कर के लिए अतिरिक्त भर्ती करने के लिए उन्हें किसी से भी अनुमति लेनी नहीं पड़ेगी। इस संदर्भ में फिलहाल होने वाले नियमों में जिनपिंग उन्हें जैसे चाहिए वैसे बदलाव कर सकेंगे। अब अचानक ऐसे अधिकार देने के पीछे नए युद्ध की तैयारी यही कारण हो सकता है, ऐसा दावा विश्लेषकों द्वारा किया जा रहा है। कुछ दिन पहले चीन की न्यूज़ एजेंसी ने प्रकाशित किए एक लेख में ऐसा दावा किया गया था कि ‘साऊथ चाइना सी’ और ‘ईस्ट चाइना सी’ में चल रहीं लष्करी गतिविधियाँ और भारत की सीमा पर बना संघर्ष इसमें जिनपिंग ने निजी स्तर पर ध्यान दिया था।

‘वॉर पॉवर्स’, चीनचे राष्ट्राध्यक्ष, चीन के राष्ट्राध्यक्ष

इस पृष्ठभूमि पर, ताइवान के संदर्भ में चल रही तैयारी और नए अधिकार, यह गौरतलब घटना साबित होती है। राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग को ‘वॉर पॉवर्स’ दिये जा रहे हैं, ऐसे में चीन के लष्कर ने भी ज़ोरदार तैयारी शुरू करने की बात सामने आ रही है। पिछले कुछ दिनों में चीन के कुछ शहरों से ताइवान के नज़दीकी क्षेत्र में टैंक्स और सशस्त्र वाहन बड़े पैमाने पर भेजे जाने की जानकारी सामने आ रही है। इनके सोशल मीडिया में इस संदर्भ में वीडियोज़् जारी हुए हैं। उससे पहले अक्तूबर महीने में चीन के एक न्यूज़ चैनल ने ‘रोरो’ सेवा के लिए इस्तेमाल किए जा रहे जहाजों में टैंक्स की यातायात की जा रही है, ऐसी जानकारी दी थी। ताइवान क्षेत्र के संघर्ष के अभ्यास के तौर पर चीन ने, अमरिकी युद्धपोतों के ‘मॉकअप मॉडेल्स’ तैयार करने की खबर भी दी गई है।

इसी बीच, पिछले दो दिनों में ताइवान की हवाई सीमा में चिनी विमानों की घुसपैंठ फिर एक बार बढ़ी है। शनिवार और रविवार ऐसे दो दिनों में चीन के २० विमानों ने ताइवान के क्षेत्र में घुसपैंठ की होने की जानकारी ताइवान के रक्षा विभाग ने दी है। पिछले महीने में, चीन ने ताइवान की सीमा में २०० से अधिक विमानों की घुसपैंठ करके ताइवान पर दबाव बढ़ाने की कोशिश की थी।

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