मास्को/किव – नाटो के सदस्य देश पोलैण्ड की सीमा से मात्र २० किलोमीटर की दूरी पर स्थित यूक्रैन के रक्षा अड्डे पर रशिया ने जोरदार हमला किया है| रविवार सुबह हुए इस हमले में ३५ लोग मारे गए हैं और १०० से अधिक घायल होने का दावा यूक्रैन ने किया| यह हमले के साथ ही नाटो द्वारा यूक्रैन को प्रदान हो रहा हथियारों का भंड़ार भी रशियन हमले का लक्ष्य होगा, ऐसा तीखा इशारा रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रिब्कोव ने दिया है|
रशियन सेना ने यूक्रैन की राजधानी किव को पूरी तरह से घेर रखा है और मुख्य सीमा से यह सेना अब मात्र कुछ ही किलोमीटर दूरी पर होने का दावा किया जा रहा है| रशियन सेना के साथ चेचेन के दल भी देखे गए हैं और चेचेन नेता रमज़ान कादिरोव ने इसके वीडियो भी जारी किए हैं| अगले कुछ घंटों में किव पर कब्ज़ा करने के लिए अंतिम संघर्ष शुरू होगा, ऐसे संकेत दिए गए हैं| यूक्रैन की राजधानी किव पुतिन के लिए ‘स्टैलिनग्राड़’ साबित होगी, ऐसी फटकार यूक्रैन के नेता ने लगाया था| इस पृष्ठभूमि पर यह संघर्ष बड़ा अहम माना जा रहा है|
लेकिन, राजधानी किव के साथ यूक्रैन के अन्य हिस्सों पर कब्ज़ा करने के लिए रशिया आगे बढ़ने लगी है| पूर्व यूक्रैन के डोनेत्स्क प्रांत का वोल्नोवाका शहर रशियन बम हमले में पूरी तरह से तबाह होने का दावा स्थानीय प्रशासन ने किया है| ऐसे में किव से ६५ किलोमीटर दूरी के इवानकिव शहर पर रशियन सेना ने पूरा कब्ज़ा करने की बात कही जा रही है| इस शहर का इस्तेमाल किव पर हमला करने के लिए अड्डे के तौर पर किया जा रहा है, यह भी कहा जा रहा है|
पूर्व यूक्रैन और किव की कार्रवाई के साथ ही रशियन सेना ने पश्चिमी यूक्रैन में भी जोरदार हमले शुरू किए हैं| यूरोप में नाटो सदस्य देश पोलैण्ड की सीमा से मात्र २० किलोमीटर दूरी पर स्थित ‘यावोरिव मिलिटरी कॉम्प्लेक्स’ पर मिसाइल दागी गई| रविवार की सुबह होते ही किए गए इस हमले में रशिया ने ३० क्रूज़ मिसाइल्स का इस्तेमाल किया, ऐसा कहा जा रहा है| रशिया के इस जोरदार हमले में वर्णित अड्डे पर मौजूद ३५ लोग मारे गए और १३४ के घायल होने की जानकारी यूक्रैन ने साझा की| रशिया का यह हमला यूक्रैन को हथियारों की सप्लाई एवं सहायता कर रहे यूरोप के नाटो सदस्य देशों को दिया गया इशारा माना जा रहा है|
इस हमले से पहले रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रिब्कोव ने यूक्रैन को प्रदान हो रहा हथियारों का भंड़ार रशिया के हमलों का लक्ष्य बन सकता है, यह इशारा दिया था| अमरीका अन्य नाटो सदस्य देशों की सहयता से यूक्रैन को बडे पैमाने पर हथियार प्रदान कर रही है और यह काफी घातक बात होने का बयान रिब्कोव ने यह इशारा देते हुए कही है| रशियन मंत्री का यह इशारा सामने आ रहा था तभी अमरीका ने यूक्रैन को हथियार प्रदान करने के लिए २० करोड़ डॉलर्स की अतिरिक्त निधि मंजूर करने की जानकारी सामने आयी है| मात्र २४ घंटे पहले राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने यूक्रैन में सेना उतारकर अमरीका ‘तीसरा विश्वयुद्ध’ शुरू नहीं करेगी, यह ऐलान किया था| इस पृष्ठभूमि पर यूक्रैन के लिए घोषित की गई नई रक्षा सहायता अमरीका की दोगली भूमिका दर्शा रही है|
भारत यूक्रैन में स्थित दूतावास अस्थायी समय के लिए पोलैण्ड में स्थापित करेगा
नई दिल्ली – रशियन सेना ने यूक्रैन की राजधानी किव समेत पश्चिमी यूक्रैन पर हमले तीव्र किए हैं| राजधानी किव को रशियन सेना ने घेर रखा है और किसी भी क्षण राजधानी किव समेत पश्चिमी यूक्रैन के शहर रशियन सेना के कब्ज़े में होने की संभावना जताई जा रही है| ऐसी स्थिति में भारत ने यूक्रैन का अपना दूतावास अस्थायी समय के लिए पोलैण्ड में स्थापित करने का ऐलान किया|
यूक्रैन की स्थिति तेजी से बिगड़ रही है और पश्चिमी यूक्रैन पर हमले भी बढ़ रहे हैं| इस पृष्ठभूमि पर यूक्रैन का दूतावास अस्थायी समय के लिए पोलैण्ड में शुरू किया जाएगा, ऐसी जानकारी भारत के विदेश मंत्रालय ने रविवार को जारी की| आगे की गतिविधियों का नए से अध्ययन करके अगले निर्णय लिए जाएंगे, यह भारत ने स्पष्ट किया| पिछले कुछ दिनों से यूक्रैन की राजधानी किव में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकांश कर्मचारी लिव शहर से दूतावास का कार्य संभाल रहे हैं|
लिव शहर पश्चिमी यूक्रैन में एवं पोलैण्ड से मात्र ७० किलोमीटर की दूरी पर है| वहां पर स्थापित भारतीय दूतावास के अस्थायी कैम्प ऑफिस से यूक्रैन में फंसे हज़ारों भारतीय नागरिकों को रिहा करने की कोशिश की गई थी| लिव के रास्ते भारतीय नागरिकों को पोलैण्ड लाया गया और उन्हें सुरक्षित रिहा किया गया था| इसके अलावा रोमानिया, हंगैरी, स्लोवाकिया और मोल्दोव जैसे पड़ोसी देशों से भी भारतीय नागरिकों को निकालकर लाया गया था| लेकिन, अब पश्चिमी यूक्रैन पर भी रशिया के तीव्र हमले शुरू होने के बाद भारत का वहां पर स्थित दूतावास अस्थायी समय के लिए बंद करके पोलैण्ड में स्थापित करने का तय किया गया है|
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