किव – यूक्रैन की राजधानी किव पर कब्ज़ा करने के लिए रशिया ने तीन ओर से हमले किए हैं। जल्द ही रशिया किव पर काबू पाएगा, ऐसे दावे भी हो रहे हैं। इसी बीच रशिया ने किव के अलावा खारकिव एवं यूक्रैन के अन्य शहरों पर हमले तीव्र किए हैं। आज यूक्रैन पर रशियन मिसाइल टकरा रहे हैं, तो आनेवाले दिनों में नाटो के सदस्य देशों पर भी रशियन मिसाइल्स टकराएँगे। इस वजह से नाटो यूक्रैन में ‘नो फ्लाई ज़ोन’ घोषित करे, यह माँग यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने की। लेकिन, नाटो का यूक्रैन युद्ध में समावेश यानी तीसरे विश्वयुद्ध का विस्फोट माना जाएगा, यह इशारा यूरोपिय काऊन्सिल के अध्यक्ष ने दिया है।
यूक्रैन में युद्ध के १९ वें दिन भयंकर खूनखराबा हो रहा है। इस युद्ध में अब तक ६३६ नागरिक मारे गए हैं और इन मृतकों में ४६ बच्चों का समावेश होने का बयान संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार संगठन ने किया है। चाहे कुछ भी हो जाए, यूक्रैन रशिया के सामने शरणागत नहीं होगा, यह दावा यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ने किया। इसके अलावा रशिया समर्थक माने जाने वाले डोनेस्क क्षेत्र में यूक्रैन के हवाई हमलों में २० लोगों के मारे जाने की बात कही जा रही है। यूक्रैन की सेना रशिया का बड़ी वीरता और चालाकी से सामना कर रही है, ऐसी सराहना अमरिकी रक्षा मुख्यालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने की।
लेकिन, यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने नाटो यूक्रैन में नो फ्लाई ज़ोन का ऐलान करे, यह माँग फिर से की है। आज रशिया यूक्रैन पर मिसाइल दाग रही है, यही स्थिति आगे नाटो सदस्य देशों के सामने खड़ी होगी, यह इशारा देकर अभी रशिया को रोकने के लिए नो फ्लाई ज़ोन का ऐलान करें, यह माँग ज़ेलेन्स्की ने दोहराई।
इससे पहले अमरीका और नाटो ने ज़ेलेन्स्की की इस माँग को पूरी तरह से नजरअंदाज किया था। यूक्रैन में नो फ्लाई ज़ोन का ऐलान करने का मतलब है इस देश पर हमला कर रही रशिया के लड़ाकू विमानों को मार गिराना। इसकी वजह से यह माँग दोहराकर ज़ेलेन्स्की नाटो को रशिया के खिलाफ युद्ध में खींचने की कोशिश कर रहा है।
लेकिन, यूरोपियन काऊन्सिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने यूक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष की माँग के गंभीर परिणामों पर ध्यान आकर्षित किया। यूक्रैन में नो फ्लाई ज़ोन का ऐलान करना यानी तीसरा विश्वयुद्ध छेड़ना होगा, यह इशारा चार्ल्स मिशेल ने दिया।
इसी बीच, रशिया ने यूक्रैन में सटीकता के साथ किए हमले में १८० विदेशी कान्ट्रैक्ट सैनिक मारे गए। इसका अधिक ब्यौरा रशिया ने सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन, कुछ दिन पहले सीरिया के इदलिब और अलेप्पो से अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठन के चारसौ से अधिक आतंकी रशिया के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रैन में दाखिल होने की खबरें प्राप्त हुई थीं।
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