यूक्रैन को हथियार प्रदान करने से यूरोप के लिए खतरा अधिक बढ़ेगा

- रशिया की चेतावनी

हथियार

मास्को/किव – रशिया के खिलाफ यूक्रैन और अन्य देशों को प्रदान हो रहे हथियार ही यूरोपिय महाद्वीप की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित होगा, ऐसा इशारा रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने दिया| इसी बीच यूक्रैन ने यदि पश्‍चिमी देशों द्वारा प्रदान किए गए हथियारों की सहायता से रशिया पर हमले किए तो इसके परिणाम काफी गंभीर होंगे, और इस मुद्दे पर दिए गए इशारे को संबंधित देश गंभीरता से समझें, यह इशारा विदेश विभाग ने दिया है| रशिया इशारे दे रही है और इसी बीच ब्रिटेन और नाटो ने ऐलान किया कि, रशिया विरोधी जंग जितना लंबा चलेगा, तब तक हम यूक्रैन को हथियारों की आपूर्ति करते रहेंगे|

हथियार

रशिया-यूक्रैन युद्ध शुरू होकर दो महीनों से अधिक समय बीत चुका है| कुछ दिन पहले इस युद्ध का दूसरा चरण शुरू करने का ऐलान भी रशिया ने किया है| इस चरण में रशिया ने पूर्व और दक्षिणी यूक्रैन को लक्ष्य किया है और पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र पर लगातार और तीव्र हमले जारी हैं| डोन्बास क्षेत्र के अलावा दक्षिणी यूक्रैन के कुछ शहरों पर कब्ज़ा करने में रशिया सफल हुई है| रशिया का ऐसे आगे बढ़ना शुरू होने के साथ ही पश्‍चिमी देशों की यूक्रैन को हथियारों की आपूर्ति काफी मात्रा में बढ़ी है| अमरीका के साथ ब्रिटेन, पोलैन्ड, जर्मनी, नेदरलैण्डस्, फ्रान्स जैसे देश इसमें सबसे आगे हैं|

रशिया ने यूक्रैन में कार्रवाई शुरू करने के बाद सिर्फ अमरीका ने ही यूक्रैन को दो अरब डॉलर्स से अधिक हथियारों की सहायता प्रदान की है| ब्रिटेन और पोलैण्ड ने भी एक अरब डॉलर्स से अधिक कीमत के हथियार प्रदान किए हैं| जर्मनी ने भी एक अरब डॉलर्स की रक्षा सहायता का ऐलान किया है| इसमें मिसाइल, ड्रोन्स, रॉकेटस्, तोप, टैंक, बख्तरबंद वाहन, हेलीकॉप्टर्स का समावेश है| इन हथियारों की सहायता से यूक्रैन ने रशियन सेना का प्रतिकार करने के साथ ही रशियन सीमा में हमले करना शुरू किया है|

हथियार

रशिया में हो रहे हमलों पर रशिया ने तीव्र बयान किया है| रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने भी बुधवार को यूक्रैन में हस्तक्षेप कर रहे देशों को नया इशारा दिया था| इसमें पश्‍चिमी देशों ने यूक्रैन में मर्यादा लांघकर हस्तक्षेप किया तो इस पर बिजली की गति से प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह इशारा दिया था| पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने इसकी पुष्टी करने के साथ ही पश्‍चिमी देशों द्वारा हो रही हथियारों की आपूर्ति की आलोचना की| यूक्रैन को प्रदान हो रही हथियारों की सहायता युरोपिय महाद्वीप की सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरा है, ऐसा इशारा पेस्कोव ने दिया| रशिया के विदेश विभाग की प्रवक्ता मारिया ज़ाकारोवा ने भी पश्‍चिमी देशों को सख्त चेतावनी दी|

‘पश्‍चिमी देश यूक्रैन को हथियार प्रदान करके इन हथियारों के सहायता से रशिया में हमले करने के लिए उकसा रहे हैं| ऐसे उकसावे के खिलाफ रशिया के रक्षा विभाग ने उचित इशारा दिया है| पश्‍चिमी देश हमारी सहनशीलता की अधिक परीक्षा ना लें’, ऐसा इशारा ज़ाखारोवा ने दिया|

इसी बीच, ब्रिटेन की विदेशमंत्री लिज़ ट्रुस ने यूक्रैन युद्ध १० साल तक भी जारी रह सकता है और पश्‍चिमी देशों ने इसकी तैयारी रखनी होगी, यह बयान किया था| नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने भी नाटो के सदस्य देश यूक्रैन को लंबे समय तक हथियार प्रदान करने की तैयारी रखे, यह सलाह दी| साथ ही नाटो, स्वीडन और फिनलैण्ड को शीघ्रता से नाटो की सदस्यता प्रदान करने के लिए तैयार होने का दावा स्टॉल्टनबर्ग ने किया है|

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